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जडेजा का विश्वकप प्रदर्शन 

आपका -विपुल 

भारत के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज हरफनमौला रवींद्र जडेजा का भारत में चल रहे इस आईसीसी एकदिवसीय विश्वकप 2023 के पहले मैच से ही शानदार प्रदर्शन रहा है, विशेषततौर पर गेंदबाजी में।

कल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आईसीसी एकदिवसीय विश्वकप 2023  के भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका के कोलकाता में हुए मैच में रवींद्र जडेजा ने एक कठिन पिच पर 15 गेंदों में 29 रन बनाए और 9 ओवरों में 33 रन देकर 5 विकेट भी लिये।

सीमित ओवर क्रिकेट में जडेजा का ये मात्र दूसरा पांच विकेट का कारनामा था, इसके पहले 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ जडेजा के 5 विकेट थे और तब जडेजा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट हलकों में केवल एक स्पिनर के तौर पर जाने जाते थे,न कि आल राउंडर के तौर पर।

2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल में भारतीय टीम की हार के बाद जो असली गाज गिरी थी, वो अश्विन और जडेजा के वनडे कैरियर पर ही गिरी थी।

2019 विश्वकप में अश्विन को मौका नहीं मिला लेकिन बैटिंग क्षमता के कारण जडेजा अंतिम 15 में थे और सेमीफाइनल में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी क्षमता दिखाई भी।

हालांकि लगभग एक दशक से ऊपर के अंतर्राष्ट्रीय कैरियर में जडेजा कभी भी अपनी बल्लेबाजी क्षमता के साथ न्याय करते नहीं दिखे। रणजी में दो तिहरा शतक बनाए हुए जडेजा भारत में शुरू में पुछल्ले बल्लेबाज के तौर पर ही गिने जाते थे।2017 चैंपियंस ट्रॉफी में लगे धक्के के बाद जडेजा ने शायद अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना शुरू किया और जैसे तैसे भारतीय सीमित ओवर टीम में अपनी जगह बचा ले गये कुलदीप और चहल के आने के बाद भी। फिर भी एक गेंदबाज के तौर पर जहां जडेजा टेस्ट में में झंडे गाड़ रहे थे , वहीं सीमित ओवर में एक चुके हुए गेंदबाज ही दिखते थे।2020 में एक पचास शायद ऑस्ट्रेलिया में बनाया था और एक 45 नाबाद शायद भारत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ।

इसके अलावा कोई उल्लेखनीय बल्लेबाजी भी नहीं थी जडेजा की।

आईपीएल के स्टार स्ट्राइकर जडेजा टेस्ट में अपने तगड़े डिफेंस से बल्लेबाज़ी में लगातार अच्छा कर रहे थे, पर वनडे और टी 20 में कुछ खास कर नहीं पा रहे थे।

पर चयनकर्ताओं ने इन पर भरोसा रखा।

इस विश्वकप में 8 मैचों में 17.35 के औसत और 3.76 की इकोनॉमी से जडेजा ने अब तक 14 विकेट लिए हैं। और विश्वकप में इनसे ज्यादा अच्छा औसत और इकोनॉमी दोनों देखें तो केवल बुमराह की है।

शमी का औसत अच्छा है 7 का, पर इकोनॉमी 4.30 है।

भारत के सफल विश्वकप अभियान में जडेजा एक बहुत बड़ा कारण हैं।

भारत के पांचवें गेंदबाज के रूप में जडेजा ने अपने मोर्चे पर अपेक्षा से बहुत अधिक अच्छा प्रदर्शन किया है जहां न केवल उसने काफी किफायती गेंदबाजी की, रन रोके, बल्कि विकेट भी लिए।

बल्लेबाज जडेजा ने ठीक ठाक प्रदर्शन किया, जब जरूरत पड़ी तो।

वैसे इस विश्वकप के पहले मेरा मानना था कि इस भारतीय टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी हार्दिक पांड्या, के एल राहुल और कुलदीप यादव रहेंगे, पर रवींद्र जडेजा ने चौंकाया है।

हालंकि बेन स्टोक्स एक बल्लेबाजी हरफनमौला हैं और जडेजा एक गेंदबाजी हरफनमौला, पर उम्मीद है कि जैसे 2019 में बेन स्टोक्स का हरफनमौला प्रदर्शन टीम इंग्लैंड के काम आया था इंग्लैंड को विश्व विजेता बनाने में, वैसे ही रवींद्र जडेजा का प्रदर्शन भी टीम इंडिया को 2023 एकदिवसीय विश्वकप का खिताब दिलाने में काम आए।

आपका -विपुल

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