साकेत अग्रवाल
लाल चौक पर तिरंगा
राहुल गांधी द्वारा लाल चौक पर तिरंगा फहराने पर इसी नाम से हैशटैग चलाया कांग्रेस ने ट्विटर पर और यही नाम भी रखा है मैंने अपनी इस छोटी सी बात का जो मैं कहने जा रहा हूं। धारा 370 जब लागू थी उस समय लाल चौक पर तिरंगा फहराते देखना राष्ट्रवादियों का सपना हुआ करता था। अलगाववादी ताकतें कश्मीर की नीति नियंता हुआ करती थीं। कांग्रेस ने जब धारा 370 लागू की तब से लेकर धारा 370 के हटने के दिन तक अलगाववादी ताकतों के दबाव में लाल चौक पर तिरंगा फहराने से रोका जाता था। कारण बताया जाता था या सीधा कहूं तो बहाना बनाया जाता था कि इससे सांप्रदायिक शक्तियां हावी हो जाएंगी, अराजकता फैल जाएगी, देश का सेक्युलर ताना बाना टूट जाएगा इत्यादि-इत्यादि।
एक तो पहले ही अलगाववादियों के दबाव, वोट बैंक के राजनीतिक षड्यंत्र के चलते रैली, प्रदर्शन या यात्रा करते हुए लाल चौक पर तिरंगा फहराने के लिए पहुंचना बहुत दुर्गम हुआ करता था और उस पर लाल चौक पर तिरंगा फहराने के लिए पंहुचे लोगों के साथ जो अमानवीय और बर्बर व्यवहार किया जाता था वो अलग। धारा 370 के चलते कश्मीर में प्रवेश करने के परमिट लेना पड़ता था। इसी परमिट सिस्टम के विरोध में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी एक समय लाल चौक पर तिरंगा फहराने में लोहे के चने चबाने पड़े थे। परिस्थितियां इतनी विकट थीं कि गणतंत्र दिवस तक के दिन लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहरने दिया जाता था। समय का चक्र अपनी गति से चलता रहा और भारत के इतिहास में वो स्वर्णिम दिन भी आया जब धारा 370 और 35A को हटाया गया।
भारत के इतिहास में दो दिनांकों का अति महत्व रहेगा। एक दिनांक 5 अगस्त 2019 का और दूसरा 29 जनवरी 2023 का। 05/08/2019 ये वो ऐतिहासिक दिवस है जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में धारा 370 और 35A को कश्मीर से हटाया गया। इसी दिन लाल चौक पर तिरंगा फहराने का रास्ता साफ हुआ। करोड़ों-करोड़ राष्ट्रवादियों का सपना पूरा हुआ। धारा 370 और 35A को हटाने के बाद अलगाववादियों को उनका सही स्थान बताया गया।
और फिर आता है 29/01/2023 का ऐतिहासिक दिवस। ये वो ऐतिहासिक दिवस है जब दुनिया ने धारा 370 हटने के बाद भारत की सबसे पुरानी पार्टी के नेता राहुल गांधी को बिना किसी विरोध के, बिना किसी अवरोध के लाल चौक पर तिरंगा फहराते हुए देखा। जिस कश्मीर में, जिस कांग्रेस के राज में विपक्षी पार्टी के नेताओं या यूं कहिए कि भाजपा के नेताओं का लाल चौक पर तिरंगा फहराना दूभर हुआ करता था आज उसी कश्मीर में भाजपा के शासन में कांग्रेस का नेता बिना किसी रोक, बिना किसी विरोध के लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है।
आज राहुल गांधी ने सिद्ध कर दिया कि कश्मीर में धारा 370 लगाने वाले जवाहर लाल नेहरू गलत थे, उनकी सोच गलत थी, उनकी नीति गलत थी। जवाहर लाल नेहरू ने धारा 370 लगाकर भारत और कश्मीर के बीच जो नफरत बोई थी उसे आज राहुल गांधी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराकर उखाड़ फेंका है।
एक ऐसी पार्टी जिसने कश्मीर को समस्या बना के रखा, एक ऐसी पार्टी जिसने कश्मीर में धारा 370 लागू कर कश्मीर को भारत से दूर रखा, एक ऐसी पार्टी जिसने लाल चौक पर तिरंगा फहराने से लोगों को रोका, आज उस पार्टी का नेता बिना किसी रोक-टोक के लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है। उस कश्मीर के लाल चौक पर आज तिरंगा पूरे शान से फहरा रहा है जिस कश्मीर की एक महिला नेत्री ने कहा था कि अगर धारा 370 को हटाया तो कश्मीर में कोई तिरंगा उठाने वाला नहीं मिलेगा।
आज ये बात सत्य सिद्ध हुई कि कश्मीर को भारत में जुड़ने से जो चीज रोक रही थी वो थी धारा 370, जिसे कश्मीर और भारत को जोड़ने वाले पुल की तरह प्रचारित किया गया था। इसी प्रकार ये भी सिद्ध हो गया धारा 370 को हटाने का विचार शुद्ध राष्ट्रवादी विचार था। इस विचार को अराजक और सांप्रदायिक बताने वाले भी आज गलत सिद्ध हुए हैं। सही मायनों में आज का दिन राष्ट्रवादियों के लिए उत्सव का दिन है अंत में जवाहर लाल नेहरू को गलत सिद्ध करने के लिए राहुल गांधी का ह्रदय से धन्यवाद।
एक तपस्वी ने “एक्सीडेंटल हिंदू” को गलत सिद्ध कर दिया। राहुल गांधी जैसे नेता बिरले ही होते हैं। भारत माता की जय, वन्दे मातरम्
साकेत अग्रवाल
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com