आपका -विपुल
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 – तीसरा दिन
आपका -विपुल
पहला सत्र
भारत के कल के अविजित बल्लेबाजों अजिंक्य रहाणे और के एस भरत ने कल के स्कोर 151/5 से आगे खेलना शुरू किया।
स्कॉट बोलैंड ने दिन का पहला ओवर फेंका और इस ओवर की दूसरी ही गेंद पर के एस भरत 5 (15) के डंडे उखड़ चुके थे।
भारत का स्कोर 152 /6 हो चुका था। भारत का भविष्य खतरे में ही नहीं बहुत ज्यादा खतरे में दिख रहा था, तब क्रीज पर शार्दूल ठाकुर उतरे।
माफ करिये!
” लॉर्ड शार्दूल ठाकुर।”
अभी तक बहुत सारी जुझारू क्षमता और थोड़ा सा भाग्य लेकर टीम इंडिया के लिये लड़ रहे अजिंक्य रहाणे को अच्छा साथ मिला एक बोरी आत्मविश्वास, दो बोरी जुझारूपन और ढाई बोरी भाग्य लेकर मैदान पर उतरे लॉर्ड शार्दूल ठाकुर से।
भारतीय खिलाड़ियों की कैच छूटती रहीं,साफ आउट होने वाली गेंदें नोबॉल होती रहीं, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मिसफील्डिंग करते रहे और भारतीय खिलाड़ियों के बल्ले के किनारे लेकर चौके जाते रहे।
शार्दूल ठाकुर को शुरुआत में बहुत सी गेंदें अपने शरीर पर झेलनी पड़ीं, लेकिन ठाकुर ने मैदान नहीं छोड़ा।
इस सत्र में भारतीय टीम साढ़े चार और पांच के रनरेट से रन बनाती रही।
अजिंक्य रहाणे ने छक्का मार कर अर्ध शतक पूरा किया और लंच तक भारत ने एक भी और विकेट नहीं खोया था।
22 ओवर के इस पहले सत्र में भारत ने 109 रन बनाये थे और मात्र एक विकेट खोया था।
दूसरा सत्र
दिन के दूसरे सत्र की शुरुआत में ही कैमरून ग्रीन ने पैट कमिंस की गेंद पर एक बेहतरीन कैच पकड़ कर अजिंक्य रहाणे की 11 चौकों और एक छक्के से सजी 89 (129) रनों की पारी खत्म कर दी।
261 के टीम स्कोर पर रहाणे आउट हुये और 271 के स्कोर पर उमेश यादव 5 (11) के डंडे कमिंस ने उखाड़ दिये।
मोहम्मद शमी ने कुछ अच्छे चौके लगाये।
शार्दूल ठाकुर ने एक बेहतरीन स्ट्रेट ड्राइव लगाई और ओवल के मैदान पर अपना लगातार तीसरा अर्धशतक पूरा किया।
शार्दूल ठाकुर के अलावा जिन दो और खिलाड़ियों ने ओवल में लगातार तीन बार पचास से अधिक स्कोर बनाये हैं, उनके नाम डॉन ब्रैडमैन और एलन बार्डर हैं और दोनों विशेषज्ञ बल्लेबाज थे।
ठाकुर वाकई लॉर्ड है।
294 के टीम स्कोर पर कैमरून ग्रीन की गेंद पर शार्दूल 51 (109) विकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच पकड़ा गये।
सिराज को अंपायर ने आउट दिया और ऑस्ट्रेलियाई टीम पवेलियन की ओर भागी पर सिराज आउट नहीं थे।ये तगड़ा ड्रामा था।
296 पर मोहम्मद शमी 11 (13) का कैच मिशेल स्टार्क की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने पकड़ कर भारत की पारी खत्म की।
भारत की पारी 296 रनों पर खत्म हुई।ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 173 रनों की बढ़त मिली।
नाथन लॉयन ने मात्र 4 ओवर फेंके थे, एक विकेट लिया और स्कॉट बोलैंड सबसे प्रभावी रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया का बॉलिंग कार्ड ये रहा।
टी में समय बाकी था और शमी और सिराज ने बॉलिंग में जान लगा दी।
सिराज आग उगल रहे थे।
डेविड वार्नर 1 (8) कुछ समझने के पहले ही पवेलियन में थे। कैच भरत ने पकड़ा था, विकेट सिराज ने लिया था और ऑस्ट्रेलिया 2/1 हो चुका था।
झपकी ले रहे मार्नस लॉबशाने को नींद से उठ कर अचानक मैदान में आना पड़ा।
सिराज पूरी रौ में थे और लाबशॉने को बार बार बॉडीलाइन आक्रमण झेलना पड़ रहा था। सिराज का ये स्पेल शायद भारत के लिये हालिया कुछ समय के सबसे अच्छे तेज गेंदबाजी स्पेल में गिना जायेगा।
टी तक ऑस्ट्रेलिया का कोई और विकेट नहीं गिरा।ऑस्ट्रेलिया 23 /1 था चायकाल पर।
तीसरा सत्र
चायकाल के बाद उस्मान ख्वाजा 13 (39) को श्रीकर भरत के हाथों कैच करवा कर उमेश यादव ने मैच का अपना पहला विकेट लिया। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 24/2 हो गया।
पिछली पारी के शतकवीर स्टीव स्मिथ और मार्नस लॉबशाने ने ऑस्ट्रेलियाई पारी को सावधानी से आगे बढ़ाया।
86 के स्कोर पर स्टीव स्मिथ ने अपना आपा खोया और रवींद्र जडेजा की गेंद पर छक्का जड़ने के प्रयास में शार्दूल ठाकुर को कैच पकड़ा बैठे।
स्मिथ ने 34 (47) बनाये थे।
पिछली पारी के दूसरे शतकवीर ट्रेविस हेड भी कुछ खास न कर पाये और वो भी 18 (27) बना कर जडेजा की गेंद पर उन्हीं को कैच पकड़ा गये। तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 111 था।
इसके बाद लाबशाने 41 (118) और कैमरून ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया का कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और दिन का खेल खत्म होने पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 123/4 रहा।
ऑस्ट्रेलिया इस समय भारत से 296 रनों से आगे है।पूरे दो दिनों का खेल बाकी है और ओवल के इतिहास में चौथी पारी में सर्वाधिक 263 रन ही सफलता पूर्वक बना कर मैच जीता गया है।
आगे देखिये क्या होता है।विराट कोहली तो अपने इंस्टाग्राम पर ये स्टोरी लगा ही चुके हैं।
आप भारतीय स्टार बल्लेबाजों से सवाल नहीं पूंछ सकते।
उनके चिंटू मिंटू आपको औकात बताने आ जायेंगे। जो इसी काम के लिये रखे ही गये हैं। वैसे कुछ समाजसेवी बिल्लू भी हैं ऐसे।
आपका -विपुल
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