
आपका -विपुल
चलो आज कुछ गंभीर बात करते हैं। जीवन के बारे में, कैरियर के बारे में ,आपके भविष्य के बारे में। अगर आप युवा हैं तो। क्योंकि मुझे पता है मेरे 75 प्रतिशत फॉलोअर्स युवा हैं, लड़के हैं और अभी रोजगार में नहीं हैं या प्रारंभिक स्टेज में हैं रोजगार की, उनके लिए है ये थ्रेड।
सबके लिए नहीं।
पहली चीज़ तो ये कि खुद में कॉन्फिडेंस लाओ। सबमें नहीं होता।
लोग मजाक भी बनाते हैं इंगलिश मीडियम वाले हिन्दी मीडियम का, शहरो में रहने वाले देहात में रहने वालों का। फ्लैट में रहने वाले पुश्तैनी मकानों में रहने वालों का और व्हाइट कोलर जॉब करने वाले फील्ड जॉब वालों का।
कैसे झेलोगे?
सुबह उठते ही खुद को मजबूत करो । सुबह दो मिनट भगवान के आगे हाथ जोड़कर ध्यान करने से केवल आप धार्मिक ही नहीं होते।मानसिक शान्ति भी मिलती है । जहां जैसे रहते हो, जिस प्रोफेशन में हो, जिस समाज में हो, उसकी सारी अच्छाई इसी समय सोचो और जो तुम्हारा मजाक उड़ाते हैं उनकी कमियां भी ।
और अगली बार जब कोई मजाक उड़ाएं तो उसे ये सब गिनाओ। सही या गलत उसकी बला से । अपनी भड़ास निकाल लो। खुद को उससे सुपीरियर बताने का पूरी बेशर्मी से प्रयास करो । और चार लोगों के सामने। अगली बार जल्दी नहीं बोलेगा।
दूसरी चीज आपको जीवन में सफल होना है तो बेशर्म होना ही पड़ेगा।
कृष्ण ने रण छोड़ा था और अर्जुन ने रथ का पहिया निकालते कर्ण को मारा था । और इसमें उन्हे शर्म नहीं थी इतिहास विजेता के हिसाब से लिखा जाता है । बहुत ज्यादा उसूल आदर्श वाले हो तो अभी भी वक्त है, ये संसार छोड़ सन्यास ले लो विकल्प खुला है । उतने ही सख्त रहो कि टूट न जाओ ।
बेशर्मी का मतलब ये कि आपको किसी से काम मांगने में शर्म न आए, कोई छोटा मोटा काम करने में शर्म न आए। अगर ज्यादा इंट्रोवर्ट हो तो एक काम करो ।
अपने मोहल्ले या गांव की उस जगह ज्यादा जाओ जहां लोग ज्यादा रहते हैं हर समय।
जैसे कोई मंदिर और उनके सामने ज्यादा देर तक पूजा पाठ करो।
कोशिश करो कि ज्यादा लोग देखें। बहुतों को ये समझ नहीं आएगा पर ये नुस्खा मैंने आजमाया था । कॉन्फिडेंस बढ़ता है ।
फिर अगली बात उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करो जिससे स्थाई रोजगार मिलने के पहले तुम्हें अपने मतलब भर के पैसे मिल जाएं।
अखबार की हौकरी आज भी खराब नहीं हैं।
सुबह दो घंटे का वक्त बस और दिनभर फ्री।और पढ़े लिखे लोग ही अखबार पढ़ते हैं । बाइक रिपेयरिंग खराब चीज़ नहीं है और कपड़ों की सिलाई सीखने से आप छोटे नहीं हो जाओगे ।
ये चीजें जिन्दगी भर काम आती हैं । हां और एक बात , यूट्यूब वाले फाइनेंशियल इनफ्लूएंसर की बातों में न आना।
ऐसे ही कोई अमीर नहीं हो जाता और कंपाउंडिंग शब्द से दूर रहना । पर पैसे बचाते रहना। अपनी मासिक आमदनी का 15 से 25 प्रतिशत तक । शेयर मार्केट के चक्कर में मत पड़ना और पीपीएफ जरूर ले लेना भले कितना भी कमाओ।
और एक चीज़ जिससे दूर रहना , दूसरों की बुराई। ये आपके बहुत काम आयेगी।
और कोई भी यहां खुश नहीं है। न गरीब न अमीर।
तो गरीब होकर दुखी होने से अच्छा है। अमीर होकर दुःखी होना।
पैसे कमाने में कोई बुराई नहीं है। लगें रहो। दानदाता बनने की भी जरूरत नहीं है। अजीम प्रेमजी भी खुद की कम्पनी का पैसा खुद के एनजीओ को दान करता है ।
मैं प्रैक्टिकल बातें करता हूं
भरी जवानी में और खासतौर पर जब आप बेरोजगार हैं या आंशिक बेरोजगार हैं तब आपको रोने धोने वाली फिल्में और रोने धोने वाली किताबें पढ़ने की बात जरूरत नहीं ।
पूनम पांडे को देखो और चाचा चौधरी की कॉमिक्स पढ़ो ।
क्रिकेट देखो, फुटबॉल देखो, उर्फी जावेद देखो।
वो सब करो जिससे आप ऊर्जित रहें।
हमेशा कोशिश करो कि हंसने बोलने वाले लोगों के साथ रहो । खुद को किसी से कम न समझो।
और मां बाप के अलावा उन लोगों की धेला भर इज्जत मत करो, जो तुम्हारी इज्जत नहीं करते जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं कि
अगर आप दो पैसे भी खुद की मेहनत से कमाते हैं तो आप उसी लाइन में हो जिसमें अंबानी अदानी हैं। बस कुछ पीछे हो लाइन में। खुद के विचार हैं बिना किसी से प्रभावित हुऐ तो कार्ल मार्क्स से कम नहीं हो तुम, बस लाइन में थोड़ा पीछे हो।
तो सर उठा कर बढ़ो आगे
सफल ही होगे
👍
आपका -विपुल
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