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कुछ अनुभव
विपुल मिश्रा

मैं 40 प्लस उम्र का एक विवाहित और नौकरीपेशा व्यक्ति हूं और मैंने अपने जीवन में कई गलतियां की हैं और उनसे बहुत कुछ सीखा है। जो सीखा है वो अनुभव यहां रख रहा हूं।
इसे किसी भी तरह से कोई ज्ञान न मानें और अगर आप किसी बात से असहमत होते हैं तो आपका स्वागत है।
1 – खुद का सम्मान करना सीखें।
देखो, हो सकता है आपके सामने खड़ा व्यक्ति अल्बर्ट आइंस्टाइन हो और आप किसी साइंस स्कूल लैब के चपरासी ही क्यों न हों, जब तक आप अपने परिवार का भरण पोषण खुद कर रहे हो और उसमें सामने खड़ा व्यक्ति चाहे कितनी बड़ी ही तोप क्यों न हो, आपके किसी काम नहीं आ रहा तो आप आपके और आपके परिवार के लिये उससे ज्यादा बड़ी चीज हो।
आप खुद अपना सम्मान नहीं करेंगे तो दूसरा कौन आपका सम्मान करेगा करेगा ?

2 – लोगों की निजता का सम्मान करें। चुगलखोर लोगों को कोई पसंद नहीं करता और अगर आप किसी नौकरी, विशेषकर फील्ड में हैं तो आपको तमाम लोगों के तमाम राज जानने को मिल सकते हैं। अगर आप उन राजों को अपने सीने में दबाए रख सकते हैं तो न केवल आप उन व्यक्तियों का विश्वास अर्जित करेंगे बल्कि आपके आगे बढ़ने में भी वो लोग रोक नहीं लगाएंगे।
अगर आपने उन लोगों की व्यक्तिगत बातों को दूसरों को जाहिर करना शुरू किया तो न सिर्फ आप अपनी विश्वसनीयता खोएंगे, बल्कि आपको उन व्यक्तियों से जो संभावित लाभ हो सकते हैं, वो भी गवाएंगे और नये व्यक्ति आपसे जुड़ना पसंद नहीं करेंगे जो एक फील्ड कर्मचारी के लिये घातक हो सकता है।

3-पहली ही बार में किसी व्यक्ति को जज न करें।
देखो, दुनिया उतनी ही बुरी है, जितनी एक हजार साल पहले थी या एक हजार साल बाद होगी।
हर आदमी चाहे हम हों या आप साधु नहीं है।सबके काले चिट्ठे होते हैं।आप सामने वाले की नकारात्मक चीजों पर गौर करेंगे तो आगे कैसे बढ़ेंगे। मेरी फिलोसफी तो ये है कि हर आदमी 50 प्रतिशत अच्छा 50 प्रतिशत बुरा होता है। ये आपकी किस्मत कि सामने वाले का कौन सा रूप आपसे टकराता है।
हो सकता है कि किसी बहुत खुशमिजाज आदमी से आप पहली बार उसी दिन टकरा जाएं जिस दिन उसने जिन्दगी में पहली बार अपना आपा खोया हो।
4 – नकारात्मक लोगों और चीजों से दूर रहना अच्छा होता है।
सबकी जिन्दगी में दुःख ही भरे हैं यार और सभी नीच ही हैं। तो इसको लेकर विलाप करने की जरूरत भी नहीं।
जो लोग आपको नेगेटिव वाईबस देते हों उनसे दूर रहने का प्रयास करें और रोने धोने वाली फिल्मों और किताबों से दूर रहने का प्रयास करें।
आपकी उम्र 40 हो या 25 , परिवार की जिम्मेदारी उठाने वाले शख्स को रोंदू आशिक बनके या जलकुकड़े आदमी जैसी जिन्दगी जीने की इजाजत नहीं होती।
5 -अपनी तरफ से किसी से भी मजाक की शुरुआत न करें।
हो सकता है आप जॉली नेचर के हों पर सामने खड़ा हर व्यक्ति आपका दोस्त या साली नहीं है।
थोड़ी सी अजीब बात लगेगी, पर सच यही है कि केवल सोशल मीडिया पर ही अपनी तरफ से मजाक करने वालों की कद्र होती है। वास्तविक दुनिया में ऐसे लोगों को बहुत हल्के में लिया जाता है।
6 – सहकर्मी हो या बॉस ये आपके दोस्त कभी नहीं होते। विशेषतौर पर बॉस। बॉस आपका बॉस है, दोस्त नहीं हो सकता। फिल्मों और सीरियलों में ही ऐसा होता है। वास्तविकता इससे बहुत अलग होती है। सतर्क रहें और संयमित और सम्मानित दूरी बनाये रखें अपने बॉस से।
7 -परिवार के प्रति वफादार रहें।
आप मुझ पर हंस सकते हैं लेकिन अपनी पत्नी के प्रति वफादार लोगों को जल्दी यौन बीमारियां नहीं होती, उनके पैसे भी बचते हैं और जल्दी कोई ब्लैकमेल भी नहीं कर सकता।समाज में इज्ज़त बनी रहती है।
8 – अगर इतना कमा रहे हैं कि घर गृहस्थी चलाने के बाद कुछ पैसे बचा सकते हैं तो ज़रूर बचाएं और ये बचत कैश में हो। चाहे घर पर, बैंक में या पोस्ट ऑफिस में।
मौके पर कैश ही काम आता है। और वाकई काम आता है। पत्नी के साथ ज्वाइंट अकाउंट जरूरी है। तुम्हें कुछ हो जायेगा तो परेशानी नहीं होगी उसे।
9 – अपने लिए समय निकालो।
भले ही दिन भर में दस मिनट।
लेकिन ये समय तुम्हारा होना चाहिए, जिसमें तुम जो चाहो करो, आराम या साइकलिंग, या पेंटिंग या अपना बेसुरा गाना गाओ।
बहुत रिलैक्स मिलता है इससे।
खुद को खुद के लिये समय दो।
10- और अंत में!पैसों को महत्व देना सीखें। दुनिया में पैसा सबकुछ ज़रूर नहीं है, लेकिन बहुत कुछ ज़रूर है।
ऐसा कोई काम जो कानूनी और सामाजिक दोनों तौर पर जायज है, उससे पैसे कमाने और ज्यादा कमाने की कोशिश करने में कोई बुराई नहीं है। गरीबी का ग्लैमर दिखाने वाले लोगों को दूर रखें।
गरीबी कभी ग्लैमरस नहीं होती।
फिलहाल इतना ही।
🙏🙏🙏
विपुल मिश्रा
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One thought on “कुछ अनुभव

  1. बहुत ही सुंदर एवं उपयोगी लेख है. आपको साधुवाद 🙏

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