आपका – विपुल
अमीर दिखना और अमीर होना,
ये दोनों बिल्कुल अलग अलग बातें हैं और इन बातों का अंतर आपको उम्र के निश्चित पड़ाव को पार करने के बाद ही समझ आता है। महंगी गाड़ी और महंगे
घर आपको सामने से दिखते हैं पर उनकी ईएमआई नहीं दिखती सामने से।
स्टाइलिश घड़ी और मंहगे ब्रांडेड कपड़े खरीदने में तब तक कोई बुराई नहीं जब तक आप इनकी कीमत कैश में एफोर्ड कर पा रहे हैं। पर अगर क्रेडिट कार्ड से ये खरीद रहे हैं तो थोड़ा ठहर जाईए न। क्रेडिट कार्ड से खरीदने का सीधा मतलब तो यही हुआ कि आपके पास अभी पैसे हैं नहीं, मतलब आप अमीर होने का दिखावा कर रहे हैं।
मेरी बात बुरी लग सकती है, पर भविष्य में आप ब्याज सहित रुपये चुकाएंगे तो इसका सीधा मतलब तो यही हुआ कि आपकी जेब अभी खाली है। उन लोगों के लिये ये नहीं कह रहा जो ब्लैक मनी छुपाने के लिये लोन लेते हैं।
कैश पैसों का विकल्प अभी तक कुछ बना नहीं है। आपके पास जितना कैश है (सेविंग बैंक अकाउंट सहित), आप उतने ही अमीर हैं। वक्त जरूरत पर सिर्फ और सिर्फ कैश ही काम आता है। अस्पताल और स्कूल के भुक्तभोगी होंगे तो सहमत होंगे , वरना मुझे बेवकूफ कह के निकल जाओ।
अगर आप एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति हैं जिसकी मासिक आमदनी बहुत नहीं है तो जितना कैश बचा सकते हैं बचाइये। आदर्श तो ये है कि महीने भर की आमदनी का 25 प्रतिशत बचाओ, पर इतना नहीं कर सकते तो जितना बचा सकते हो बचाओ।अगर सर पर अपनी छत है बहुत ज्यादा प्लॉट प्रॉपर्टी डीलरों के चक्कर में न पड़ें।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट भी जरूरी है पर बहुत ज्यादा पैसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में न फंसा दें। मतलब भर के हेल्थ इंश्योरेंस लें और किसी पोंजी स्कीम के चक्कर में पड़ने से अच्छी डाकखाने की एफडी होती है। पीपीएफ ज़रूर लें, पति पत्नी दोनों की।सुकन्या लें लें अगर बेटी है तो।
करोड़पति नहीं बनोगे पर पैसे सुरक्षित रहेंगे।
गाड़ी वो लो जो एफोर्ड कर पाओ। वो नहीं जिसका साइड शीशा टूट जाने पर महीने भर पैसा जोड़ कर लगवा पाओ। बाइक वो लो जिसका माइलेज और मजबूती तुम्हारी नौकरी या पेशे के लिये ठीक हो। पल्सर चेन स्नैचरों की मनपसंद गाड़ी है और केटीएम छपरियों की। आप क्या हैं, तय कर लें।
आर्थिक रूप से मजबूत मध्यवर्ग का व्यक्ति मानसिक रूप से भी मजबूत हो जाता है और महंगी ईएमआई पर मंहगी घर और गाडियां लेने वाला व्यक्ति मानसिक बीमार होने लगता है।
अमीर बनें,
अमीर दिखना जरूरी नहीं।
आपका -विपुल
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com