अबे कुरुविला
भूले बिसरे खिलाड़ी
भाग 5 -अबे कुरूविला
लेखक -विपुल
पुरानी आईडी exx_cricketer
नई आईडी old_cricketer
20/062022
लम्बा और दुर्भाग्यशाली क्रिकेटर
दाएं हाथ के मध्यम तेज़ गेंदबाज अबे कुरुविला भारतीय क्रिकेट इतिहास के शायद सबसे लंबे खिलाड़ी रहे हैं और सबसे ज़्यादा अन्याय सहने वाले खिलाड़ियों में से एक भी।
6 फुट 6 इंच (1.98 मीटर) लंबे इस पेसर को इंग्लैंड के लीजेंड तेज़ गेंदबाज फ्रैंक टायसन ने ट्रेंड किया था।और 1990 -91 में घरेलू क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कुरुविला ने अगले ही घरेलू सीजन में मुंबई टीम की तरफ से खेलते हुए 50 प्रथम श्रेणी विकेट ले लिए।
श्रीनाथ का विकल्प
लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद चयनकर्ताओं ने इनकी निरन्तर उपेक्षा की ,लेकिन 1997 में सचिन की कप्तानी में भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज श्रीनाथ जब बुरी तरह घायल हो गए थे तब चयनकर्ताओं को श्रीनाथ का विकल्प कुरुविला में ही दिखा।
1997 में भारतीय टेस्ट टीम वेस्टइंडीज गई ,5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलने।अबे कुरुविला इस सीरीज के सभी 5 मैच खेले।ब्रिजटाऊन के तीसरे मैच में कुरुविला ने दूसरी पारी में 68 रन देकर 5 विकेट लिए और विंडीज टीम 140 पर आउट हो गई।
पर भारतीय टीम 120 रन भी न बना पाई जीतने को,81 पर ढेर हो गई।भारत वो मैच और सीरीज जीत जाता तो शायद कुरुविला की किस्मत खुल जाती।पर गलती बल्लेबाजों की थी, खामियाजा कुरुविला और डोडा गणेश जैसे गेंदबाज़ों और सचिन जैसे कप्तान ने झेला।
ठीक ठाक टेस्ट रिकॉर्ड
इसके बाद इसी साल कुरुविला ने श्रीलंका के खिलाफ 5 टेस्ट मैच और खेले ।2 श्रीलंका में ,3 भारत में ।
3 दिसम्बर 1997 को वानखेड़े में शुरू हुआ भारत बनाम श्रीलंका इनका अंतिम टेस्ट साबित हुआ।
श्रीनाथ ठीक होकर लौट आये तो कुरुविला को दोबारा मौका नहीं दिया गया कभी।
टेस्ट रिकॉर्ड खराब नहीं था अबे कुरुविला का
10 टेस्ट
15 पारी
25 विकेट
एवरेज 35.68
स्ट्राइक रेट 70
बेस्ट 5/68
ईशांत शर्मा जैसे आंकड़े हैं।
एकदिवसीय रिकॉर्ड व सहारा कप
टोरंटो में 1997 में खेले गये सहारा कप भारत बनाम पाकिस्तान एकदिवसीय सीरीज के सभी 5 मैच खेले थे अबे कुरुविला।
,देबाशीष मोहंती और हरविंदर सिंह के साथ मिलकर अपनी गेंदबाजी से पाकिस्तान को पस्त कर दिया था।सचिन कप्तान थे, गांगुली मैन ऑफ द टूर्नामेंट।
25 एकदिवसीय मैचों में अबे कुरुविला ने 25 विकेट लिये हैं।।35.60 एवरेज, 4.72 की इकोनॉमी से ।बेस्ट 4/43
प्रथम श्रेणी में 27 और लिस्ट ए में 29 का एवरेज है अबे कुरुविला का।
विनम्र खिलाड़ी
अबे कुरुविला अपने सभी मैच सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में खेले।और श्रीनाथ के सही होकर आने के बाद इनके साथ भेदभाव भी हुआ।केवल 1 साल अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
मार्च 1997 से दिसंबर 1997 तक।
लेकिन अबे कुरुविला विनम्रता से कहते हैं
“मुझे कम से कम एक सीजन ,औऱ 10 टेस्ट तो मिले ।
मुझसे काबिल कई खिलाड़ी एक टेस्ट भी नहीं खेल पाए!
“
विनम्रता की प्रतिमूर्ति हैं अबे कुरुविला “जूनियर टीम इंडिया के और मुंबई टीम चयनकर्ता भी रहे हैं।
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लेखक -विपुल
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