टॉप 6 टेस्ट हरफनमौला
प्रस्तुति -विपुल मिश्रा
चलिए आज कुछ उन खिलाड़ियों पर बात कर ली जाए जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3000 टेस्ट रन और 300 टेस्ट विकेट का डबल बनाया है।
और उनका बल्लेबाजी औसत उनके गेंदबाजी औसत से ज्यादा है।
ऐसे बहुत चुनिंदा खिलाड़ी हैं और सब के सब लीजेंड हैं।
मात्र 6 टेस्ट खिलाड़ी ही ऐसे मिले।
इयान बॉथम
इंग्लैंड के इयान बॉथम ने 102 टेस्ट मैचों में 33.54 के औसत से 5200 रन बनाए हैं और 28.40 के औसत से 383 टेस्ट विकेट लिए हैं।
कुल 14 शतक बनाए हैं।27 बार एक पारी में 5 विकेट लिए हैं।
5 बार एक ही टेस्ट में शतक और पारी में 5 विकेट का कारनामा किया है।
ये क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े गेंदबाजी आल राउंडर रहे हैं। अपनी टीम के स्ट्राइक गेंदबाज थे और मध्यक्रम के सशक्त बल्लेबाज। शायद वेस्टइंडीज या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में दो टेस्ट मैच बैटिंग से और एक टेस्ट मैच अपनी गेंदबाजी से जिताया था।
फॉलोऑन के बाद शतक मार कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी टीम को जिताया था।1992 एकदिवसीय विश्वकप में सचिन भी इनसे परेशान हो गए थे।
इमरान खान
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हरफनमौला इमरान खान को नंबर 2 पर रखूंगा।
88 टेस्ट मैचों में 37.69 के औसत से 3807 रन,6 शतक।
22.81 औसत से 362 रन,23 बार पारी में 5 विकेट।
बहुत कम खिलाड़ियों के गेंदबाजी और बल्लेबाजी औसत में इतना फर्क है।
गैरी सोबर्स और कालिस के बल्लेबाजी और गेंदबाजी औसत में भी काफी फर्क है, पर उन दोनों का गेंदबाजी औसत 32 से अधिक है।
केवल शौन पोलॉक और रवींद्र जडेजा को ही इमरान खान की श्रेणी में रख सकते हैं।
ये अपनी टीम के स्ट्राइक गेंदबाज थे और इनकी बल्लेबाजी इयान बॉथम जितनी अच्छी तो नहीं थी, पर फिर भी बहुत अच्छी थी।
ये हेडली के साथ उन आल राउंडर में गिने जा सकते हैं जिनकी बॉलिंग उनकी बैटिंग से बहुत ज्यादा अच्छी थी।
कपिल देव
भारत के तेज गेंदबाज हरफनमौला और निम्न मध्य क्रम के बल्लेबाज कपिल देव ने 131 टेस्ट मैच खेले हैं और 31.05 के औसत से 5248 टेस्ट रन बनाये हैं।
इनके नाम 8 टेस्ट शतक हैं और एक पारी में इनका सर्वश्रेष्ठ 163 रन है।
वहीं कपिल देव ने 29.64 के औसत से 434 टेस्ट विकेट लिये हैं और 23 बार पारी में 5 विकेट लिए हैं।
रिचर्ड हेडली का सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ कर इन्होंने अपने समय सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे कोर्ट्टनी वाल्श ने तोड़ा था।
केवल टेस्ट क्रिकेट की बात की जाए तो भारत में कोई दूसरा तेज गेंदबाज खिलाड़ी अभी तक नहीं हुआ जिसने 50 टेस्ट खेले हों और उसके बैटिंग और बोलिंग औसत 30 के आस पास रहे हों।
कपिल की फिटनेस बहुत अच्छी थी और एक तेज गेंदबाज आल राउंडर जिसकी टीम को हर मैच में जरूरत हो,100 टेस्ट खेल ले जाना बड़ी बात है।
रिचर्ड हेडली
न्यूजीलैंड के सर रिचर्ड हेडली नंबर 4 पर।
हेडली कितने बड़े खिलाड़ी थे, इसका अंदाजा इस बात से लगाओ कि आखिरी टेस्ट मैच जो भारत में न्यूजीलैंड टीम जीती थी, वो 1988 में था।उसमें हेडली ने 10 विकेट लिए थे।
पहली पारी में 49/6 और दूसरी पारी में 39/4
रिचर्ड हेडली ने 86 टेस्ट मैचों की 150 पारियों में 22.29 के औसत और 50.80 के स्ट्राइक रेट से 431 टेस्ट विकेट लिये हैं जिसमें 36 बार पारी में 5 विकेट,9 बार मैच में 10 विकेट और 25 बार पारी में 4 विकेट शामिल हैं।
मतलब कुल 150 टेस्ट पारियों में से 61 बार हेडली ने पारी में 4 या 4 से ज्यादा विकेट लिए हैं। ये कुल पारियों का 40 प्रतिशत है और अच्छे से अच्छे गेंदबाजों के पास ये आंकड़े नहीं होंगे।
मेलकॉम मार्शल के अलावा इनसे अच्छा तेज गेंदबाज टेस्ट में कोई नहीं है और एक समय सर्वाधिक टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड भी इनके नाम था।
इस शानदार गेंदबाजी के अलावा रिचर्ड हेडली के नाम 86 टेस्ट की 134 पारियों में 27.16 के औसत से 3124 रन हैं जिनमें 2 शतक,15 अर्धशतक हैं और सर्वश्रेष्ठ 151 नाबाद है।
सारे तेज गेंदबाज आल राउंडर्स में रिचर्ड हेडली के बराबर का कोई गेंदबाज नहीं था।
शौन पोलॉक
दक्षिण अफ्रीका के शौन पोलॉक नंबर 5 पर।
शौन पोलॉक ने 108 टेस्ट मैचों में 23.11 के औसत से 421 टेस्ट विकेट लिये हैं।
कुल 16 बार पारी में 5 विकेट और 1 बार मैच में 10 विकेट।
दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड डेल स्टेन के पहले इन्हीं के नाम था।
वहीं शौन पोलॉक ने 32.31 के बल्लेबाजी औसत से 3781 रन भी बनाए हैं।
2 शतक,16 अर्धशतक।
इमरान खान के अलावा मात्र दूसरे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर जिनका गेंदबाजी औसत 24 से कम है और बल्लेबाजी औसत 32 से ज्यादा।
ये इकलौता खिलाड़ी है जिसके नाम 3000 रन और 300 विकेट का डबल टेस्ट के अलावा वनडे में भी है।
शौन पोलॉक हमारी और आपकी आंखों के सामने खेलते रहे और तब हम सब जज न कर पाए कि ये कितना बड़ा खिलाड़ी था।
रविचंद्रन अश्विन
भारत के ऑफ़ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन इन दिग्गजों की लिस्ट में शामिल होने वाले इकलौते स्पिनर हैं जिन्होंने 300 टेस्ट विकेट और 3000 टेस्ट रन बनाए हैं जहां खिलाड़ी का बल्लेबाजी औसत गेंदबाजी औसत से अधिक हो।
अश्विन ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं और 23.75 के औसत से 516 टेस्ट विकेट लिये हैं।
कुल 36 बार पारी में 5 विकेट लिए हैं और 8 बार मैच में 10 विकेट।
वहीं अश्विन ने 26.26 के औसत से 3309 टेस्ट रन भी बनाए हैं।
5 टेस्ट शतक और 14 अर्धशतक।
अश्विन ने एक मैच में शतक और पारी में 5 विकेट का कारनामा किया है।
एक कैलेंडर साल में 50 टेस्ट विकेट और 500 टेस्ट रन का कारनामा किया है।
अश्विन से ज्यादा टेस्ट विकेट भारत के लिए केवल कुंबले ने लिए हैं।
अगर अश्विन मात्र ऐसे 6 खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं जिन्होंने 300 टेस्ट विकेट और 3000 टेस्ट रन का डबल ऐसे लिया है कि खिलाड़ी का गेंदबाजी औसत बल्लेबाजी औसत से कम है तो निश्चित ही अश्विन विशेष हैं।
भारत के रविचंद्रन अश्विन इकलौते ऐसे आल राउंडर हैं जो स्पिनर हो और जिनके नाम 300 टेस्ट विकेट और 3000 टेस्ट रन का आंकड़ा हो जहां खिलाड़ी का बल्लेबाजी औसत गेंदबाजी औसत से अधिक हो।
यहां जिन 6 खिलाड़ियों की बात की गई। अपने अपने देशों के ही नहीं, विश्व क्रिकेट के लीजेंड हैं सब।
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विपुल मिश्रा
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