हौसला मत छोड़ो
हौसला मत छोड़ोविपुल मिश्रामैंने निराशा हताशा और आत्महत्या के विचारों का वो दौर झेला है जब मैं ये सोचता था कि अब कुछ बचा ही नहीं तो जी के क्या करेंगे !23 साल की उम्र में 33 -33 गोलियां दिन भर में खाई हैं.22 साल की उम्र में नींद की…
हौसला मत छोड़ोविपुल मिश्रामैंने निराशा हताशा और आत्महत्या के विचारों का वो दौर झेला है जब मैं ये सोचता था कि अब कुछ बचा ही नहीं तो जी के क्या करेंगे !23 साल की उम्र में 33 -33 गोलियां दिन भर में खाई हैं.22 साल की उम्र में नींद की…