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लेखक -आयुष अग्निहोत्री
Exxcricketer.com के लिये
नौकरी – एक ऐसा शब्द जिसकी वर्तमान में हर व्यक्ति चाह रखता है, और खासकर सरकारी नौकरी। शहरी क्षेत्र में लोग सरकारी नौकरी को लोग बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं देतेहैं । शहरी क्षेत्र के लोग प्राइवेट जॉब या खुद के बिज़नेस पर ज्यादा ध्यान देते हैं, लेकिन अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में देखेंगे तो लोग आपको तभी पहचानते हैं जब आपके पास सरकारी नौकरी हो। हर एक युवा उसमें काबिलियत हो या न हो ,बस एक ख्वाब सबकी आंखों में होता है – सरकारी नौकरी।


गांव के युवाओं के सरकारी नौकरी की तरफ ज्यादा ध्यान देने का एक कारण ये भी है कि गांव में रोजगार के अवसर नहीं हैं ।इसीलिए उन्हें न चाहते हुए भी, और समाज में खुद के प्रति पनपती हुई हीन भावना को देखते हुए भी केवल नौकरी की ही आस होती है। फिर चाहे वोअधिकारी की हो या चपरासी की। वर्तमान में हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि आम युवा को लगने लगा है कि अगर जीना है तो सरकारी नौकरी जरूरी है। बिना सरकारी नौकरी के जीवन जीना बेकार है। ऐसा कई बार देखा भी गया है कि युवा जब सरकारी नौकरी को ही सब कुछ मान लेते हैं और अथक प्रयासों के बावजूद जब उन्हें सफलता नहीं मिलती तो कई युवा आत्महत्या जैसे घातक कदम भी उठा लेते हैं।
यहां समझने वाली एक बात ये भी है कि अभिभावकों को भी अपने बच्चों पर नौकरी को लेकर अनावश्यक दबाब नहीं बनाना चाहिए। अगर बच्चे में काबिलियत होगी तो वह जिस भी क्षेत्र में ज्यादा हमेशा अच्छा ही करेगा।
अभी जब कुछ दिन पहले मेरे ही साथ के भैया जो मुझसे 3 साल सीनियर थे जब उनसे बात हुई तब पता चला कि जो युवा सालों से घर से दूर रहकर तैयारी कर रहा है और कोई सरकारी भर्ती नहीं आ रही है ,तब सबसे बड़ी समस्या उसके सामने ये है कि घर वाले जब सवाल करते हैं तो उनको क्या जबाब दें। जब उनसे बात की तो बताया 3 साल दिल्ली तैयारी की, 2 साल कानपुर और अब खुद बेरोजगार घूम रहा हूँ।जेब खर्च के लिए पैसे कहाँ से आएं, और मानसिक तनाव से सिर दर्द जैसी समस्या हो गयी अलग ,जो 24 घण्टे रहती है। समाज में भी कई लोग सवाल करते हैं उनको क्या जवाब दूँ।

मुझे लगता है कि ये एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है जिससे युवा डिप्रेशन में चला जाता है।

भारत विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आबादी बाला देश है इसलिए सभी को सरकारी नौकरी मिल पाना सम्भव नहीं है। इस सरकारी नौकरी की समस्या से निजात पाने के लिए अभिभावकों को भी अपने बच्चों से बात करनी चाहिए और उनको समझाना चाहिए कि आपके लिए सरकारी नौकरी ही सब कुछ नहीं है। आप प्रयास कीजिये मन से अगर आप सफल होते हैं तो बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर किसी कारणवश आपको सफलता नहीं मिली तो जो जो आपने ज्ञानअ र्जित किया है ,वह आपके जरूर काम आएगा।आप एक न एक दिन जिस भी क्षेत्र में काम करेंगे जरूर! सफल भी होंगे !चाहे फिर आप किसी प्राइवेट कंपनी में काम करें या खुद का बिज़नेस करें।
वैसे भी आज के समय में सरकार नए नए स्टार्टअप्स को बढ़ावा दे रही है और प्रधानमंत्री जी ने भी नारा दिया है – आत्मनिर्भर भारत।

लेखक -आयुष अग्निहोत्री
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com


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3 thoughts on “नौकरी

  1. Very nice thought👏think positive like that and go ahead…always be positive don’t depressed 👍👍

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