Spread the love

आपका विपुल

हां तो भाई, एक बड़े विश्वकप टूर्नामेंट जीतने के लिए क्या योजना होनी चाहिए ?
जहां तक मैं समझता हूं लगभग एक साल पहले आपके पास वो 18 खिलाड़ी छंटे होने चाहिए जो उस टूर्नामेंट में खेलने जानें वाले हों ।
उन खिलाडिय़ों के पूल को एक साथ रखा जाए। मैच और ट्रेनिंग साथ दी जाए।

उन खिलाडिय़ों को पता हो , मेरा कप्तान ,उपकप्तान कीपर, मुख्य गेंदबाज, ओपनर कौन होगें। कप्तान भी अपने खिलाडिय़ों की कमी बेशी भांप ले कि किसका कहां कैसे उपयोग करना है।
टीम एक साथ रहे , सब कुछ क्लियर हो।
यहां क्या हो रहा है? टीम इंडिया में?
लगभग सबको पता है। रोहित ,कोहली , पाण्डया, बुमराह, शमी, जडेजा 2023 विश्वकप की प्लेइंग 11 में होंगे। शायद के एल राहुल भी एक विकेट कीपर के तौर पर।


कहां हैं ये सब ? छुट्टी पर। इसके बाद बांग्लादेश दौरे पर आ जायेंगे। टैस्ट भी जरूरी हैं।
Wtc फाइनल में पहुंचना है
प्राथमिकता क्या है ?

मैं किसी का फैन नहीं हूं, न रोहित का , न कोहली का और बीसीसीआई से कोई फ़ायदा भी नहीं। केवल 250 यूट्यूब सब्सक्राइबर और 1500 फॉलोअर्स हैं । इसलिए खुल के बोलता हूं। बीसीसीआइ के लिये न wtc जीतना महत्व रखता है , न 2023 विश्वकप जीतना।
पैसे बनाना सबसे ज्यादा महत्व रखता है।

जो खिलाड़ी अभी धवन के नेतृत्व में न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज खेल रहे हैं , उनमें से कितने विश्वकप खेलने जायेंगे , पता नहीं। पर क्या वो धवन की स्मूथ कप्तानी के बाद रोहित की रूथलेस कप्तानी बर्दाश्त कर पाएंगे? क्या उनका प्रदर्शन प्रभावित नहीं होगा ? कप्तानी बदलने से?

और रोहित को फिर इन खिलाडिय़ों के साथ क्यों नहीं होना चाहिए भाई? कप्तानी ऐसे करेंगे? टी 20 विश्वकप हार गए, चलो हार गए। सिर उठा के अपनी गलतियां कुबूल करो और आगे बढ़ो टीम के साथ। फिर से शुरू करो। क्या किया इन्होंने ? पहले प्रेस कान्फ्रेस से भाग गए। फिर टीम से? कल बड़ी हंसी आई।

ईएसपीएन क्रिकइंफो के स्पेस में गया था । एक सज्जन कह रहे थे, मुझे हंसी आती है जो लोग रोहित पर सवाल उठाते हैं। अरे भई पहला बड़ा टूर्नामेंट था। आगे अच्छा करेंगे विश्वास है। मेरी हंसी छूट गई। जो आदमी अपनी टीम के लिए गंभीर नहीं है, वो कैसे अच्छा करेगा।
सूर्या भी सारे मैच खेला। कोहली भी , रोहित भी। पर यहां केवल सूर्या है।

सूर्या वनडे विश्वकप में कप्तान बन के नहीं जा रहा और टेस्ट में उसका चयन नहीं है तो ये उसकी गलती नहीं है । टेस्ट में चयन होता ,तब भी खेलता । पंत की तरह आराम नहीं मिलता उसे भी।


कोहली को कुछ साबित नहीं करना रह गया। वनडे का निर्विवाद नम्बर 1 प्लेयर है । कप्तान नहीं है। कप्तान आप हैं रोहित भाई। वनडे विश्वकप जीतना है तो हर वनडे खेलो या कप्तानी से इस्तीफा दे दो और धवन को कप्तान बनवा देने को कह दो।


पिछली कितनी वनडे सीरीज खेली भाई आपने ?
कप्तान हो आप कप्तान।

चयनकर्ताओं की टीम इण्डिया के चयन में उतनी ही चलती है जितनी कांग्रेस की पॉलिसी मेकिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे की। सबको पता है चयन कप्तान कोच और बीसीसीआई पदाधिकारी ही करते हैं। तो खुल के बोलो न, ये खिलाड़ी चाहिए, ये नहीं।
लेकिन क्या बोलेंगे रोहित शर्मा जो खुद छुट्टी पर रहते हैं ज्यादातर ?

और अंत में
हालांकि रोहित के पास 2007 टी 20 विश्वकप है। कोहली के पास 2011 वनडे विश्वकप । लेकिन दोनों में कप्तान धोनी थे , ये दोनों नहीं।
और न रोहित का, न कोहली का बिल्कुल आउट ऑफ द बॉक्स प्रदर्शन था इन विश्वकप टूर्नामेंट्स में । बस ठीक ठाक था ।तो भाई मेरे !

अगर 2023 वनडे विश्वकप रोहित और कोहली न जीत पाए तो इतिहास में इनकी गिनती उन भारतीय क्रिकेटर्स में होगी जो अपनी व्यक्तिगत पसंद नापसंद, आराम और आईपीएल अनुबंधों के चलते एक बेहतरीन खिलाडिय़ों वाले युग की भारतीय टीम को कोई विश्वकप न जिता पाये ।

12-हां ! एक बात रह गई
बुमराह फिर ठीक हो के आ गए हैं।

आईपीएल खेलने

आपका -विपुल
सर्वाधिकार सुरक्षित- Exxcricketer.com


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *