कप्तान और ट्रेजरीवाल
कहानी बहुत पहले शुरू हुई थी।जब कप्तान मिश्रा और तरविंद ट्रेजरीवाल एक साथ राजू चाचा और सोनी चाची की शादी में हिटालिया गांव पहुंचे थे।कलेवा में बैठने वाले सभी बालकों को दो दो रुपये मिलने थे और इन मिलने वाले पैसों की खुशी से कप्तान को नींद भी न आई…