आपका -विपुल
भारत बनाम बांग्लादेश
2016 टी 20 विश्वकप
2016 की 23 मार्च ,शहर बेंगलुरु था।
सीजन वो था जब धोनी आईपीएल से समय निकाल कर कभी कभी इंटरनेशनल मैच भी खेल लेते थे।कोहली दिल टूटे आशिक थे।युवराज और नेहरा जी खेल रहे थे।
अश्विन टीम में थे।
और बड़ौदा का बॉथम हार्दिक पांड्या छपरी ही था तब भी।
2016 टी 20 विश्वकप
भारत बनाम बांग्लादेश।
टॉस बांग्लादेश ने जीता और जैसे कानपुर का केतली भर के चाय पीने वाला लड़का जब कैलिफोर्निया जाता है और खुद को स्टाइलिश दिखाने को बताता है उसने कभी चाय नहीं पी, ही लव्स कैपेचिनो।
वैसे ही बांग्लादेश कप्तान मशरफे मोर्तजा ने ये दिखाने के लिये बोलिंग ली कि वो बहुत बड़ा क्रिकेट जानकार है।
भारत की ओर से रोहित शर्मा और शिखर धवन ओपनिंग में आये।
रोहित शर्मा ने दिखाया कि वो कितने बड़े खिलाड़ी हैं।
उन्होंने मोर्तजा की 130 की स्पीड की पहली ही गेंद पर सिंगल लिया। पहला ओवर खत्म होने पर भारत 5/0 था।
रोहित 2 ,धवन 2
भारतीय टीम में स्पिनर भी दो,
अश्विन और जडेजा।
भज्जी बाहर बैठे थे।
बांग्लादेश के लिये पहला ओवर मोर्तजा ने फेंका था, दूसरा सुआगत ने, तीसरा अल अमीन ने, चौथा मुस्तफिजुर ने और पांचवां शाकिब ने। चवन्नी भर खेल के बाद 27 रन बने थे रोहित
और धवन से।
बांग्लादेश कैलकुलेशन के साथ खेल रही थी।
इधर शर्मा जी के लड़के के दिमाग में अलग ही चल रहा था कैलकुलेशन।
6 ओवर पूरा होने में 35 मिनट का समय लगना था।
मयंक स्वीट हाउस से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक छोले भटूरे का पार्सल पहुंचने में भी इतना ही समय लगना था।
छोले भटूरे का आशिक कोहली ड्रेसिंग रूम में था।
रोहित ने एक फैसला लिया।
पावर प्ले की आखरी गेंद पर रोहित ने मुस्तफिजुर की गेंद पर सब्बीर रहमान को कैच थमा दिया, मुस्तफिजूर खुश थे, रोहित उनसे ज्यादा खुश , छोला भटूरे मिलेंगे।
कोहली नाराज थे. गए छोले भटूरे
उन्हें और ज्यादा नाराज कर दिया रोहित ने , जब वो ग्राउंड में आते कोहली से बोले
“सोनम गुप्ता बेवफा है”
रोहित ने 16 गेंदों में 18 रन बनाए थे,1 छक्का 1 चौका मारा था, भारत का स्कोर 6 ओवर के बाद 42 पर एक था और कोहली के दिमाग में भी टेंशन केवल एक ही था।
ये ग्रोसरी वाली सोनम गुप्ता है कौन? और अगर ये बेवफा भी है तो ये वतन का लोढ़ा रोहित ये बात मुझे क्यों बता गया?
इस टेंशन में कोहली शाकिब की पहली दो गेंद खाली ही खेल गये और तीसरी बॉल पर ही रन ले पाये।
रन भागते समय कोहली धवन से बोले “सोनम गुप्ता बेवफा है।”
“इसका क्या मतलब हुआ?”
धवन ने पहली लाइन सुनी दूसरी सुन नहीं पाये और टेंशन में आ गये।
एक रन लिया, कोहली ने फिर एक रन और फिर
धवन पगबाधा आउट।
धवन (23 रन ,22 गेंद ,2 चौके ,1 छक्के)को शाकिब ने पगबाधा आउट किया था।
भारत 45/2
ओवर 7
धवन की एकाग्रता जिस सोनम गुप्ता ने भंग की थी, धवन उसका पता जानना चाहते थे।
“कौन है ये सोनम गुप्ता?”उन्होंने जाते जाते कोहली से पूंछा।
कोहली का जवाब खालिस दिल्ली वाला था।
“क्या पता बहन**?”
सुरेश रैना के कान में कई दिनों से फफूंद जमा थी और इस वजह से वो ठीक से सुन नहीं पा रहे थे, लेकिन उन्हें तभी कान साफ करवाने थे, जब धोनी भाई करवाते, इसलिये उन्हें सोनम गुप्ता का नाम सुनाई ही नहीं दिया और टिक के खेल गये।
विराट कोहली और सुरेश रैना स्कोर 95 तक ले गये 13.4 ओवर में।
और यहां कोहली 24 (24) को सुआगत होम ने बोल्ड कर दिया।
भारत 95/3
ओवर 13.4
रैना का साथ देने हार्दिक पांड्या आये जिन्होंने 2 चौके और एक छक्का लगाया।
भारतीय पारी का सोलहवां ओवर अल अमीन ने फेंका और पहली ही गेंद पर सुरेश रैना 30(23) सब्बीर रहमान को कैच पकड़ा गये। अगली गेंद पर पांड्या 15 (7) भी सौम्य सरकार को कैच थमा कर चलते बने ।
भारत 112/5
ओवर 15.2
युवराज सिंह 3(6) भी नहीं खेल पाये ज्यादा।
कैच अल अमीन बोल्ड महमुदुल्लाह
भारत 117/6
ओवर 16.5
युवराज आउट हुये तब ओवर 16.5 हुये थे।
यहां से धोनी और रवींद्र जडेजा ने मोर्चा संभाला। धोनी ने कुछ अच्छे शॉट लगाये।
बीसवे ओवर की पहली गेंद पर मुस्तफिजुर ने जडेजा 12 (8 ) को बोल्ड मार दिया।
भारत 137/7, पांच गेंदें बाकी थीं। अश्विन आये।
1 चौका भी मारा।
भारत की पारी 146/7 पर समाप्त।
धोनी ने नाबाद 13 (12) बनाये थे और अश्विन ने नाबाद 5(2).
अल अमीन और मुस्तफिजुर ने दो दो और सुआगत होम , शाकिब और महमुदुल्लाह ने एक एक विकेट लिया था। कप्तान मुर्तजा को एक भी विकेट नहीं मिला था।
बांग्लादेश को जीतने के लिये निर्धारित 20 ओवर में 147 रन बनाने थे।
बांग्लादेश के बल्लेबाज 146 रनों की बॉर्डर लाइन न पार कर पायें, इसकी जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट कर्नल एम एस धोनी, उनके गेंदबाजों और उनकी पूरी टीम की थी, पर पूरे भारत को केवल एक ही बात का डर था, धोनी को कुत्तों से बहुत प्यार था। कहीं बांग्लादेशियों के खिलाफ धोनी नर्म न पड़ जाएं।
बांग्लादेश के लिये तमीम इक़बाल और मोहम्मद मिथुन ओपनिंग में आये।
भारत के लिये आशीष नेहरा ने गेंदबाजी की शुरुआत की।
नेहरा पारी की पहली ही गेंद पर तमीम इक़बाल से टकरा गये।पहली पर चौका फिर दो गेंदें खाली गईं,चौथी पर दो रन।
पांचवीं पर नेहरा ने तमीम का कैच छोड़ा।
नेहरा ज़बरदस्त थे।
दूसरा ओवर गरीबों के मेल्कम मार्शल , जसप्रीत बुमराह ने डाला।
बुमराह ने रन तो मात्र 3 ही दिये, पर विकेट भी नहीं ले पाये। बांग्लादेश के 2 ओवर में 10 रन थे और अश्विन ने तीसरा ओवर फेंकना शुरू किया।
पहली पर तमीम ने सिंगल लिया और दूसरी पर मोहम्मद मिथुन ने हार्दिक को कैच पकड़ा दिया।
बांग्लादेश 11/1
ओवर 2.2
मिथुन ने 3 गेंदों पर 1 रन बनाए थे। अश्विन ने इस ओवर में मात्र 2 रन देकर 1 विकेट लिया था।
चौथा ओवर नेहरा ने फेंका और 8 रन दिये।
अश्विन ने लगातार अपना दूसरा ओवर फेंका।
बुमराह ने तमीम का कैच छोड़ा और सब्बीर ने छक्का मार दिया।
बांग्लादेश 29/1
ओवर 5।
6 ओवर का पावरप्ले समाप्त होने के बाद बांग्लादेश का स्कोर 45 पर एक था।
और तब तक विराट कोहली के दिमाग में सवाल भी एक ही था।
ये सोनम गुप्ता कौन है , और वो बेवफा है, ये रोहित मुझे क्यों बता के गया।
अश्विन के फेंके पारी के सातवें ओवर में 8 रन गये और आठवें ओवर में जडेजा आये।
तमीम इक़बाल खतरनाक हो रहे थे और कोहली परेशान।रोहित ने अब तक जवाब नहीं दिया था कि सोनम गुप्ता कौन थी?कोहली ने धोनी से चिल्ला कर पूंछा।
“माही भाई! ये कौन सी सोनम गुप्ता बेवफा है?”
ये जडेजा के ओवर की चौथी गेंद थी।
तमीम का ध्यान बंटा, और धोनी ने तमीम को स्टंप कर दिया।
तमीम 35 (32)
बांग्लादेश 55/2
ओवर 7.4
मैच बराबरी पर आ रहा था और माही भाई ने कोहली से कहा।
“ग्रोसरी के ! दोबारा सोनम गुप्ता को बेवफा बोला तो बांस कर दूंगा।वो बेवफा नहीं मजबूर है।”
अश्विन एक रहस्यमयी हंसी हंसे।
कोहली परेशान थे, ये कौन सी नई कुट्टी स्टोरी है।
क्रीज पर शाकिब आ चुके थे।
अभी तक कोहली के दिमाग में यही था कि सोनम गुप्ता जो कोई भी है, बेवफा ही है।लेकिन माही भाई उसे मजबूर क्यों बता रहे हैं ये दूसरी टेंशन हो गई कोहली को।
और इधर दूसरी ही स्टंपिंग कर दी धोनी ने।
बल्लेबाज शब्बीर 26 (15) थे
गेंदबाज रैना थे और बांग्लादेश का स्कोर 69 /3 था।
ओवर 9.2
हार्दिक पांड्या जिन्होने अपने पिछ्ले ओवर में 11 रन दिये थे,अपना दूसरा ओवर लेकर आये।
उनकी गेंद पर शाकिब का एक कैच अश्विन ने छोड़ा, पर पांड्या अश्विन को ये नहीं कह पाये कि “क्यों गान मरवा रहा उधर?”
क्योंकि अभी कप्तान नहीं हुये थे।
शाकिब ने हार्दिक पर एक छक्का मार दिया इसी ओवर में।
11 ओवर के बाद बांग्लादेश 87/3 की मजबूत स्थिति में था और तब गेंद भारत के मजबूत आल राउंडर जडेजा ने संभाली।
पहली ही गेंद पर बोल्ड!
क्लीन बोल्ड!
मशरफे मोर्तजा बोल्ड जडेजा 6 (5)
बांग्लादेश 87/4
ओवर 11.1.
पर शाकिब ने जडेजा के ऊपर इसी ओवर में एक छक्का भी मार दिया।
माहौल तनावपूर्ण हो रहा था।
बांग्लादेश का स्कोर 12 ओवर के बाद 95/4 था।
बांग्लादेश को जीत के लिये 48 गेंदों पर 52 रन बनाने थे और मजबूत स्थिति में था।
अश्विन को उनके आखिरी ओवर के लिये बुलाया गया।
अश्विन जिनका पसंदीदा नाश्ता बाएं हाथ के ओवर स्मार्ट बल्लेबाज है, उन्होंने शाकिब को अपनी पहली ही गेंद पर फंसाया। शाकिब के बल्ले का किनारा लगा।स्लिप में रैना खड़े ही थे।
शाकिब कैच रैना बोल्ड अश्विन 22(15)
बांग्लादेश 95/5
ओवर 12.1
अब बांग्लादेश टीम जीत के लिये महमुदुल्लाह और सौम्य सरकार पर निर्भर थी।
संभाल संभाल कर और मौके पर चौके मार कर सौम्य सरकार और महमुदुल्लाह बांग्लादेश का स्कोर 126 तक ले आये।
13 गेंदों पर 21 रन बनाने थे जब नेहरा जी ने सौम्य सरकार को पवेलियन की राह दिखाई।
सौम्य सरकार 21(21) कैच कोहली बोल्ड नेहरा।
बांग्लादेश 126 /6
ओवर 17.5।
पर नेहरा की अगली ही गेंद पर महमुदुल्लाह ने चौका मार दिया।
आंकड़ा अब 12 गेंदों पर 17 रन का रह गया था।
उन्नीसवां ओवर बुमराह ने फेंका और हर गेंद पर केवल सिंगल ही ले पाये बांग्लादेश के बल्लेबाज।
अंतिम 6 गेंदों पर बांग्लादेश को जीत के लिये 12 रन बनाने थे।
मैच अत्यंत रोमांचक हो गया था।
बांग्लादेशी बल्लेबाज 146 रनों की बॉर्डर लाइन न पार कर पाएं, इसकी जिम्मेदारी लेफिनेंट कर्नल एम एस धोनी ने झोंपड़पट्टी के कपिल देव पांड्या को सौंपी।
नेहरा जी ने पांड्या को गुरुमंत्र दिये और पांड्या की पहली गेंद पर महमुदुल्लाह ने सिंगल लिया और दूसरी गेंद पर मुश्फिकुर ने चौका लगाया।
दूसरी के बाद तीसरी गेंद पर भी मुश्फिकुर ने चौका मार दिया।
पांड्या के ओवर की पहली तीन गेंदों पर 9 रन आ चुके थे। बांग्लादेश को जीत के लिये तीन गेंदों पर मात्र 2 रन बनाने थे।मुश्फिकुर जश्न मनाने लगे थे
पर!
प्याले और होंठों के बीच अभी दूरी थी।
पांड्या की अगली शॉर्ट गेंद को मुश्फिकुर रहीम ने ऑन साइड पर छक्के के लिये खेला,पर गेंद बाउंड्री से दूर रही और डीप मिडविकेट पर धवन ने मुश्फिकुर 11 (6) का कैच पकड़ लिया।
2 गेंदे 2 रन और विकेट 3 बाकी थे बांग्लादेश के।
और यहां पर धोनी ने चालाकी दिखाई और धवन की जगह जडेजा को प्लेस किया।
पांड्या की अगली गेंद फुलटॉस थी महमुदुल्लाह ने खेली और वो भी सिंगल लेने की बजाय बड़े शॉट के लिये गये।
जडेजा जो अभी अभी डीप मिडविकेट पर धवन की जगह शिफट किये गये थे, तुरंत सीन में आये और दौड़ते हुये एक शानदार कैच पकड़ा।
महमुदुल्लाह 18 (22)
कैच जडेजा बोल्ड पांड्या।
1 गेंद पर 2 रन।
ये सुपर थ्रिलर मैच था और धोनी,युवराज, कोहली और पांड्या को नेहरा गुरुमंत्र देते देखे जा रहे थे।
सुआगत होम स्ट्राइक पर थे
मिड ऑफ़ और कवर फील्डर ऊपर आये। थर्डमैन पीछे गया और धोनी ने अपना दायां कीपिंग वाला दस्ताना उतार दिया।
पांड्या ने रन अप लिया।
शॉर्ट ऑफ द लेंथ बॉल।
ऑफ़ स्टंप पर।
बल्लेबाज सुआगत होम गेंद छू नहीं पाये।
पर दोनों बल्लेबाज बाई के लिये दौड़ पड़े।
गेंद धोनी के हाथों में थी पर उन्होंने थ्रो नहीं किया बल्कि हाथ में गेंद पकड़ कर विकेटों की ओर दौड़े।
मुस्तफिजुर पहले क्रीज पर पहुंचे या धोनी ने पहले गिल्ली उड़ाई। ये सवाल थर्ड अंपायर के पास गया।
और थर्ड अंपायर ने आउट दिया।
मुस्तफिजुर रहमान 0 (0) रन आउट धोनी
बांग्लादेशी बल्लेबाज बॉर्डर लाइन नहीं पार कर पाये थे 146 रनों की।145 पर थम गए थे।
लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी ने भारत को फिर बचा लिया था।
अश्विन मैन ऑफ द मैच रहे थे।
पर सोनम गुप्ता मजबूर क्यों थी ?
ये जवाब धोनी के सीने में आज भी दफन है।
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