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आपका -विपुल


कसौटी पर कोहली

विराट कोहली निर्विवाद रूप से पिछ्ले 10 सालों का क्रिकेट के सभी प्रारूप खेलने वाला सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है, इसमें कैसी भी कोई भी शक की गुंजाइश नहीं है। लेकिन बात यहीं से शुरू होती है।
और और यहीं से शुरू भी कर सकते हैं।

टेस्ट प्रारूप


पहले टेस्ट प्रारूप की बात कर लें तो यहां विराट के तीन मुख्य प्रतिद्वंदी हैं।
पहले ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ
दूसरे इंग्लैंड के जो रूट
तीसरे न्यूजीलैंड के केन विलियमसन।
स्टीव स्मिथ के 96 टेस्ट मैचों में 59.80 के औसत से 8792 रन हैं।


30 शतक और 37 पचासों के समेत।
स्टीव स्मिथ के 19 टेस्ट विकेट भी हैं
तेज और स्पिन पिचों पर स्मिथ समान रूप से बढ़िया खेलते हैं।
2017 की भारत में खेली गई उस भारत ऑस्ट्रेलिया सीरीज में रैंक टर्नर पर स्टीव स्मिथ ने एक ही मैच में दो शतक लगाए थे जिस सीरीज के तीन मैचों में कोहली के कुल बनाए गए रनों की संख्या ही 49 थी।
स्टीव स्मिथ हर बार इंग्लैंड दौरे पर शतक जड़ आते हैं जबकि कोहली 2018 में ही इंग्लैंड में चले थे।
2014 और 2021 22 वाली इंग्लैंड में खेली गई टेस्ट सीरीज में कोहली भयानक रूप से असफल रहे थे।
108 मैचों में 48.93 औसत है विराट कोहली का और 8416 रन।
28 शतक 28 ही अर्धशतक।
केन विलियमसन के 94 मैचों में 54.89 के औसत से 8124 रन हैं।28 शतक 33 अर्धशतक।


स्पिन गेंदबाजी से 30 विकेट भी।
तेज और स्पिन हर पिच पर सफल और विश्व टेस्ट चैंपियन शिप जीते कप्तान भी।

जो रूट के 129 मैचों में 50.22 के औसत से 10948 रन हैं। स्ट्राइक रेट 56 है जो कि कोहली का 55 है।


29 शतक और 57 अर्धशतकों के अलावा 53 विकेट भी हैं रूट के नाम।
रूट अच्छे ऑफ़ स्पिनर हैं, लगभग हर दूसरे टेस्ट में गेंदबाजी करते हैं विलियमसन भी ऑफ़ स्पिन करते हैं । स्टीव स्मिथ लेग स्पिनर हैं। इन तीनों के नाम टेस्ट विकेट हैं।
कोहली गेंदबाजी ही नहीं करते, पिछ्ले कई सालों से।
एक भी टेस्ट विकेट नहीं, केवल विशुद्ध बल्लेबाज के तौर पर खेलते हैं।
आंकड़े आपके सामने हैं।
केवल रूट ही कोहली से ज्यादा टेस्ट खेले हैं लेकिन उनका औसत 50 से ज्यादा है और ठीक ठाक गेंदबाज हैं, पर ऑस्ट्रेलिया में एक भी शतक नहीं है।
विलियमसन का औसत कोहली से ज्यादा है और स्मिथ का बहुत ज्यादा, पर इनके खेले टेस्ट कोहली से कम हैं।
स्मिथ विलियमसन और रूट का कोई खेलने वाला साल ऐसा शायद ही गया हो , जिसमें इन्होंने शतक नहीं मारा
कोहली ने तीन साल ऐसे ही बिना शतक मारे गुजार दिए।

2011 विश्वकप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के आगे की बात करें तो स्टीव स्मिथ 2015 एकदिवसीय विश्वकप और 2021 टी 20 विश्वकप जीत का हिस्सा रहे हैं। जो रूट 2019 एकदिवसीय विश्वकप की विजेता टीम के प्रमुख सदस्य थे और केन विलियमसन 2021 की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप विजेता कप्तान रहे हैं।
तो कुल मिलाकर विराट पिछ्ले 10 साल के सबसे बड़े टेस्ट बल्लेबाज की सूची में पहले नंबर पर नहीं हैं।
2014 से 2018 तक ज़रूर थे। पिछ्ले 3 साल से तो बल्लेबाज के तौर पर पंत रोहित इनसे बेहतर रहे यहां तक कि राहुल और अश्विन भी।


और हां टेस्ट बल्लेबाज के तौर पर हाशिम अमला और एबी डिविलियर्स की तो बात ही नहीं की गई है, जिन्हें रिटायर हुए बहुत समय नहीं हुआ।
124 टेस्ट में 46 के औसत से 9282 रन अमला के हैं और 114 टेस्ट में 50 के औसत से 8765 रन एबी डिविलियर्स के।
अमला के 28 टेस्ट शतक हैं, डिविलियर्स के 22।

एकदिवसीय प्रारूप

एकदिवसीय बल्लेबाज के तौर पर विराट के आसपास कोई नहीं है।
274 एकदिवसीय मैचों में 57.32 के औसत और 93.62 के स्ट्राइक रेट से 12898 रन।
46 शतक 65 अर्धशतक।
रोहित इनसे पीछे हैं 243 मैचों में 48.63 औसत और 90 स्ट्राइक रेट से 9825 रन।
लेकिन रोहित के 30 शतकों में से 3 दोहरे शतक हैं और विश्वकप 2019 में 5 शतक भी।
167 वनडे में 44 के औसत और 91 के स्ट्राइक रेट से 6793 रन बनाने वाले शिखर धवन का बल्ला भी आईसीसी टूर्नामेंट में खूब चला।


डिविलियर्स के 228 मैचों में 53 औसत और 101 स्ट्राइक रेट से 9577 रन हैं पर शतक केवल 25।
अमला के 181 मैचों में 49 औसत और 88 स्ट्राइक रेट से 8113 रन हैं पर शतक केवल 27।
विराट कोहली एकदिवसीय के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं।

टी 20 प्रारूप

टी 20 में कोहली ने 115 मैचों में 4008 रन बनाए हैं 52.73 औसत और 137.96 स्ट्राइक रेट से।
टी 20 में स्ट्राइक रेट मायने रखता है।इसलिए 139 स्ट्राइक रेट से 3853 रन बनाने वाले रोहित शर्मा,144 स्ट्राइक रेट से 2713 रन बनाने वाले जॉस बटलर निश्चित तौर पर कोहली से आंकड़ों के आधार पर ज्यादा अच्छे दिखते हैं।
पर 2014 टी 20 विश्वकप फाइनल,2016 एशिया कप में पाकिस्तान और 2016 टी 20 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई कोहली की पारियां खास थीं और 2022 टी 20 विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी कोहली का चरम था।


इसके बावजूद पिछ्ले 8 सालों से नॉक आउट मैचों में बड़ा प्रदर्शन न करने के कारण मैं इन्हें जॉस बटलर और मार्लोन सैमुयल्स से पीछे ही रखूंगा।


बटलर का स्ट्राइक रेट 144 है।


स्टोइनिस का 147


मैक्सवेल का 150
और ये तीनों ने विश्वकप जीते हैं।


और विश्वकप न जीतने वाले सूर्यकुमार यादव का स्ट्राइक रेट 175 है,3 शतकों सहित।

कुल मिलाकर मैं कोहली को एकदिवसीय का निर्विवाद रूप से महानतम खिलाड़ी मानता हूं।
टी 20 का अच्छा खिलाड़ी है, पर इन्हें समय चाहिए और नीचे नहीं खेल सकते, जमने को समय चाहिए।

और विराट कोहली टेस्ट का बस एक अच्छा खिलाड़ी ही है, जिसे उसके पी आर के कारण ही लगातार 3 साल भयंकर रूप से असफल होने के बाद भी चांस मिलते रहे।
और अंत में एक खास बात।

पिछ्ले 10 सालों में

स्टीव स्मिथ 2015 एकदिवसीय विश्वकप और 2021 टी 20 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे।
जो रूट 2019 की एकदिवसीय विश्वकप विजेता टीम में थे।
केन विलियमसन 2021 wtc फाइनल जीते हैं।

तमाम प्रचार के बावजूद 2013 के बाद से दो बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट विजय के अलावा टीम इंडिया के पास गर्व करने लायक कुछ है नहीं।
आपका -विपुल
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com


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