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1 -प्रवीण आमरे

लेखक – विपुल @old_cricketer
भूले बिसरे खिलाड़ी
भाग 1 -प्रवीण आमरे
लेखक -विपुल
पुरानी आईडी exx_cricketer
नई आईडी old_cricketer

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घरेलू रिकॉर्ड

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प्रवीण आमरे ,रमाकांत आचरेकर के शिष्य थे ,
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की तरह ।
डोमेस्टिक में उसी तरह सफल भी रहे।86 -87 में मुंबई टीम के लिये रणजी से शुरुआत की ,बाद में रेलवे, एयर इंडिया ,बंगाल के लिये भी खेले ।
फर्स्टक्लास में लगभग 49 का बैटिंग एवरेज है।
List A में 27 का है।

ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत के लिये बंगाल के खिलाफ बनाये गए 246 आज भी ईरानी ट्रॉफी का व्यक्तिगत सबसे बड़ा स्कोर है।89-90में दिलीप ट्रॉफी में लगातार 3 मैच में शतक मारे थे
आमरे उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जो दक्षिण अफ्रीका की घरेलू सर्किट में खेले हैं ,89-90 में बोलैंड के लिये।

दक्षिण अफ्रीका की पहली सीरीज

नवम्बर 1991 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम पर से रंगभेद के लिये लगाया गया प्रतिबंध समाप्त हुआ था।भारत ने बहुत मदद की थी ।इसका शुक्रिया अदा करने सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका टीम भारत आई ।तीन वनडे मैच खेलने जो प्रतिबंध के बाद दक्षिण अफ्रीका के पहले अंतरराष्ट्रीय मैच थे ।

आल राउंडर क्लाइव राइस कप्तान थे।एलन डोनाल्ड ,केपलर वेसेल्स टीम में थे केपलर वेसेल्स बाद में दक्षिण अफ्रीका कप्तान भी बने।मज़े की बात है कि केप्लर वेसेल्स ऑस्ट्रेलिया के लिये अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं
ये शायद उन चंद खिलाड़ियों में से हैं, जो दो देशों के लिये खेले हैं।

प्रवीण आमरे भारतीय टीम में चुने गये।उन्होंने 10 नवम्बर 1994 को इस ऐतिहासिक भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका एकदिवसीय श्रंखला के पहले और अपने डेब्यू मैच में 74 गेंदों में 55 रन बनाए और प्रभावित किया ।
इसके बाद इन्होंने 36 और मैच खेले और 20 के एवरेज से 513 रन बनाए ।बेस्ट 84 नाबाद।
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टेस्ट में डेब्यू शतक


भारत ने नवम्बर 1992 में दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया ,आमरे टीम में थे।डरबन की तेज पिच पर खेले गए अपने डेब्यू और सीरीज के पहले ही टेस्ट मैच में इन्होंने 103 बनाये।यही इनका करियर बेस्ट स्कोर भी रहा ।11 टेस्ट मैचों के कैरियर में उन्होंने 3 अर्धशतक भी लगाए ।42.50 का टेस्ट एवरेज ।

94 में श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट और आखिरी वनडे खेला ।
इन्हें ज़्यादा मौके नहीं दिए गए,
कुछ भी कारण रहा हो।

दुर्भाग्यशाली


42 का टेस्ट एवरेज तो इस समय बहुत से टेस्ट खिलाड़ियों का भी नहीं है, जिन्हें बहुत मौके मिले
कई बार इन्हें गलत आउट भी दिया गया।खुद प्रवीण आमरे भी बोले थे एकबार कि काश!मेरे समय में डीआरएस होता तो बहुत इंटरनेशनल मैच मिलते मुझे ।

अब इस समय प्रवीण आमरे आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिये सहायक कोच की भूमिका में हैं ।

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लेखक -विपुल

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