
आपका -विपुल
जानिये भारत की फसलों का चक्र
क्या होता है खरीफ रबी और जायद? दरअसल ये भारत में होने वाली विभिन्न फसलों के मौसम का नाम है। आज आपको भारत की फसलों के चक्र के बारे में बताते हैं एकदम सामान्य भाषा में। भारत की खेती पूरी तरह से मानसून की वर्षा पर आधारित है। इसलिये भारत का फसली वर्ष वर्षा ऋतु से प्रारंभ होता है। फसली वर्ष सरकारी तौर पर 1 जुलाई से प्रारंभ होता है।
भारत में मुख्य रूप से एक वर्ष में तीन फसलें होती हैं। खरीफ, रबी और जायद।
खरीफ की फसल

भारत की खेती पूरी तरह से मानसून पर आधारित है, इसलिये भारत की फसलों का चक्र खरीफ से ही शुरू होता है जो मुख्य रूप से बरसात के मौसम की फसल होती है। खरीफ की फसलों का समय 20 जून से सितंबर के अंतिम सप्ताह तक होता है।
धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, तिल, टमाटर, मूंगफली, मिर्च, गन्ना , अरहर आदि खरीफ की फसलें हैं। धान की फसल को पानी ज्यादा चाहिये होता है शेष सभी खरीफ की फसलों के लिये केवल बारिश का पानी पर्याप्त होता है। सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती। गन्ना की फसल दो साल में तैयार होती है, अरहर की एक साल में। दोनों खरीफ की फसल हैं।
रबी की फसल

रबी की फसलों का समय अक्टूबर प्रथम सप्ताह से 15 अप्रैल तक जाता है। रबी की फसलों में गेंहूँ, जौ, चना, मटर, टमाटर, गोभी, सरसों, राई आलू, आदि प्रमुख हैं। चना और सरसों राई के अलावा सारी फसलों को सिंचाई चाहिये होती है। सरसों राई और चना को ज्यादा पानी नहीं चाहिये।
ज़ायद की फसल

जायद की फसलों का समय 15 अप्रैल से 20 जून तक है।
जायद की फसलों में उर्द, मूंग, खरबूजा, तरबूज, खीरा, ककड़ी ,प्याज , सूरजमुखी लहसुन, मक्का आदि हैं।
जायद की फसलों को पानी बहुत चाहिये होता है क्योंकि ये गर्मी की फसल है और इस समय मिट्टी सूखी होती है।
मोटे तौर पर खरीफ बरसात में होने वाली , रबी सर्दियों की और जायद गर्मियों में पैदा होने वाली फसलें होती हैं।
आपका -विपुल
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