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भारतीय सर्पों की सामान्य जानकारी

देवेश सिंह

भारतवर्ष में सांपों की लगभग 300 प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमे से 60 ऐसी प्रजातियां हैं जो विषैली हैं और 40+ प्रजातियां हल्की तथा कम विषैली हैं।180 प्रजातियां ऐसी है जो विषैली नहीं हैं।2020 के एक अध्ययन के अनुसार भारत में लगभग 58000 लोगों की प्रतिवर्ष सांपों के काटने से मृत्यु होती है और विशेषज्ञों का कहना है की यह संख्या और अधिक हो सकती है क्योंकि बहुत सारे मामले रिपोर्ट नहीं होते।


बिग फोर (Big Four)


Big Four की यह धारणा भारत में पाए जाने 60 विषैली सांपों की प्रजातियों में से उन चार सांपों के लिए दी गई है जिनके काटने से भारत में मनुष्यों की सबसे अधिक मृत्यु होती है। तो आइए जानते है उन चार विषैले सांपों के बारे में।

भारतीय नाग (Spectacled Cobra)

भारतीय नाग(Spectacled Cobra)- इसे स्थानीय भाषा में नाग, गेहुअन साँप आदि नामों से जानते हैं तथा इसका भारतीय पौराणिक ग्रंथों में बहुत महत्व है। इसका वैज्ञानिक नाम (Naja Naja) है जो कि संस्कृत शब्द “नाग” से आया है। इस सांप की लंबाई वयस्क होने पर 3.3 फीट से 4.9 तक होती है तथा कुछ सांपों की लंबाई 6 से 7 फीट तक बढ़ सकती है।

भारतीय नाग के विष में न्यूरोटॉक्सिंस(Neurotixins) और कार्डियोटॉक्सीन (Cardiotoxin) पाया जाता है तथा इनके काटने अगर सही समय पर उचित उपचार नहीं मिला तो मनुष्य की मृत्यु पूर्णहृदरोध( cardiac arrest) या श्वासरोध(Respiratory failure) से हो सकती है।

अफई सांप (Indian Saw-scaled Viper)

अफई सांप(Indian Saw-scaled Viper)- इसे स्थानीय भाषा में अफई, फुरसे नाम से जानते हैं। यह एक वाइपर (viper) प्रजाति का सांप है। इसका वैज्ञानिक नाम (Echis Carinatus) है। इसका नाम saw scaled viper इसलिए पड़ा क्योंकि जब भी ये कोई खतरा महसूस करते हैं तो ये अपने शरीर को रगड़ कर आरा मशीन जैसा ध्वनि निकालते हैं।ये बहुत लंबे नहीं होते तथा इनकी लंबाई 1 से 3 फीट तक होती है। ये बहुत आक्रामक स्वभाव के होते हैं और इनके विष में न्यूरोटॉक्सिन, कार्डियोटॉक्सीन, हिमोटॉक्सिन, और साइटोटॉक्सिन पाया जाता है। इसके काटने पर मनुष्य को हैमरेज(haemorrhage) हो सकता है जिससे समय पर उपचार नहीं मिलने पर मृत्यु हो सकती है।

करैत सांप (Common Krait)

करैत सांप(Common Krait)- इसे स्थानीय भाषा में करैत नाम से जाना जाता है यह एक एलापिड(elapid/Elapidae) प्रजाति का एक अत्यधिक विषैला सांप है इनका वैज्ञानिक नाम (Bungarus Caeruleus) है। इनकी लंबाई औसतन 3 फीट तक होती है लेकिन ये 5 फीट तक लंबे हो सकते हैं।ये एक रात्रिचर सांप है जो रात के समय सक्रिय रहते है और ये मनुष्य के शरीर के तापमान से बहुत आकर्षित होते है जिसके कारण खुले में सोने या ज़मीन पर सोने वाले लोगों को ये अक्सर काटते हैं। इन्हे साइलेंट किलर(silent killer) भी कहा जाता है क्योंकि इनके दांत बहुत पतले होते हैं जिस कारण इनके काटने पर मनुष्य को दर्द महसूस नहीं होता और क्योंकि ये रात्रि में सक्रिय रहते हैं जो इन्हें और घातक बनाता है।इनके विष में शक्तिशाली न्यूरोटॉक्सिन पाया जाता है जिससे यह विष मनुष्य के अंदर जाने से पेट में अत्यधिक दर्द और पैरालिसिस होता है और अंत में अगर सही समय पर उपचार नहीं मिला तो श्वासरोध में व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है।

दबौया सांप ( Russell’s Viper)

दबौया सांप( Russell’s Viper)- इसे स्थानीय भाषा में दबौया,चंद्रबोड़ा, घोणस आदि नामों से जाना जाता है, यह एक वाइपर प्रजाति का सांप है। इसका अंग्रेजी नाम स्कॉटलैंड के सर्जन और प्रकृतिवादी पैट्रिक रसेल (Patrick Russell) के नाम पर पड़ा है जिन्होंने इस सांप के बारे में 1796 में लिखा था। इसका वैज्ञानिक नाम (Daboia Russelii) है। इनकी लंबाई लगभग 5 फीट तक हो सकती है। ये रात्रिचर जीव है और अधिकतर रात्रि के समय सक्रिय रहते हैं। वयस्क सांप धीमे और सुस्त होते हैं लेकिन खतरा महसूस होने पर ये बहुत आक्रामक हो जाते है। इस सांप की एक खास बात यह है कि ये प्रजनन में अंडे नहीं देते क्योंकि रसेल्स वाइपर अण्डजरायु (ovoviviparous) होते हैं तो मादा के शरीर के अंदर ही अंडे विकसित होते हैं और मादा संपोलों को जन्म देती है।

रसेल्स वाइपर भारत के अत्यधिक विषैले सांपों में से एक इनके विष में हीमोटॉक्सिंस होते है तथा इसके काटने से उपचार न मिलने पर विष शरीर के ऊतकों(tissues) का विनाश करती है ,आंतरिक रक्तस्राव तथा किडनी फेल होने से मनुष्य की मृत्यु हो सकती है। इस सांप के दांत big four में आने वाले सभी सांपो के दांतों से बड़े होते हैं जिसकी लंबाई 0.65 इंच तक होती है। इस सांप को देख कर बहुत से लोग इसके शारीरिक रूप को देखकर इसे अजगर जैसा समझ लेते है जिससे भी उनके साथ इस सर्प के दंश की घटना घटित होती है।



तो ये रहा big four में आने वाले सांपो के बारे में एक छोटा सा लेख आशा करता हूं, यह लेख आपको पसंद आएगा और हां इस लेख का मतलब आपको सांपों से डराना नहीं बल्कि आपको उनके बारे में जानकारी देने से है।

धन्यवाद ।

देवेश सिंह

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