आपका -विपुल
यूं ही मन में आया कि टीम इंडिया के लिये टेस्ट मैच खेले तेज और मध्यम तेज गेंदबाजों का एक संकलन बनाया जाये।
एक छोटी सी कोशिश है। देखियेगा।
मोहम्मद निसार
मोहम्मद निसार भारत के पहले तेज़ गेंदबाज थे।
1932 से 1936 तक खेले।भारत के पहले टेस्ट मैच में पहली गेंद फेंकी।
6 टेस्ट में 25 विकेट
28 का औसत
48 का स्ट्राइक रेट।
वैसे फर्स्ट क्लास में 17 औसत और 38 स्ट्राइक रेट था।
बाद में पाकिस्तान चले गए थे।
अमर सिंह
अमर सिंह भारत के दूसरे तेज़ गेंदबाज थे।भारत के पहले टेस्ट में दूसरा ओवर फेंका।1932 से 1936 तक खेले।
लंबे चौड़े अमर सिंह तेज़ गेंदबाजी के साथ ठीक ठाक बल्लेबाजी भी कर लेते थे।
7 टेस्ट में 30 औसत से 28 विकेट।
8 टेस्ट में 22 औसत से 292 रन।
भारत की तरफ से पहला टेस्ट अर्धशतक
मात्र 29 वर्ष में मृत्यु।
कमांडर राजगोपालाचारी रंगाचारी
कमांडर राजगोपालाचारी रंगाचारी
1948 में 4 टेस्ट मैच खेले।
दो आस्ट्रेलिया, दो वेस्ट इंडीज के खिलाफ़।
54.77 औसत और 94 स्ट्राइक रेट से 9 टेस्ट विकेट।
62 प्रथम श्रेणी मैचों में 26 औसत और 54 स्ट्राइक रेट से 199 विकेट।
तमिलनाडु पुलिस में डीएसपी थे।
इनके पुत्र सी आर विजय राघवन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अंपायरिंग करते थे।
रमाकांत देसाई
रमाकांत देसाई
1959 से 1968 तक खेले दायें हाथ के गेंदबाज रमाकांत देसाई भारत के लिये खेले विशुद्ध तेज गेंदबाजों में से एक रहे।
28 टेस्ट मैचों में 37.31 के औसत,75.6 के स्ट्राइक रेट से 74 विकेट।
150 प्रथम श्रेणी मैचों में 25 औसत और 51 स्ट्राइक रेट से 468 विकेट।
बड़ा नाम था रमाकांत देसाई का।
मोहिंदर अमरनाथ
मोहिंदर अमरनाथ
1969 से 1989 तक खेले
भारतीय क्रिकेट की सबसे मजबूत शख्सियतों में से एक।
बल्लेबाज नहीं मध्यम तेज़ गेंदबाज के तौर पर लिस्ट में हैं।
69 टेस्ट में 55 औसत, 114 स्ट्राइक रेट से 32 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 4 /63।
85 एकदिवसीय में 42 औसत,4.33 की इकोनॉमी से 46 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 3 /12।
277 प्रथम श्रेणी और 61 लिस्ट ए विकेट।
4378 टेस्ट रन और 1924 एकदिवसीय रन बनाने वाले मोहिंदर अमरनाथ का रन अप इतना सुस्त था कि लगता था इनका गेंदबाजी करने का मन ही नहीं है।
करसन घावरी
करसन घावरी की ज़्यादा चर्चा नहीं होती।1974 से 1981 तक खेले।
ये साइमंड्स के बहुत पहले बायें हाथ से तेज़ गेंदबाजी के साथ स्लो लेफ्टआर्म स्पिन भी कर लेते थे
39 मैचों में 109विकेट हैं 33.54 औसत और 64 .50 स्ट्राइक रेट से।नई गेंद संभालते थे।स्पिन और फ़ास्ट दोनों गेंदबाजी से 4 – 4 विकेट एक पारी में लिए थे।
19 एकदिवसीय में 4.11 की इकोनॉमी से 15 विकेट।
452 प्रथम श्रेणी और 47 लिस्ट ए विकेट।
बल्लेबाज भी ठीक ठाक थे।
टेस्ट में 2 अर्धशतक हैं और 21 का बल्लेबाज़ी औसत।
मदन लाल
मदन लाल 1974 से 1986 तक खेले।
मध्यम तेज में भी बहुत तेज नहीं थे।
39 टेस्ट में 40 औसत और 84 स्ट्राइक रेट से 71 विकेट।
67 वनडे में 29 औसत और 4.05 की इकोनॉमी से 73 विकेट।
बल्लेबाज भी ठीक ठाक थे।
1042 टेस्ट रन,5 अर्धशतक।
401 वनडे रन।
कपिल देव
कपिल देव
1978 से 1994 तक खेले
131 टेस्ट मैच ,29 की औसत और 2.70 की इकॉनोमी से 434 विकेट।सर्वश्रेष्ठ 9/83।
23 बार पारी में 5 विकेट,2 बार मैच में 10 विकेट।
225 एकदिवसीय में 27 की औसत 3.70 की इकोनॉमी से 253 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 5 /43
835 प्रथम श्रेणी और 335 लिस्ट ए विकेट।
टेस्ट में 5248 रन।
एकदिवसीय में 3783 रन।
5000 टेस्ट रन और 350 टेस्ट विकेट लेने वाले मात्र 2 खिलाड़ियों में से एक।
एक समय सर्वाधिक टेस्ट विकेट का विश्व रिकॉर्ड इनके नाम था।
निसंदेह भारत के सबसे बड़े तेज गेंदबाज, भारत के सबसे बड़े आल राउंडर।
1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव।
रोजर बिन्नी
रोजर बिन्नी
दायें हाथ के तेज गेंदबाज
1979 से 1987 तक खेले।
27 टेस्ट में 32.63 औसत और 61 स्ट्राइक रेट से 47 विकेट ।
2 बार पारी में 5 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 6 /56।
72 एकदिवसीय में 29 औसत और 4.58 की इकोनॉमी से 77 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 4 /29।
ठीक ठाक बल्लेबाज थे।
टेस्ट में 5 और वनडे में 1 अर्धशतक है इनके नाम।
205 प्रथम श्रेणी विकेट,122 लिस्ट ए विकेट।
1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रोजर बिन्नी का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बल्लेबाज़ी औसत 34 है।14 शतक हैं और सर्वोच्च 211 नाबाद है।
बलविंदर संधू
बलविंदर संधू
1983 विश्वकप के हीरो।
1982 से 1984 तक खेले
8 टेस्ट में 55.70 औसत और 102 स्ट्राइक रेट से 10 विकेट
सर्वश्रेष्ठ 3 /87
22 एकदिवसीय में 47.68 औसत और 4.12 की इकोनॉमी से 16 विकेट
सर्वश्रेष्ठ 3 /27।
168 प्रथम श्रेणी विकेट।
36 लिस्ट ए विकेट
2 टेस्ट अर्धशतक।
चेतन शर्मा
चेतन शर्मा।
1983 से 1994 तक खेले
23 टेस्ट में 35.45 के औसत ,56.80 के स्ट्राइक रेट से 61 विकेट।
4 बार पारी में 5 एक बार मैच में 10 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 6 /58।
65 वनडे में 34 औसत ,4.94 की इकोनॉमी से 67 विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 3 /22।
1 वनडे शतक ,1 टेस्ट अर्धशतक इनके नाम है।
एकदिवसीय विश्वकप 1987 में हैट्रिक ली थी न्यूजीलैंड के खिलाफ़।
राजू कुलकर्णी
राजू कुलकर्णी भी दायें हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज थे जो 1983 से 1987 तक भारत के लिये 3 टेस्ट मैच और 10 एकदिवसीय मैच खेले।
3 टेस्ट में 45.40 औसत और 73.20 के स्ट्राइक रेट से 5 विकेट लिये।
10 एकदिवसीय में 34.50 औसत ,4.66 की इकोनॉमी से 10 विकेट लिये।
79 प्रथम श्रेणी मैचों में 232 और 42 लिस्ट ए मैचों में 56 विकेट हैं राजू कुलकर्णी के।
मनोज प्रभाकर
मनोज प्रभाकर ।
1984 से 1996 तक खेले।
सलामी बल्लेबाज होने के साथ नई गेंद भी संभालते थे।
39 टेस्ट खेले ,32 के एवरेज से 1600 रन बनाए और 37 के औसत और 77.80 के स्ट्राइक रेट से 96 टेस्ट विकेट लिये।
1 टेस्ट शतक बनाया ।3 बार पारी में 5 विकेट।
130 एकदिवसीय में 28.87 औसत और 4.27 इकोनॉमी से 157 विकेट।
1858 एकदिवसीय रन।
385 प्रथम श्रेणी और 269 लिस्ट ए विकेट।
अच्छे हरफनमौला थे पर विवादित व्यक्तित्व रहे।
भरत अरुण
भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच रहे भरत अरुण दाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे।
1986 -87 में श्रीलंका के खिलाफ़ दो टेस्ट खेले ।
29 औसत 63 स्ट्राइक रेट से 4 विकेट लिये।
4 वनडे मैच खेल कर 103 के औसत और 6 की इकोनामी से मात्र 1 विकेट ही ले पाये।
48 प्रथम श्रेणी मैचों में 32 के औसत से 110 और 14 लिस्ट ए मैचों में 7 विकेट हैं भरत अरुण के।
संजीव शर्मा
संजीव शर्मा
दायें हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज
1988 से 1990 तक भारत के लिये 2 टेस्ट मैच और 23 एकदिवसीय मैच खेले।
2 टेस्ट में 41 औसत 69 स्ट्राइक रेट से 6 विकेट।
23 वनडे में 36.95 की औसत,4.98 की इकोनॉमी से 22 विकेट।
89 प्रथम श्रेणी मैचों में 235 विकेट।
61 लिस्ट ए मैचों में 47 विकेट।
ठीक ठाक बल्लेबाज भी थे।
घरेलू प्रथम श्रेणी मैचों में 36 का बल्लेबाज़ी औसत है।
अच्छे बल्लेबाज थे।
विवेक राजदान
विवेक राजदान
1989 में पाकिस्तान के खिलाफ़ पाकिस्तान में उसी टेस्ट सीरीज में डेब्यू हुआ जिसमें सचिन का डेब्यू हुआ था।
2 टेस्ट खेले,2 ही पारी में गेंदबाजी मिली।
पहली पारी में विकेट रहित रहे।
दूसरी पारी में 5 विकेट लिए।
टेस्ट में 28.20 का औसत,48 स्ट्राइक रेट 5 विकेट।
बेस्ट 5/79
3 वनडे मैचों में 77 औसत,5.5 की इकोनामी से 1 विकेट।
29 प्रथम श्रेणी मैचों में 67 विकेट के अलावा 2 शतक भी हैं।
18 लिस्ट ए मैचों में 14 विकेट।
सलिल अंकोला
सलिल अंकोला का डेब्यू सचिन तेंदुलकर और वकार यूनिस के साथ ही हुआ था 15 नवंबर 1989 कराची टेस्ट में ।
दोनों पारियों में 1 -1 विकेट लिया। फिर कभी टेस्ट नहीं खेले।
1 टेस्ट 64 औसत 90 स्ट्राइक रेट 2 विकेट।
1989 से 1997 तक कुल 20 वनडे खेल कर 47.30 औसत 4.57 की इकोनॉमी से 13 विकेट लिये।
बाद में ग्लैमर जगत में आ गये।
अतुल वासन
अतुल वासन
दिल्ली के दायें हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज।
1990 से 1991 के बीच भारत के लिये 4 टेस्ट मैच और 9 एकदिवसीय मैच खेले।
1990 में न्यूजीलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ़ 3 टेस्ट मैच और इंग्लैंड के खिलाफ़ एक टेस्ट मैच खेले।
4 टेस्ट मैचों में 50.40 के औसत और 71.20 के स्ट्राइक रेट से 10 विकेट लिये।
सर्वश्रेष्ठ 4 /108
1 टेस्ट अर्धशतक भी है।
9 एकदिवसीय मैचों में 25.72 के औसत और 3.98 की औसत से 11विकेट।
सर्वश्रेष्ठ 3/28।
290 प्रथम श्रेणी और 65 लिस्ट ए विकेट।
अपने खेले कुल 13 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में मात्र 5 ही घर पर खेले अतुल वासन ने।एक भी टेस्ट मैच भारत में नहीं खेले।
आज यहीं तक।
भारतीय टेस्ट मैचों की तेज गेंदबाजी को हम 5 युगों में बांट सकते हैं।
1- पूर्व कपिल देव युग।
2-कपिल देव युग।
3-श्रीनाथ युग
4-जहीर खान युग
5- जहीर खान के बाद का युग। पहले भाग में पूर्व कपिल युग और कपिल देव युग को समेटा है।
दूसरे भाग में अन्य तीनों युगों के भारतीय तेज और मध्यम तेज गेंदबाजों की बात करेंगे।
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