पहला मैच ब्रिसबेन 04 से 08 दिसंबर 2003
आपका -विपुल
चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला।
दादा कप्तान। आकाश चोपड़ा सलामी बल्लेबाज़, पार्थिव पटेल विकेटकीपर और स्टीव वॉग की आखिरी टेस्ट सीरीज।
मसाला भरपूर थे भारत के 2003 -04 आस्ट्रेलिया दौरे पर।
हां, बल्ले से आग लगाने वाले सहवाग तो थे ही।
ब्रिसबेन में 04 दिसंबर 2003 को पहला टेस्ट शुरू हुआ।
सौरव गांगुली ने टॉस जीता और स्टीव वॉग एंड कम्पनी को बल्लेबाज़ी को बुलाया।
जस्टिन लेंगर, मैथ्यू हेडेन ने बल्ले संभाले,
जहीर खान , आशीष नेहरा ने नई।
अबे, सारे वामपंथी ही भरे पड़े थे यार।
अपना कप्तान भी।
जिस चीज को फारसी में देव कहते थे, संस्कृत में जिसे दैत्य कहते थे,2004 में ऑस्ट्रेलियाई भाषा में उसे मैथ्यू हेडन कहते थे। और लेंगर?
दानव नाम की चीज़ भी होती है भाई।
15 ओवर 73 रन
टेस्ट था भाई, यकीन करो।
जहीर खान ने हेडन 37 (52)को स्लिप पर लक्ष्मण के हाथों कैच करवाया । स्कोर 15.2ओवर में 73 था आस्ट्रेलिया का। और वन डाउन रिकी पोंटिंग आए। मल्लब ज्वालामुखी के बाद सुनामी।
कैसी टीम थी यार?
तो लंच करके उसके बाद 54(88) बना कर रिकी पोंटिंग जब जहीर खान को विकेट और पार्थिव पटेल को कैच देकर वापस लौटे तो 41.4ओवर में आस्ट्रेलिया का स्कोर 162 था। ये टेस्ट मैच ही था यार, विश्वास करो।
और पोंटिंग के आउट होने के बाद डेमियन मार्टिन आए।
मल्लब सुनामी के बाद भूकंप।
हद है यार।
लेंगर टी की चुस्की लेते हुए भी सोच रहे थे कि किस भारतीय गेंदबाज पर रन लेकर अपना शतक पूरा करेंगे। टी के बाद लेंगर ने
155 गेंदों पर 15 चौकों की मदद से अपना शतक पूरा किया।
फिर आस्ट्रेलिया के 250 रन पूरे हुऐ। पहले दिन का खेल खराब रोशनी की वजह से जल्द खत्म हुआ।62 ओवर में 262/2
लेंगर 115, मार्टिन 36 पर नाबाद थे।
दूसरे दिन खराब रोशनी रही लेकिन जो 16 ओवर खेल हो पाया उसमें जहीर खान और अजीत अगरकर ने मिलकर आस्ट्रेलिया के विकेटों की संख्या 9 तक पहुंचा दी।
268 के टीम स्कोर पर जस्टिन लेंगर 121(194) को अगरकर ने बोल्ड मारा।275 के टीम स्कोर पर डेमियन मार्टिन 42(79) रन आउट हुए और स्टीव v
वॉग को जहीर खान ने 275 के स्कोर पर ही एक बत्तख थमा दी। बत्तख।
साइमन कटिच ने 16 और एंडी बिशेल ने 11 रन बनाये थे। और एडम गिलक्रिस्ट भी जहीर खान से बत्तख ले के गए थे।
दूसरे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण खतम होने पर आस्ट्रेलिया का स्कोर 323/9 था।
खेल तो तो तीसरे दिन भी आधा घण्टे ही हुआ।
दिन की पहली ही गेंद पर अगरकर ने स्टुअर्ट मैकगिल को आउट किया।
आस्ट्रेलिया 323 आल आउट
जहीर खान 5 , अजीत अगरकर 3 विकेट।
मार्टिन और गिलेस्पी रन आउट हुए थे।
भारत ने 6 ओवर खेले।
11 रन बनाए।
आकाश चोपड़ा, वीरेंद्र सहवाग 5 5 रनों पर नाबाद थे।
तीसरे दिन का खेल ख़त्म।
चौथे दिन भरपूर खेल हुआ।। वीरेंद्र सहवाग अपने मूड में थे तो जल्दी आउट भी हुए हालांकि ओपनिंग 61 रनों की हो गई थी जो पिछ्ले ऑस्ट्रेलियाई दौरे की ओपनिंग स्कोर से बहुत ज्यादा थीवीरेंद्र सहवाग 45 (51) को नाथन ब्रैकन ने हेडन के हाथों कैच करवाया
भारत 61/1
ओवर 19.2
राहुल द्रविड़ 1 को गिलेस्पी ने निपटाया और जो बत्तख स्टीव वॉग को जहीर ने दी थी, वही बत्तख द्रविड़ के बाद आए सचिन तेंदुलकर को जैसन गिलेस्पी ने पकड़ा दी।
भारत 62/3
ओवर 23
सौरव गांगुली स्टील मैन स्टीव वॉग के प्रतिद्वंदी थे। और प्रतिद्वंदी के स्तर से आप किसी खिलाड़ी का मूल्यांकन कर सकते हैं।
मतलब स्थिति विकट थी तो गांगुली का सर्वश्रेष्ठ निकट था।
आकाश चोपड़ा खूब खेले और गांगुली का साथ निभाया।
135 गेंदों पर 36 रन बनाए।
गिलेस्पी ने हेडन के हाथों चोपड़ा को आउट करवाया। तब भारत का स्कोर 42.4ओवर में 127 पर 4 हुआ।
चोपड़ा बाहर, लक्ष्मण अंदर।
आप भारतीय टेस्ट टीम का इतिहास देखें
1999 से 2012 तक
वीवीएस लक्ष्मण हर उस जगह आपको चमकते हुए मिलेंगे जहां किसी बल्लेबाज़ का चमकना जरूरी था।
यहां भी लक्ष्मण चमके।
स्क्वायर ड्राइव, ऑन ड्राइव , स्ट्रेट ड्राइव सब निकले लक्ष्मण के बल्ले से।
पहले लक्ष्मण की अर्धशतक हुई 73 गेंदों में फिर सौरव गांगुली का शतक 135 गेंदों में ।
टी के वक्त भारत 252 पर चार था।
गांगुली 101 , लक्ष्मण 60 पर नाबाद थे।
टी के बाद 273 के टीम स्कोर पर वीवीएस लक्ष्मण 75 (113) को स्टुअर्ट मैकगिल ने साइमन काटिच के हाथों कैच करवाया।
पार्थिव पटेल आए और टिक गए।
सौरव गांगुली को दादा यूं ही नहीं कहा गया। आगे बढ़ कर लड़ते थे। सीरीज के पहले ही मैच में नाजुक स्थिति से टीम को उबार लाए थे।
लेकिन दिन का खेल समाप्त होने के पहिले धैर्य खो उठे।
गांगुली ने 196 गेंदों पर 144 रन बनाए थे और मैकगिल की ललचाती हुई गेंद पर गिलेस्पी को कैच थमा गए।
भारत का स्कोर 329/6 हुआ और दिन का खेल 362/6पर खत्म हुआ।
पार्थिव पटेल 37 , अजित अगरकर 12 पर नाबाद थे।
पांचवे दिन खेल शुरू होते ही पार्थिव पटेल 37(105) गिलेस्पी का शिकार बन गए। जहीर खान के 27 , हरभजन के 19 और अगरकर के 12 रनों से भारत की पारी 120.1ओवर में 409 रनों पर सिमटी।
जैसन गिलेस्पी, स्टुअर्ट मैकगिल ने 4 4 विकेट लिए थे। नाथन ब्रैकन और एंडी बिशेल को एक एक विकेट मिला था।
भारत ने 86 रनों की लीड ले ली थी और दूसरी पारी में अपने पहले ही ओवर में अगरकर ने लेंगर को वो बत्तख पकड़ा दी जो तेंदुलकर गिलेस्पी से लाए थे ।
आस्ट्रेलिया 6/1
लेकिन मैथ्यू हेडन और रिकी पोंटिंग की जोड़ी तत्कालीन गेंदबाज़ों के लिए प्रेम चोपड़ा और रंजीत से कम नहीं थी।
दोनों गेंदबाज़ों के चीर हरण पर आमादा ही रहते थे ।
दोनों 50 बना गए अपने अपने।
और पोंटिंग 50 (75 ) को अपनी लेंथ बॉल पर आउट करके आशीष नेहरा ने जब अपनी बेमिसाल बत्तीसी चमकाई , तब आस्ट्रेलिया का स्कोर 28.4 ओवर में 146/2 था।
और हां, ये टेस्ट मैच ही चल रहा था।
भीष्म, द्रोण, कर्ण,शल्य, अर्जुन, भीम।
महाभारत में जितने महारथी थे ,2000 की आस्ट्रेलिया टीम में उतने मैच विनर खिलाड़ी थे।
पॉन्टिंग बाहर, मार्टिन अंदर।
66 (100) बना गए मार्टिन
और 56(102) बना गए स्टीव वॉग।
मैथ्यू हेडन दुर्भाग्यशाली रहे ,99 के व्यक्तिगत स्कोर पर हरभजन की गेंद पर सहवाग को कैच पकड़ा गए। विश्वास करिए 29.5 ओवर में स्कोर 156 था जब हेडन आउट हुए थे।
हां, ये टेस्ट मैच ही था।
284 पर 3 विकेट पर स्टीव वॉग ने पारी घोषित की। भारत को लगभग 20 ओवर खेलने थे और जीत के लिए 199 रन बनाने थे।आकाश चोपड़ा ने पहले ओवर में चार रन बनाए। दूसरे ओवर की पहली गेंद पर ब्रैकेन ने सहवाग को वो बत्तख पकड़ाई जो अगरकर ने लेंगर को दी थी। अबकी ये बत्तख सुनहरे रंग में रंगी थी।
आकाश चोपड़ा ने बेहतरीन रनों की यादगार पारी खेल दी थी। थक गए थे।अगली ही गेंद पर ब्रैकेन की गेंद पर लेंगर को कैच पकड़ाया।
भारत 4 /2
ओवर 1.2
राहुल द्रविड़ ने मोर्चा संभाला और लक्ष्मण ने भी , जो हमेशा मौके पर काम आते थे।
द्रविड़ 43(47) और लक्ष्मण 24 (43) की नाबाद पारियों ने मैच बचाया।
भारत के दूसरी पारी में 16 ओवर में 73/2 के स्कोर पर मत जाओ जहां मैच खत्म हुआ।
भारत ने मैच बचाया ही कहेंगे।
वो आस्ट्रेलिया टीम राक्षसों की थी।
ब्रैकेन ने भारत के दोनों विकेट लिए थे।
मैन ऑफ द मैच शतकवीर सौरव गांगुली रहे।
आपका -विपुल
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