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भारत का पहला टेस्ट मैच 1932
प्रस्तुति -विपुल मिश्रा

चलिये आज आपको आईपीएल के ज़माने से वापस लिये चलते हैं 1932 में ।
25 जून 1932 था।
इंग्लैंड के लॉर्ड्स का मैदान था और 11 के 11भारतीय खिलाड़ियों का टेस्ट डेब्यू था।
डगलस जॉर्डिन के अंग्रेज धुरंधर क्रिकेटरों के सामने 11 भारतीय जोशीले क्रिकेटर थे जो पहली बार अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच खेलने उतरे थे।


सीके नायडू भारत के कप्तान थे और विकेटकीपिंग का जिम्मा जनार्दन नवले के जिम्मे था।
मैच ऑन।
टॉस इंग्लैंड ने जीता था और पहले बैटिंग का फ़ैसला लिया इंग्लैंड ने।
हो सकता है डगलस जॉर्डिन के मन में रहा हो कि टीम इंडिया के क्रिकेटर पहले अपनी चल्ला लेकर भाग जायें कि हमने गांधी वाली सविनय अवज्ञा कर दी।
भारत के कप्तान नायडू का परिवार कट्टर कांग्रेसी था ही।
भारत की तरफ से नई गेंद मोहम्मद निसार ने संभाली और इंग्लिश बल्लेबाजों को रफ्तार दिखाई।
पारी का दूसरा ओवर साढ़े 6 फीट लंबे और बेहद तगड़े पहलवान अमर सिंह ने डाला था और उनकी लाल लाल आंखें देख इंग्लिश ओपनर थोड़े दहशत में आ गये थे।
अमर सिंह से नहीं डरे नहीं थे,
आई फ्लू से डरते थे अंग्रेज।
तब बेबी के फूंक मार कर सोना की बीमारी ठीक करने वाला फंडा आया नहीं था न!
और अपने दूसरे ही ओवर में मोहम्मद निसार ने हरबर्ट सटक्लिफ को बोल्ड मार कर कौमी एकता का तराना पेश किया।

थोड़ी देर बाद ही दूसरे अंग्रेज ओपनर पर्सी होल्म्स भी मोहम्मद निसार की गेंद पर केवल इसलिये बोल्ड हो गये कि कहीं 2024 में कोई उन्हें इस्लामोफोब बोलने का मौका न पा जाये।


इसके कुछ देर बाद फ्रैंक वूली भी रन आउट हो गये। इन्हें लाल सिंह ने डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट किया था।

लाल सिंह को अपने समय पर जहरीले सांप सा खतरनाक फील्डर कहा जाता था।


तब इंग्लैंड का स्कोर 19 /3 हो गया था।
हरबर्ट सटक्लिफ ने 3 , पर्सी होल्म्स ने 6 और फ्रैंक वूली ने 9 रन बनाये थे।
अपना पहला टेस्ट खेल रहे थे और मैच शुरू होते ही 3 का पहाड़ा पढ़ा दिया था भारत के गेंदबाजों और फील्डरों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को।
प्रभावित हुये आप?
इसके बाद इंग्लैंड के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक वॉली हेमेंड और कप्तान डगलस जोर्डिन ने इंगलैंड की पारी संभाली और टीम के स्कोर को 101 तक खींच ले गये।


यहां पर वाली हेमेन्ड को भारत के दूसरे तेज गेंदबाज अमर सिंह ने बोल्ड मार दिया।
इसके बाद उतरे एडी पेंटर को कप्तान सी के नायडू ने अपनी ऑफ स्पिन से पगबाधा आउट कर दिया। पेंटर ने 14 रन बनाये थे और इंग्लैंड की आधी टीम 149 रनों के स्कोर पर पवेलियन लौट चुकी थी।
नंबर 7 पर इंग्लैंड के विकेटकीपर लेस एम्स आये थे और अच्छा खेल रहे थे पर इंग्लैंड का स्कोर 166 पहुंचा ही था कि इंग्लिश कप्तान डगलस जॉर्डिन को भारत के कप्तान सीके नायडू ने 79 रनों के व्यक्तिगत स्कोर पर विकेटकीपर जनार्दन नवले के हाथों कैच करवा दिया।


लेग ब्रेक गेंदबाज वाल्टर रॉबिंस ने इंग्लैंड के लिये बहुमूल्य 21 रन जोड़े और 229 के टीम स्कोर पर इंग्लैंड के सातवें विकेट के रूप में तब आउट हुये जब मोहम्मद निसार गेंदबाजी कर रहे थे।
लेग ब्रेक गेंदबाज वाल्टर रॉबिंस ने इंग्लैंड के लिये बहुमूल्य 21 रन जोड़े और 229 के टीम स्कोर पर इंग्लैंड के सातवें विकेट के रूप में लाल सिंह को कैच पकड़ा कर तब आउट हुये जब मोहम्मद निसार गेंदबाजी कर रहे थे।
इनके बाद बल्लेबाजी पर आये इंग्लैंड के दूसरे लेगब्रेक गेंदबाज फ्रेडी ब्राउन मात्र एक रन ही बना पाये और मोहमद निसार की गेंद पर अमर सिंह को कैच पकड़ा बैठे। इंग्लैंड का स्कोर 231 /8 हो गया।
बायें हाथ के तेज गेंदबाज बिल वोस के साथ विकेटकीपर लेस एम्स ने कुछ अच्छे रन जोड़े और 252 के टीम स्कोर पर लेस एम्स आउट हुये जब 65 के निजी स्कोर पर एम्स को निसार ने बोल्ड मार कर अपना पांचवां विकेट हासिल किया।

नंबर 11पर उतरे इंग्लैंड के दायें हाथ के तेज गेंदबाज बिल वूज का शिकार अमर सिंह ने किया जब 7 रनों के निजी स्कोर पर वूज मोहम्मद निसार को कैच पकड़ा बैठे।
इंग्लैंड की पूरी पारी 105 ओवर और एक गेंद में 259 रन बना कर समाप्त हुई।
तेज गेंदबाज मोहम्मद निसार के आंकड़े 26-3-93-5 रहे थे और उन्होंने अपने 5 में से 3 विकेट बोल्ड मार के लिये थे।
दूसरे तेज गेंदबाज अमर सिंह के आंकड़े 31.1-10-75-2 थे।
तीसरे तेज गेंदबाज जहांगीर खान ने अपने 17 ओवरों में मात्र 26 रन दिये थे।
कप्तान सी के नायडू ने अपनी ऑफ ब्रेक गेंदबाजी से 2 महत्वपूर्ण विकेट लिये थे और उनके आंकड़े 24-8-40-2 थे।

बायें हाथ के स्पिन आल राउंडर फिरोज पालिया ने 4 और लेग ब्रेक ऑलराउंडर नउमल जियोमल मखीजा ने 3 ओवर फेंके थे।
और इन दोनों ने अपने 7 ओवरों में मात्र 10 रन दिये थे।
अपना पहला ही टेस्ट मैच खेल रहे सभी भारतीय गेंदबाजों का ये प्रदर्शन काबिले तारीफ था।
भारत की तरफ से ओपनिंग में विकेट कीपर जनार्दन नवले और स्पिन आल राउंडर नउमल जियोमल मखीजा आये। पहले दिन का खेल खत्म होने पर दोनों भारतीय बल्लेबाज 11 -11 रन बना कर नाबाद थे और भारत का स्कोर पहले दिन की समाप्ति पर बिना विकेट खोये 30 रन था।
प्रभावित हुये आप?
अगला दिन विश्राम का दिवस था।
27 जून 1932 को दोबारा टेस्ट मैच शुरू हुआ। भारत के कुल स्कोर में 9 रन और जुड़े थे और 39 के टीम स्कोर पर भारतीय विकेटकीपर जनार्दन नवले को बोल्ड करके बिल वूज ने इंग्लैंड टीम को पहली सफलता दिलवाई। जनार्दन नवले ने 12 रन बनाये थे।
नंबर 3 पर सैयद वजीर अली उतरे और भारतीय पारी को नउमल जियोमल के साथ 63 रनों तक पहुंचाया।
यहां पर भारत के दूसरे ओपनर नऊमल जियोमल को लेग स्पिनर वाल्टर रॉबिंस ने पगबाधा आउट कर दिया।नउमल जियोमल ने 33 रन बनाये थे।
नंबर 4 पर कप्तान सीके नायडू उतरे।


उन्होंने सैयद वजीर अली के साथ भारत के स्कोर को सौ के पार पहुंचाया।
भारत का स्कोर 110 हुआ था तब भारत का तीसरा विकेट सैयद वजीर अली के रूप में गिरा जिन्होंने 31 रन बनाये थे और जिन्हें लेग स्पिनर फ्रेडी ब्राउन ने पगबाधा आउट किया था।
नंबर 5 पर सोराब जी कोलाह आये। भारत का स्कोर 139 पर पहुंचा था कि 40 रन बना चुके कप्तान सीके नायडू को बायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम वोस ने वाल्टर रॉबिंस के हाथों कैच करा दिया।
सोराब जी कोलाह पांचवें विकेट के रूप में 22 रन बना कर आउट हुये जब भारत का स्कोर 160 रन था।
सोराब जी को दायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम एरिक वूज ने वाल्टर रॉबिंस के हाथों कैच करवाया था।
नजीर अली 165 के टीम स्कोर पर आउट हुये। इन्होंने 13 रन बनाये थे और इनको भी दायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम एरिक वूज ने शिकार बनाया था बोल्ड मार के।
181 के टीम स्कोर पर 15 रन बना कर खेल रहे लाल सिंह का विकेट भी विलियम एरिक वूज को मिला। लाल सिंह का कैच इंग्लिश कप्तान डगलस जॉर्डिन ने पकड़ा था।
भारत का स्कोर 181/7 हो चुका था।
182 के टीम स्कोर पर जहांगीर खान को वाल्टर रॉबिंस ने बोल्ड कर भारत का आठवां विकेट गिराया।जहांगीर खान ने 1 रन बनाया था। फिरोज पालिया काफी देर से 1 रन बना कर टिके हुये थे, उन्हें बायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम वोस ने बोल्ड मारा और भारत का स्कोर 188 /9 हो गया।
अमर सिंह 5 रन बना कर भारत के अंतिम विकेट के रूप में आउट हुये।उन्हें बायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम वोस ने वाल्टर रॉबिंस के हाथों कैच आउट करवाया।
भारत की सबसे पहले टेस्ट की सबसे पहली पारी 93 ओवर में 189 रन बना कर समाप्त हुई।
कप्तान सीके नायडू ने सर्वाधिक 40 रन बनाये थे।
दायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम एरिक वूज के आंकड़े 30-13-49-4 रहे ।

और बायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम वोस के आंकड़े 17-6-23-3 थे। लेग स्पिनर वाल्टर रॉबिंस के आंकड़े 17-4-39-2 रहे।
लेग स्पिनर फ्रेडी ब्राउन ने 25 ओवरों में 48 रन देकर एक विकेट लिया था और वाली हेमंड ने अपने 4 ओवरों में 15 रन दिये थे।
वाल्टर रॉबिंस ने 3 कैच भी पकड़े थे।
पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड को 70 रनों की बढ़त मिली थी।
इंग्लैंड की दूसरी पारी भी इसी दिन शुरू हो गई।
हरबर्ट सटक्लिफ और पर्सी होल्म्स की सलामी साझेदारी 30 रनों की रही। यहां 19 के निजी स्कोर पर हरबर्ट सटक्लिफ को अमर सिंह ने सीके नायडू के हाथों कैच करवा के भारत को दूसरी पारी की पहली सफलता दिलवाई।
इंग्लैंड के स्कोर में 4 रन ही जुड़े थे कि दूसरे इंग्लिश ओपनर पर्सी होल्म्स को मध्यम तेज गेंदबाज जहांगीर खान ने 11 रनों के निजी स्कोर पर बोल्ड मार दिया।इसके बाद 54 रनों के टीम स्कोर पर 12 रन बनाकर खेल रहे वाली हेमेंड को भी जहांगीर खान ने बोल्ड मार दिया।


इंग्लैंड का स्कोर जैसे तैसे 67 रनों पर पहुंचा ही था कि जहांगीर खान ने एक और शिकार किया। फ्रैंक वूली का, जो 21 रन बनाकर खेल रहे थे और जहांगीर खान की गेंद को सोराब जी के हाथों में खेल गये थे।
इंग्लैंड का स्कोर 67/4 हो चुका था।
यहां से कप्तान डगलस जॉर्डिन और बायें हाथ के बल्लेबाज एडी पेंटर ने मोर्चा संभाला।


दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड का स्कोर 141/4 था एडी पेंटर 50 पर नाबाद थे और डगलस जोर्डिन 25 पर नाबाद थे। अगले दिन उन्होंने कुल 91 रनों की साझेदारी कर डाली।
एडी पेंटर को जहांगीर खान ने तब बोल्ड मारा जब वो 54 रन बना चुके थे।
इंग्लैंड का स्कोर 156/5 हो गया था। पिछली पारी में अर्धशतक बना चुके विकेटकीपर लेस एम्स इस पारी में मात्र 6 रन बना कर अमर सिंह की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गये।


इंग्लैंड 169 /6
पर लेग स्पिनर वाल्टर रॉबिंस ने 30 रन बना कर अपने कप्तान डगलस जॉर्डिन का अच्छा साथ दिया।
222 के स्कोर पर इंग्लैंड का सातवां विकेट वाल्टर रॉबिंस के रूप में गिरा जिन्होंने 30 रन बनाये थे।रॉबिंस का कैच मोहम्मद निसार की गेंद पर जहांगीर खान ने पकड़ा था।
दूसरे इंग्लिश स्पिनर फ्रेडी ब्राउन ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और 271 के स्कोर पर इंग्लैंड के आठवें विकेट के रूप में आउट होने से पहले 29 रन बना दिये।
फ्रेडी ब्राउन को नउमल जऊमल ने सोराब जी के हाथों कैच करवा कर अपना पहला विकेट हासिल किया था।
इंग्लैंड के कप्तान डगलस जॉर्डिन ने अपनी टीम की पारी 110 ओवर खेल कर 275/8 पर घोषित की।
डगलस जॉर्डिन ने 85 नाबाद रन बनाये थे और उन्हें कोई भी भारतीय गेंदबाज आउट नहीं कर पाया था।
इस पारी में भारत के तीसरे तेज गेंदबाज जहांगीर खान ने कमाल दिखाया था और उनके आंकड़े
30-12-60-4 रहे थे।


अमर सिंह के आंकड़े 41-13-84-2 थे और मोहम्मद निसार ने मात्र 18 ओवर फेंके थे जिनमें उनके आंकड़े 18-5-42-1 थे।
लेग स्पिनर नउमल जियोमल ने 8 ओवरों में 40 रन देकर एक विकेट लिया था।
सीके नायडू ने 9 ओवरों में 21 रन दिये थे।
फिरोज पालिया ने 3 और सैयद वजीर अली ने 1 ओवर फेंका था।

भारत को दूसरी पारी में जीत के लिये 346 रनों का लक्ष्य मिला था।
जनार्दन नवले और नउमल जियोमल ने भारत को फिर से एक सधी शुरुआत देकर 41 रन सलामी साझेदारी में जोड़े।
भारत का पहला विकेट जनार्दन नवले (13) का गिरा जिन्हें वाल्टर रॉबिंस ने पगबाधा आउट किया। और दूसरा विकेट भी 41 के स्कोर पर ही गिरा, जब नउमल जियोमल ( 25) को फ्रेडी ब्राउन ने बोल्ड मार दिया।कप्तान सीके नायडू मात्र 10 रन बनाकर विलियम वूज की गेंद पर जब बोल्ड हुये तब भारत का स्कोर 52/3 हो गया।
65 के टीम स्कोर पर सोराब जी कोलाह (4) को फ्रेडी ब्राउन ने क्लीन बोल्ड किया।
83 के टीम स्कोर पर नजीर अली 6 रन बनाकर विलियम वूज की गेंद पर डगलस जॉर्डिन को कैच पकड़ा बैठे।
भारत की आधी टीम 83 रनों पर पवेलियन वापस पहुंच चुकी थी।
लाल सिंह ने जरूर कुछ देर टिकने का माद्दा दिखाया, पर उधर से अब तक टिक कर खेल रहे सैयद वजीर अली ने अपना धैर्य खो दिया

और बायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम वोस की गेंद पर वाली हेमंड को कैच पकड़ा बैठे। वजीर अली ने 39 रन बनाये थे और भारत का स्कोर 108 /6 हो गया।
जहांगीर खान को विलियम वोस ने पहली ही गेंद पर बोल्ड मार दिया।
भारत 108/7।
पर भारत के लंबे तगड़े तेज गेंदबाज अमर सिंह कुछ अलग मूड में खेलने आये थे। उन्होंने लाल सिंह के साथ मिलकर भारतीय पारी में 74 रन और जोड़े। अमर सिंह ने एक छक्का भी लगाया था जो उन दिनों बहुत बड़ी बात थी।
लाल सिंह को 29 रनों के निजी स्कोर पर वाली हेमेन्ड ने बोल्ड मार दिया था।


भारत 182/8।
अगली ही गेंद पर मोहम्मद निसार भी बोल्ड हो गये। गेंदबाज वाली हेमंड ही थे।
भारत 182/9
अमर सिंह ने अपना अर्धशतक पूरा किया जो पूरे मैच में भारत की तरफ से इकलौता अर्धशतक था।


अमर सिंह 51 रन बनाकर भारत के अंतिम विकेट के रूप में आउट हुये।अमर सिंह को वाली हेमंड ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया था।
भारत की दूसरी पारी 59.3 ओवरों में 187 रनों पर खत्म हुई।
दूसरी पारी में इंग्लैंड के सभी गेंदबाजों को विकेट मिले।
वाली हेमंड के आंकड़े 5.3-3-9-3 थे।


दायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम एरिक वूज, बायें हाथ के तेज गेंदबाज विलियम वोस और लेग स्पिनर फ्रेडी ब्राउन ने दो -दो विकेट लिये थे। वाल्टर रॉबिंस को एक विकेट मिला था।
भारत अपना सबसे पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ 158 रनों से हारा।
पर इस हार के कुछ सकारात्मक पहलू थे।
भारत ने इंग्लैंड के पहली पारी में सभी 10 और दूसरी पारी में 8 विकेट गिराये। कुल 18 विकेटों में से 14 भारत के तेज गेंदबाजों ने लिये।
पहली पारी में मोहम्मद निसार ने 5 विकेट लिये और दूसरी पारी में जहांगीर खान ने 4 विकेट लिये।

इंग्लैंड का कोई बल्लेबाज भारत की गेंदबाजी के खिलाफ शतक न मार पाया।
इंग्लैंड 300 भी नहीं बना पाया।
भारत की तरफ से अमर सिंह ने पहला अर्धशतक जमाया।
भारत ने एक रन आउट भी किया।


दोनों पारियों में भारत की सलामी बल्लेबाजी ठीक ठाक रही।
भारत के कप्तान सीके नायडू ने पहली पारी में सर्वाधिक स्कोर भी किया और दो विकेट भी लिये।


एक अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच खेल रही टीम से आप और कितना उम्मीद करेंगे?
ऐसे ही कुछ ऐतिहासिक टेस्ट मैचों की कहानियां और लाऊंगा।
तब तक नमस्कार।
विपुल मिश्रा
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com


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