उत्तर प्रदेश पीसीएस व आर.ओ / ए.आर.ओ. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी : एक रोड मैप
प्रस्तुति – अभिलाष कौशिक
तैयारी की अच्छी योजना
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के पक्ष में तमाम तर्क दिए जाते हैं,लेकिन विपक्ष में एक प्रमुख तर्क है कि यह नौकरियां खा जायेगी।लेकिन एक बात निश्चित है कि हाल फिलहाल के परिदृश्य में यह कम से कम सरकारी नौकरियों को प्रभावित नहीं करेगी।
सोशल मीडिया पर निजीकरण के पक्षधर बताएंगे कि सरकारी नौकरी केवल मृगतृष्णा है,कौशल अर्जित कीजिये और निजी क्षेत्र में जाइये,उद्यमी बन जाइये। यह सब कर्णप्रिय है और एक हद तक सच्चाई भी किंतु गांव देहात में रहने वाला निम्न आय वाला प्रत्येक छात्र कौशल,डिग्री और उद्यम हेतु पूंजी जुटा ले यह भी तो एक झूठी दिलासा ही है।
अभी कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की दो शीर्ष परीक्षा पीसीएस और आर.ओ. / ए.आर.ओ. पेपर लीक प्रकरण के चलते हुई उहापोह में जुलाई माह तक स्थगित कर दी गई हैं।यह उन सभी अभ्यर्थियों के लिये एक सुनहरा अवसर है जो फार्म तो भर दिये थे लेकिन तैयारी उस स्तर की नहीं कर पाए।
अभी से न्यूनाधिक एक सौ दस दिन बाद परीक्षा होनी हैं,यहां एक बात बताता चलूं कि वर्तमान में यू.पी.एस.एस.सी. न तो यू.पी.एस.सी. की तरह अनिश्चितता से भरा है और न ही कोचिंग संस्थानों पर लगभग पूरी तरह आश्रित ही है ।
अभ्यर्थी अगर अभी से अपने शेष दिनों को 60-30-20 में वितरित करके तैयारी करें तो मैदान मारा जा सकता है।
पहला चरण : साठ दिन
◆मुख्य परीक्षा हेतु अपने नोट्स बनाने का चरण।
सबसे पहले पिछले पांच सालों के मुख्य परीक्षा के प्रश्नपत्र और मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम लेकर बैठिए, एक दिन में प्रश्नों का मिलान कीजिये कि किस बिंदु से यह प्रश्न आया है।अभी जो उत्तर प्रदेश के दो प्रश्नपत्र अलग से जोड़े गए हैं,उनके पाठ्यक्रम को भी सामान्य अध्ययन पेपर एक,दो,तीन से जोड़िए।उदाहरण स्वरूप उत्तर प्रदेश के हड़प्पा स्थलों का जो प्रश्न उत्तर प्रदेश विशेष के पेपर में आया है वह जब सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्नपत्र में जब हड़प्पा पढ़ें तो अलग से उसे भी लिख लीजिए, ऐसा करने से उत्तर प्रदेश के पेपर का काफी हद तक पाठ्यक्रम साथ साथ पूरा हो सकेगा।
सामान्य अध्ययन के प्रत्येक बिंदु पर संक्षेप में यानि दो-तीन पृष्ठ प्रति बिंदु आपको बनाने हैं।कौन कौन सी पुस्तकें मानक हैं ? यह आपको इंटरनेट पर तमाम जगह उपलब्ध है।
सामान्य अध्ययन पेपर चार आपके पढ़ने से अधिक समझने की चीज है,इसके पाठ्यक्रम के प्रत्येक बिंदु की एक मानक परिभाषा,एक या दो ऐतिहासिक उदाहरण और साथ में एक वर्तमान उदाहरण लिख लें।
दूसरा चरण : तीस दिन
◆दूसरा चरण : तीस दिन
इस चरण में यदि आपके नोट्स बनाने में कुछ बिंदु छूट गये हैं तो उन्हें पूरा कीजिये,लेकिन हर दिन अपनी पढाई का ज्यादा से ज्यादा समय घटनाचक्र से पिछले दस वर्षों में उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की विभिन्न परीक्षाओं में आये हुए प्रश्नों को पढ़ने में लगाइये।
पूर्व परीक्षा में आये प्रश्नों को हो सके तो कम से कम दो बार दोहरा दीजिये।
एक सौ पचास प्रश्नों की प्रारंभिक परीक्षा में चालीस-पैंतालीस प्रश्न हर बार यहीं से आते हैं,अब आप उन्हें याद रख पाते हैं या नहीं,पूरा खेल इसपर टिका है।
इसी तीस दिन में आप घटनासार और समसामयिकी की रामबाण कही जाने वाली दृष्टि घटनाचक्र यानि आंख वाली किताब एकबार सरसरी निगाह से पढ़ लें,रंगीन मार्कर से प्रमुख बिंदुओं को तारांकित कर लें, बेहतर तरीके से याद रखने के लिए यूट्यूब पर किसी भी चैनल से इन पत्रिकाओं को पढ़ाने वालों की वीडियो देख लें जो चार-पांच घण्टे में आपको बेहतर तरीके से पुनरावृत्ति करा देंगे।
यूट्यूब पर ब्रेकटाइम क्लासेज वाली ऋचा पांडे मैडम के चैनल पर पूर्व परीक्षाओं के प्रश्न और करेंट अफेयर्स की पुनरावृत्ति के लिए कम अवधि की और सटीक वीडियो पड़ी हुई हैं।आप देख सकते हैं,हालांकि यह एक सुझाव भर है कोई प्रमोशन नही
इतिहास में क्रोनोलॉजी यानि कालक्रम कांग्रेस से इतर बनी संस्थाएं ,गाँधी जी,सल्तनत और मुगल कालीन कालक्रम,मौर्या-गुप्त शब्दावली, वैदिक काल,सिंधु स्थल और महाजनपद पर अपना ध्यान केंद्रित रखें।
भूगोल में नदियां,दर्रे,पहाड़,राजधानियां, विश्व मानचित्र अधिक महत्व रखता है।टारगेट विद आलोक और/या राजतनील सोलंकी की यूट्यूब प्लेलिस्ट देखें यदि समय अनुमति दे।
लक्ष्मीकांत से प्रस्तावना,मौलिक अधिकार,नीति निदेशक तत्व,मौलिक कर्तव्य,संसद की विभिन्न समितियां,हर राज्य में राज्यसभा सीटें,पंचायत सम्बन्धी विभिन्न समितियां आदि पढ़ लें।इसकी एक सात घण्टे की एक वीडियो इमरान सर ने (जी.एस. वर्ल्ड) यूट्यूब पर डाली हुई है,लेकिन उसे केवल और केवल पुनरावृत्ति के उद्देश्य से पढ़े।
अर्थशास्त्र के लिए पुराने प्रश्न पढ़ें,गरीबी,विभिन्न कर्व,पंचवर्षीय योजनाएं,बैंक और संस्थाओ का स्थापना वर्ष,जी.डी.पी. ,सरकारी योजनाएं महत्वपूर्ण हैं। कोई तथ्य अगर समझ न आये तो उसे यूट्यूब पर खोज लें,आशीर्वाद सिंघल सर बेहतर तरीके से सरल उदाहरणों के साथ पढ़ाते हैं।उनकी प्लेलिस्ट से चुनिंदा वीडियो देख लें।
विज्ञान,पर्यावरण हेतु आप पुराने प्रश्न और लुसेंट पढ़ें।
आर.ओ. के लिए हिंदी के छः बिंदु आप नालंदा/आदित्य या डिकोड एग्जाम प्रकाशन की पीली पुस्तक से परीक्षा से दस दिन पहले रोज दो घण्टा देकर भी कर लेंगे तो पर्याप्त है।उसके साथ भी पुरानी परीक्षाओं के प्रश्न आपके लिए पथ प्रदर्शक होंगे।
अंतिम चरण : बीस दिन
●अंतिम चरण : बीस दिन
स्वयं की तैयारी पर भरोसा रखिये,कुछ भी नया न पढ़ें,इन दिनों में हो सके तो चार-पांच फ्री मॉक पेपर लेकर उन्हें तय समय मे हल करें,पुराने सालों के पेपर भी एक बेहतर विकल्प है।याद रखिये डेढ़ सौ में से कुछ प्रश्न आपको करने नहीं बल्कि छोड़ने हैं।तकरीबन सौ प्रश्न सही करना आपका काम बना देंगे,लेकिन नकारात्मक अंकों से बचने के लिए ध्यान से प्रश्न चुन कर हल करें।तुक्के के बजाय तार्किक होकर चुने,जहां आपको दो विकल्पों में अंदेशा हो,वहां अपनी तैयारी पर थोड़ा भरोसा रखें।
उपसंहार
यह लेख किसी चैनल/पुस्तक के प्रचार हेतु नहीं है, केवल और केवल अपने अनुजों/बहनों की यथासम्भव सहायता हेतु है।
यह परीक्षा आपकी मेधा से अधिक आपकी निरंतरता को परखती है,रोज नियम से पढ़िए।
शुभकामनाएं और स्नेहाशीष।
अभिलाष कौशिक
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com