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दूसरा मैच एडीलेड 12 से 16 दिसंबर 2003

IMAGE CREDIT-HINDUSTAN TIMES

आपका -विपुल

चढ़ती हुई सर्दी
12 दिसंबर 2003
एडिलेड का मैदान
श्रृंखला का दूसरा टेस्ट
जहीर खान की चोट और हरभजन सिंह को रेस्ट।
इरफान का डेब्यू, कुंबले की वापसी।
उधर नाथन ब्रेकन बाहर
ब्राड विलियम्स अंदर।
टॉस जीता आस्ट्रेलिया ने।
पहले बैटिंग ली।
खब्बु दैत्य बल्लेबाज़ मैथ्यू हेडन और सोफिस्टिकेटेड खब्बू दानव बल्लेबाज़ जस्टिन लेंगर को पहला ओवर फेंका खब्बू गेंदबाज आशीष नेहरा ने और दूसरा इरफान पठान ने।
बाएं हाथ से?

ये भी खब्बू निकल गया यार।
साले वामपंथी।

पठान के तीसरे ओवर की दूसरी गेंद पर 15 गेंदों पर 12 रन बना चुके मैथ्यू हेडेन विकेट कीपर पार्थिव पटेल को कैच पकड़ा गए।
आस्ट्रेलिया 22/1
ओवर 5.2

इरफान पठान का पहला विकेट।
खुशी?
खुशी से एक डिग्री ज़्यादा बहुत ज्यादा खुशी।

वन डाउन रिकी पॉन्टिंग आते थे आस्ट्रेलिया के लिए और आने के बाद जाने का नाम नहीं लेते थे।
लेंगर को भी भारतीय गेंदबाजी वैसी ही प्रिय थी जैसी दिल्ली की जनता को केजरीवाल।
113 रन की साझेदारी
लंच के पहले अर्धशतक बना चुके जस्टिन लेंगर 58(72) को कुंबले ने सहवाग के हाथों कैच करवाया।
आस्ट्रेलिया 135/2
ओवर 26.5
अरे , ये टेस्ट मैच ही था यार,
विश्वास करो।

लंच भी यहीं हुआ
पॉन्टिंग ने 60 पर नाबाद थे, डेमियन मार्टिन शून्य पर।
पोंटिंग ने भी 64 गेंदों पर 50 बनाया था। लेंगर की तरह ।
पोंटिंग ने भी 7 चौके लगाए थे।
लेंगर की तरह।
पर लेंगर ने एक छक्का भी लगाया था।

डेमियन मार्टिन ने 39 गेंदों पर 30 बनाए और स्टीव वॉग ने 53 गेंदों पर 30 रन बनाए।
दोनों को आशीष नेहरा ने आउट किया।। मार्टिन का कैच लक्ष्मण ने पकड़ा। स्टीव वॉग बोल्ड हुए थ

आस्ट्रेलिया के 200 रन ,38.4 ओवर में बन चुके थे। और डेमियन मार्टिन ठीक 200 के स्कोर पर ही आउट हुए थे। रिकी पोंटिंग का शतक 117 गेंदों में हो चुका था। 17 चौके थे।
टी पर आस्ट्रेलिया 241/3 थी।
पोंटिंग 110 नाबाद
स्टीव वॉग 24 नाबाद
टी के बाद स्टीव वॉग को नेहरा ने बोल्ड मारा था।

आस्ट्रेलिया 252/4
ओवर 54
टेस्ट ही था यार, विश्वास करो।

और फिर साइमन कैटिच का क्रीज पर आना हुआ । और भाई
सौरव गांगुली अपने गेंदबाजों का जितना भरण पोषण नहीं कर पाए थे, पोंटिंग ने उन गेंदबाजों का उससे ज्यादा शोषण कर डाला।
यौन शोषण?
नहीं भाई ! पोंटिंग स्ट्रेट था यार।

दौड़ा दौड़ा के मारा, भगा भगा के मारा, लथेड़ लथेड़ के मारा, घुसेड़ घुसेड़ के मारा। मारा, पटका और फिर मारा।
क्या बोलें पोंटिंग ने भारतीय गेंदबाजों के साथ क्या सुलूक किया उस दिन। कैटिच का रोल साथी गुंडे का था।
कैटिच को 89वें ओवर पहली गेंद पर अजीत अगरकर ने सहवाग के हाथों कैच करवाया।
ऑस्ट्रेलिया 390 /5
ओवर 88.1
और अगले बल्लेबाज़ एडम गिलक्रिस्ट थे।
😂😂😂😂

पहले दिन का खेल ऑस्ट्रेलिया 400/5 स्कोर पर खत्म हुआ।
रिकी पोंटिंग 176
एडम गिलक्रिस्ट 9 रनों पर नाबाद।
आजकल टेस्ट में एक दिन में 400 बनना कठिन है।
तब कठिन से एक डिग्री ज़्यादा बहुत कठिन था।

दूसरे दिन एडम गिलक्रिस्ट 24 गेंदों पर 29 रन बना कर आउट हुए अगरकर ने सहवाग के हाथों कैच करवाया।
ऑस्ट्रेलिया 426/6
ओवर 96.1
पोंटिंग ने 288 गेंदों पर 200 बना लिए थे।
एंडी बिशेल ने 19(45) बनाए और कुम्बले ने आकाश चोपड़ा के हाथों कैच करवाया।
ऑस्ट्रेलिया 473/7
ओवर 108.5

गिलेस्पी आउट होने के मूड में नहीं थे।
दूसरे दिन लंच पर आस्ट्रेलिया 523/7 था।
पोंटिंग 228, गिलेस्पी 29 पर नाबाद। आखिरकार लंच के बाद रिकी पोंटिंग आउट हुए
352 गेंदों पर 242 रन बनाए थे पोंटिंग ने 31 चौकों के साथ।
कुम्बले की गेंद पर द्रविड़ ने आउट किया था।
ऑस्ट्रेलिया 556 /8
ओवर 126.2

इसी स्कोर पर ब्रैड विलियम्स को कुम्बले ने शून्य पर बोल्ड किया और स्टुअर्ट मैकगिल को पगबाधा कर कुम्बले ने वो बतख पकड़ाई जो सीरीज में दोनों टीमों के बीच दौड़ रही थी।
गोल्डन थी ये वाली।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 556रन बनाए थे।
जैसन गिलेस्पी 48 पर नाबाद रहे।
अनिल कुम्बले ने 154 रन देकर 5 विकेट लिए थे।
नेहरा अगरकर को दो दो , पठान को 1 विकेट मिला।
बेहतरीन शतक लगाए थे।
चारों भारतीय गेंदबाजों ने।
भारत की पारी सहवाग स्टाइल में शुरू हुई।
ठीक 12 ओवर में 66 रनों पर पहला विकेट कमेंट्री में कानों से खून निकाल सकने की योग्यता रखने वाले आकाश चोपड़ा 27(44) का गिरा। कैच और बोल्ड बिशेल
और फिर बल्ले से आग लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग 47 (41) को भी बिशेल ने हेडेन के हाथों कैच करवा दिया।
भारत 81/2
ओवर 15.4
सचिन तेंदुलकर 1(6)
का मूड नहीं था, बिशेल की गेंद पर गिलक्रिस्ट को कैच दे कर निकल लिए और सौरव गांगुली 2(7)
यूसेन बोल्ट बनते बनते इंजमाम उल हक बन गए।
रन आउट हुए
भारत 85/4
ओवर 20.3

भारत मुश्किल से एक डिग्री ज़्यादा बहुत मुश्किल में था।
तब द्रविड़ का साथ देने लक्ष्मण आए।

लक्ष्मण स्पेशल से एक डिग्री ज्यादा वेरी वेरी स्पेशल थे। विकेट नहीं दिया। अर्धशतक लगा गए।
दूसरे दिन का खेल ख़त्म होने पर भारत 180/4 था।
लक्ष्मण 55 द्रविड़ 43 पर नाबाद थे।

2000 से 2012 की भारतीय टेस्ट विजयें देखिए।
90 प्रतिशत में लक्ष्मण हंसते हुए मिलेंगे।
यहां भी हंसे,
द्रविड़ के साथ।
100 नहीं 200 नहीं 300 की साझेदारी हुई।
शतकीय से दो डिग्री ज्यादा त्रिशतकीय साझेदारी हुई वीवीएस और द वॉल के बीच और दीवार खड़ी कर दी रनों की।
मार्क वॉग , अजहरुद्दीन की श्रेणी के बल्लेबाज़ लक्ष्मण इतने शास्त्रीय कलाकार थे कि मजा आ जाता था। उधर द्रविड़ का डिफेंस लाजवाब था।
लक्ष्मण की ऑन ड्राइव, द्रविड़ के स्क्वायर कट, लक्ष्मण के लेग ग्लांस, द्रविड़ की स्ट्रेट ड्राइव।
मजा आ गया।
तीसरे दिन लक्ष्मण और द्रविड़ दोनों ने शतक बना लिए थे।
टी के ठीक पहले 282 गेंदों पर 18 चौकों की मदद से 148 रन बना चुके लक्ष्मण बिशेल की गेंद पर गिलक्रिस्ट को कैच पकड़ा बैठे। द्रविड़ तब 188 पर खेल रहे थे।
भारत 388 /5
ओवर 114.2
टी हो गई।

फिर पार्थिव पटेल 31(52)भी द्रविड़ के साथ बेशकीमती साझेदारी कर गए । पटेल को कैटीच ने पोंटिंग के हाथों कैच करवाया।
भारत 447/6
ओवर 129.3

अगरकर 11(30) भी साइमन कैटीच का शिकार बने।
तीसरे दिन का खेल खत्म हुआ तो द्रविड़ दोहरे शतक से 1रन कम 199 पर नाबाद थे।
कुम्बले 1 पर नाबाद थे।
भारत 477/7 था।

अगले दिन राहुल द्रविड़ ने अपने 200 पूरे किए और 223 रन बनाकर अंतिम विकेट के रूप में आउट हुए।446 गेंद,23 चौके,1 छक्का।
भारत 523 आल आउट
ऑस्ट्रेलिया से मात्र 33 रन पीछे।
एंडी बिशेल ने 4 , स्टुअर्ट मैकगिल और साइमन काटीच ने 2 2 और जैसन गिलेस्पी ने 1 विकेट लिया था।

राहुल द्रविड़ की ये पारी क्लास थी,
राहुल द्रविड़ की ये पारी खास थी , ये पारी क्लास थी
ये पारी टॉप से एक डिग्री ऊपर लल्लन टॉप थी
और लक्ष्मण की इनिंग ?
उसका तो रोज का था यार वेरी वेरी स्पेशल पारियां खेलना ।

द्रविड़ और लक्ष्मण की इन पारियों ने भारतीय गेंदबाजों को अश्वगंधा और सफेद मूसली चूर्ण चटा दिया था।
अगरकर को शायद जिनसेंग भी मिल गया था। पहला विकेट लेंगर 10(8) का अगरकर ने गिराया, पगबाधा और फिर पोंटिंग 0(17) को भी पटक दिया।
लंच पर ऑस्ट्रेलिया 21/2 था। हेडेन 9 मार्टिन 2 पर नाबाद।

लंच के बाद आशीष नेहरा ने बत्तीसी चमकाई
मैथ्यू हेडेन कैच सहवाग बोल्ड नेहरा 17(32)
ऑस्ट्रेलिया 44/3
ओवर 15.2

डेमियन मार्टिन और स्टीव वॉग ने मोर्चा संभाला। और स्कोर 109 तक खींच लाए । तब भारत की तरफ से उन सचिन तेंदुलकर ने मोर्चा संभाला जो लीजेंड से कई डिग्री ऊपर महामानव थे। टी के ठीक पहले
डेमियन मार्टिन कैच द्रविड़ बोल्ड तेंदुलकर 38(76)
स्टीव वॉग कैच द्रविड़ बोल्ड तेंदुलकर 42(65)
टी पर ऑस्ट्रेलिया 112/5 था।
34.1ओवर
कैटिच 2 नाबाद।

एडम गिलक्रिस्ट और साइमन कैटिच स्कोर 183 तक ले गए।
यहां गिलक्रिस्ट 43(45) को कुम्बले ने बोल्ड मार दिया।
शेष चारों शिकार अगरकर ने किए।
कैटिच 31 (58) को अगरकर नेहरा के हाथों कैच करवाया जब स्कोर 188 था और ऑस्ट्रेलियाई टीम का पुलिंदा 196 पर बांध दिया। शेष तीनों विकेट भी लेकर।

अगरकर ने 41 रन देकर 6 विकेट लिए थे।। ये बेहतरीन से एक डिग्री ज्यादा यादगार स्पेलर था।
सचिन ने 2 कुम्बले नेहरा ने 1 1 विकेट लिए थे।
भारत को जीत लिए 230 रन बनाने थे।
वक्त काफी था
दिन का खेल भारत 37/0 पर खत्म हुआ।
आकाश चोपड़ा 10, सहवाग 25 पर नाबाद थे।

आकाश चोपड़ा 20 (54)
पांचवें दिन पहले गए। गिलेस्पी ने पगबाधा किया
भारत 48/1
फिर सहवाग 47(81) मैकगिल की गेंद पर स्टंप हो गए।
भारत 79/2
लंच पर भारत 108/2 था।
द्रविड़ और तेंदुलकर दोनों ही 17 पर नाबाद थे।
जीत दिख रही थी।
ऑस्ट्रेलिया में
बीसों साल बाद।

सचिन 37 (59) मैक्गिल की गेंद पर चूके पगबाधा हो गए।
भारत 149/3
और सौरव गांगुली 12(22एंडी बिशेल की गेंद पर कैटिच को कैच पकड़ा गए।
भारत 170/4
63 रन बाकी थे अभी।
धक धक होने लगा था भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिल में।

वीवीएस लक्ष्मण ने अमूल्य 32 (34)रन बनाये।
94 के स्ट्राइक रेट से।
क्लास था लक्ष्मण में ।
221 के स्कोर पर लक्ष्मण को कैटिच ने बिशेल के हाथों कैच करवाया। और पार्थिव पटेल 3(16) को भी बोल्ड कर दिया।
229 के स्कोर पर।
राहुल द्रविड़ ने विजयी रन बनाए।
इस पारी में राहुल द्रविड़ 170 गेंदों पर 7 चौकों की मदद से 72 रन बना कर नाबाद रहे थे।
भारत ये मैच 4 विकेट से जीता।
सीरीज में एक शून्य की बढ़त ली।
राहुल द्रविड़ मैन ऑफ द मैच रहे।
ये जीत, बहुत बड़ी जीत से एक डिग्री ज्यादा यादगार जीत थी।
आपका-विपुल
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One thought on “भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज 2003-04

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