आपका -विपुल
चलो आज कुछ बातें कर लेते हैं,
नवयुवकों से,जो कैरियर बनाना चाह रहे हैं या करियर की शुरुआत में हैं।
मेरे पास पिछ्ले 3 महीने में 10 से अधिक लड़कों के मैसेज आए कि वो अपना जो काम कर रहे हैं, उसे छोड़ कर यूट्यूब चैनल खोलना चाहते हैं, कल फिर एक मैसेज ऐसा आया।इसलिए भी ये लिखना चाहता था।
देखो,कहावत पुरानी है लेकिन सही है,
मछली उड़ नहीं सकती और चीलें समंदर में नहीं रहतीं।
हाथी मांस नहीं खा सकता और नीम के पेड़ से आम नहीं निकल सकते।
मैं बिल्कुल सीधी बात करूंगा।
आप क्या काम कर रहे हो ?आपके परिवार को आपके पैसों की कितनी आवश्यकता है ?सबसे पहली चीज यहां से शुरू होती है।
आपके पिताजी कमाते हैं और आपके पैसों से घर नहीं चलता, आप कम उम्र हैं तो अपना यूट्यूब चैनल भी खोल सकते हो,इंस्टा भी।
आप फिल्मी निर्माताओं के चक्कर भी लगा सकते हो,लेकिन उसके लिए एक टाइम फ्रेम रख लो। तीन साल तक का।
और उसके पहले खुद को आईने में देख लो कि तुम कैमरे में आने लायक हो या कैमरे के पीछे सही रहोगे।
जो सामने दिखता है, अक्सर सच नहीं होता।रातों रात न कोई स्टार बनता है न कुछ भी अचानक होता है।अपनी जवानी के दो तीन साल देने के बाद इस लाइन में कुछ मिलने की उम्मीद दिख रही हो तो आगे बढ़ो वरना असली जिन्दगी में लौट आओ जहां चार रोटी कमाने को 8 घंटे मेहनत करनी पड़ती है।
दूसरे लोग जो छोटे मोटे रोजगार या नौकरी में हैं, परिवार चलाते हैं उसे छोड़ कर फुल टाइम यूट्यूबर या एक्टर बनना चाहते हैं तो इससे बढ़िया है कि तुम अपने पूरे परिवार को बता दो कि तुम उनके लिए मर चुके हो।
ये विशुद्ध चूति@यापा है।
शौकिया तक ठीक है पर अपना काम धंधा छोड़ के यूट्यूबर बनना उचित नहीं।
एक और चीज जो मैं पूरी गंभीरता से कहना चाहूंगा।
हिंदी लेखन से घर नहीं चलते, आप साइड में शौकिया लिख सकते हो पर लेखन को मुख्य पेशा तब तक मत बनाइए जब तक कोई बड़ी प्रोडक्शन या पब्लिकेशन कम्पनी आपसे स्क्रिप्ट न लिखवाने लगे।
मैं केवल अपना उदाहरण दूंगा।
मैं ब्लाग लिखता हूं, किताबें लिखी हैं, यूट्यूब चैनल भी है पर इनमें से कोई भी मेरी आजीविका का साधन नहीं है, ये सब शौक हैं और खुल के ये सब इसलिए कर पाता हूं क्योंकि इनसे मिले पैसों से ही घर चलाने का दबाव नहीं है।
बहुत बड़े बड़े इनफ्लूएंसर की बात मैं नहीं करता कि सपने बड़े देखो वगैरा वगैरा।
मैं आम देसी मिडल क्लास हूं, पैसों की तंगी देखी है, इसलिए लगे हुए रोजगार का महत्व समझता हूं।
स्टार्ट अप केवल स्टार्ट अप ही होते हैं।
एंड तक देखो।
अपनी लगी नौकरी या जॉब केवल तब छोड़ो जब दूसरा साफ साफ मिल रहा हो।
पैसों से बड़ा कोई दोस्त नहीं होता।
पैसा वो चीज खुदा से उन्नीस बीस
🙏🙏
आपका -विपुल
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