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सहारा फ्रेंडशिप कप 1997 टोरंटो

चौथा मैच
20 सितम्बर 1997
लेखक -विपुल

विपुल

19 सितम्बर 1997 की उस रात बरसात का मौसम था टोरंटो में और, सौरव गांगुली अपने लैपटॉप पर आखिर तुम्हें आना है ज़रा देर लगेगी गाना देख रहे थे।वो बहुत सीरियस थे।सहारा कप 97 सीरीज 3 ज़ीरो से जीतने के बाद भी।
क्यों सीरियस थे ?
क्या करोगे जानकर ?

भारत सहारा कप 97 के 5 में से 3 वनडे जीतकर सीरीज जीत चुका था ,लेकिन खुश पाकिस्तानी क्रिकेटर थे।
साइड बिज़नेस में अंडे की रेहड़ी लगाने वाले सलीम मलिक इसलिए खुश थे कि पाकिस्तानी प्लेयर्स पर फेंकने के लिये उनके अंडे ज़्यादा बिक रहे थे ।

क्रिकेट और नौटंकी से फुर्सत मिलने पर पटेल नगर में चूड़ी बेचने वाले सकलैन मुश्ताक इसलिये खुश थे क्योंकि उनकी चूड़ियाँ बहुत ले रहे थे लोग।
पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को भेंट करने के लिये।

अज़हर महमूद को विकलांग बुलबुल बीड़ी के फर्रुखाबादी मालिक ने बोनस के तौर पर 500 रुपये महीने की पगार बढ़ा दी थी ।और इंज़माम को मैदान में जाकर आलू आलू नहीं सुनना पड़ रहा था।

लेकिन भारत के खेमे में जीत के बाद भी तनाव था।अजय जडेजा ,अजहरुद्दीन की सारी बीड़ियाँ फूंक चुके थे ,जिन्हें पिये बगैर अज़हर का प्रेशर नहीं बनता था।द्रविड़ ने गांगुली की बातें छिप कर सुनी थीं किसी हीरोइन के साथ।
हरविंदर ने आज फिर धोखे से मोहंती की बनियान पहन ली थी।

सबका झगड़ा रॉबिन सिंह ने मात्र उस एक अचूक वाक्य से सुलझाया
जिससे अनादि काल से भारत की लाखों लड़ाइयों का निस्तारण हुआ हो चुका है।
“लड़ाई लड़ाई माफ करो।”
“कुत्ते की लेण्डी साफ करो।”

20 सितम्बर 1997 को टोरंटो में रिमझिम बारिश हो रही थी ।इसलिये मैच शुरू होने में देर हुई और सहारा फ्रेंडशिप कप टोरंटो 1997 सीरीज का ये चौथा भारत बनाम पाकिस्तान का मैच 28 ओवर का रखा गया।

भारत ने टॉस जीता और सचिन चक्कर में पड़ गये ।उन्हें किसी ने बताया ही नहीं था कि टॉस जीतने के बाद क्या करना है ।
वो सुबह अज़हर से पूंछ भी चुके थे कि टॉस जीतने के बाद क्या करना है ।और बगैर बीड़ी के प्रेशर न बनने से परेशान अज़हर का जवाब था -“क्या करोगे जानकर ?”

तो सचिन ने मन में अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो बोला और आखिरी में चोर निकल के भागा का गा रमीज राजा की तरफ आया था ,इसलिए मन मसोस के सचिन ने पहले बौलिंग का फैसला लिया।हालांकि गली क्रिकेट की रूलबुक के अनुसार सचिन गलत कर रहे थे और उन्हें इसका पछतावा भी हो रहा था।

देखते ही देखते बाबा सराय के कुंजड़ों के रिश्तेदार सईद अनवर और 18 साल के शाहिद अफरीदी (जो अभी भी 18 साल के ही हैं )ने 31 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप कर दी ,जिसमें अफरीदी के बेशकीमती दो रनों का भी योगदान था।
अफरीदी के दो रन बेशकीमती क्यों थे ?

“क्या करोगे जानकर ?”

ठीक 31 के टीम स्कोर पर देबाशीष मोहंती ने आफरीदी को 2 के निजी पर , उन सबा करीम के हाथों कैच करवाया जो आलू की वैरायटियों के नाम याद करके आये थे इंजमाम को चिढ़ाने के लिये ,पर इंजमाम आज नहीं थे टीम में।
इंजमाम टीम में क्यों नहीं थे ?
“क्या करोगे जानकर?”

अबकी बार अबे कुरुविला को चान्स मिला था सईद अनवर को निकल bsdk बोलने का।
सईद अनवर ने 30 गेंदों पर 30 रन बनाए थे और जब कुरुविला ने उनका डंडा उखाड़ा ,तब पाकिस्तान का स्कोर 50 से 4 कम
46 रन था।

इजाज अहमद 15 (19) का शिकार हरविंदर सिंह ने 72 के स्कोर पर ऐसे किया ,जैसे कुरुविला और मोहंती से कह रहे हों।
“हम भी खेलेंगे
नहीं तो
खेल बिगाड़ेंगे।”

भारत के तीनों प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ों ने एक एक विकेट चटका दिया था।

कल थोड़ी देर रमीज राजा ने राहुल द्रविड़ के साथ टाइम बिताया था और उन्हें पता चल चुका था कि महान बल्लेबाज कभी 50 से ज़्यादा के स्ट्राइक रेट से रन नहीं बनाते।इसलिए 40 गेंदों पर 20 रन बना कर रमीज राजा ने गांगुली को अपना विकेट दे दिया ये सोचकर कि शायद गांगुली खुश हो जाएं और कल उनसे कट पत्ती में जीते 75 रुपये शायद न माँगे।


दोनों के बीच कट पत्ती कब खेली गई ?
“क्या करोगे जानकर ?”

85 के स्कोर पर रमीज राजा आउट हुए थे और 107 के स्कोर पर गांगुली ने उन सलीम मलिक को कैच आउट करवाया जो 27 गेंदों पर 17 रन बना चुके थे और बार बार रॉबिन सिंह से 52 अंडों के आमलेट के पैसों का तगादा कर रहे थे।
“ये 52 अंडों का आमलेट खाता है ?”
गांगुली हैरत में थे।

राशिद लतीफ के फुफुरे दुश्मन मोइन खान और अज़हर महमूद की 48 रनों की पार्टनरशिप को हरविंदर सिंह ने 155 के स्कोर पर मोइन खान 23 (27)को अंजली के हमजोली के हाथों कैच कराकर तोड़ा ।


अजहर महमूद 24 गेंदों पर 33 रन बनाकर नाबाद रहे।

पाकिस्तान ने निर्धारित 28 ओवर में 6 विकेट खोकर 159 रन बनाये।हरविंदर सिंह और सौरव गांगुली ने 2 -2 ,मोहंती और कुरुविला ने 1 -1 विकेट लिया ।


एक भी विकेट न ले पाने वाले रॉबिन सिंह ने क्या वाकई 52 अंडों का आमलेट खाया था ?

“क्या करोगे जानकर ?”

बरसात फिर हो गयी थी |इसलिए भारत को 26 ओवरों में 160 रनों का टार्गेट दिया गया |

अंजली भाभी ने रात ही फोन करके सचिन भाई को बताया था कि सौरव के लक्षण कुछ अच्छे नहीं ,छिनरई कर रहा आजकल ! इससे दूर रहा करो।
सचिन भाई ने कभी अंजली भाभी की बात टाली भी थी ,जो आज टालते?
इसलिए मात्र 8 के स्कोर पर ,1 चौके सहित 6 रन बनाकर ,शाहिद नज़ीर की गेंद पर मोईन खान को कैच पकड़ा कर सौरव से दूर हो गये

सौरव के मन में ये सवाल पहली पारी से चल रहा था कि कोई 52 अंडों का आमलेट कैसे खा सकता है ? उनके सरदर्द होने लगा था ये सोच सोच कर
जो ये देख और बढ़ गया था कि द्रविड़ ,कांबली या अज़हर की जगह रॉबिन सिंह वन डाउन आये थे।


सौरव और रॉबिन ने टीम इंडिया का स्कोर 41 तक पहुंचाया और यहाँ सौरव से एक गलती हो गई।

गांगुली ने रॉबिन सिंह से हिम्मत करके पूँछ ही लिया कि क्या आपने वाकई 52 अंडों का ऑमलेट खाया था ?
रॉबिन सिंह गांगुली के इस सवाल से इतना नाराज हो गये कि शाहिद नज़ीर की गेंद पर एक लम्बा शॉट खेल कर मोहम्मद अकरम को कैच पकड़ा कर चल दिये।रॉबिन सिंह ने 18 गेंदों पर 16 रन बनाये थे।
जाते जाते वो गांगुली से गुर्राहट भरे लहजे में कह भी गये ।
“क्या करोगे जान कर ?”

मोहम्मद अजहरुद्दीन का वैसे भी मूड खराब था ।उनकी सारी बीड़ियाँ अजय जडेजा फूँक गये थे ,सुबह से उनका प्रेशर नहीं बना था।उनका बहुत कुछ व्यक्तिगत फँसा हुआ था ,इसलिये जब 54 के स्कोर पर उनका विकेट गिरने के बाद मैच फँसा तो उन्हें इसकी ज़्यादा परवाह नहीं थी।अज़हर ने 8 गेंदों पर 7 रन बनाये थे।

अब अजहर के हिस्से की बीड़ियाँ फूँक जाने वाले ,रॉबिन सिंह के हिस्से के अंडे खा जाने वाले,समता पार्टी की जया जेटली की बेटी की मैरिज पार्टी में दूल्हे का रोल निभाने वाले अदिति जेटली के ब्रेट ली ,
छिंदेबाज अजय जडेजा क्रीज़ पर गांगुली का साथ देने आये।

सौरव गांगुली के दिल में डोना थी औऱ दिमाग में भारत की जीत का नगमा।उधर अजय जडेजा भी नीलेश कुलकर्णी और विनोद कांबली के साथ काली मठिया के पीछे जाकर गाँजा फूंककर टन्न होकर आये थे।
सो दोनों बहुत बढ़िया खेले।

दोनों ने नॉट आउट रहते हुये भारत को 25 ओवर और 3 गेंदों में जीत दिला दी ।सौरव ने 75 गेंदों पर नाबाद 75 रन बनाए थे ।।अजय जडेजा ने 48 गेंदों पर नाबाद 37 रन बनाए थे।अतिरिक्त 21 रन मिले थे भारत को।

शाहिद नज़ीर ने 3 विकेट लिए थे।
भारत 5 मैचों की सीरीज में 4 लगातार मैच जीत चुका था।
गांगुली ने 2 विकेट लेकर और 75 नाबाद रन बनाकर खुद को फिर साबित किया था।
मैन ऑफ द मैच कौन रहा ?
“क्या करोगे जानकर ?”

आपका -विपुल

विपुल

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