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आपका -विपुल

विपुल


भारत बनाम पाकिस्तान
विश्वकप 1999

मैनचेस्टर में महाभारत होने वाली थी।जून का महीना था।। 8 तारीख थी।
1999 का साल था।
वनडे का विश्वकप था।।
इंग्लैंड मेजबान था।

चेसमास्टर नामके बारहसिंगे तब टीम इंडिया में नहीं होते थे इसलिए बिजलानी के बॉयफ्रेंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी ही चुनी।
सचिन तेंदुलकर और सदगोपन रमेश ओपनिंग में आये।शोएब अख्तर और वसीम अकरम ने नई गेंद सम्भाली।

सचिन बल्लेबाज़ी कर रहे थे, रमेश टिल्लेबाज़ी ,उसी तरह से जैसे अकरम गेंदबाज़ी कर रहे थे ,शोएब गेंद फेंक रहे थे।रमेश की आतिशी इनिंग 31 गेंदों में 20 रनों के बाद भी
11.2 ओवर के बाद भी स्कोर 37 था।

इसी 37 के टीम स्कोर पर अब्दुल रज़्ज़ाक़ ने रमेश को बोल्ड मार दिया।
सौंठ जैसा मुंह लटकाए रमेश भारी कदमों से पवेलियन लौटे ।
वन डाउन आये राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया का मॉरल डाउन नहीं होने दिया।
तब भारत पाकिस्तान मैच में खिलाड़ी अतरंगी नहीं दिखते थे, जान लगाते थे।
द्रविड़ जैसा टेस्ट बल्लेबाज भी सचिन के साथ 55 गेंदों में 58 रन जोड़ देता था।भारत 20.5 ओवर ओवर में 95/1 पहुंचा।
इसी स्कोर पर 65 गेंदों में 45 रन बना चुके सचिन अज़हर महमूद की गेंद पर सकलैन मुश्ताक को कैच पकड़ा बैठे।भारत 95 /2
20.5 ओवर।
नंबर 4 अजय जडेजा आये।

स्कोर 24.3 ओवर में 107 ही पहुंचा था कि अजय जडेजा भी अजहर महमूद की गेंद पर इंजमाम को कैच पकड़ा गये।
अजय जडेजा ने 14 गेंदों पर उतने ही रन बनाए थे जो वो इजाज अहमद को समझते थे।
6

मोहम्मद अजहरुद्दीन आये नंबर 5 पर ।
ये 5 की संख्या उस संख्या के समान थी जो संख्या अज़हर के पहले रहे बिजलानी के बॉयफ्रैंड की थी ।
जिस ड्यूरेशन में सचिन द्रविड़ जडेजा बैटिंग कर रहे थे।उसी ड्यूरेशन में अज़हर ड्यूरेक्स का डबल प्रयोग करके आये थे।
इसलिये बिल्कुल डंबलडोर थे अभी ।

औऱ सुनो ठरकियों !ड्यूरेक्स का मतलब ड्यूरेक्स कंडोम से नहीं ,ड्यूरेक्स चिंगम से था जो अज़हर दो दो चबा के आये थे।
मैं अश्लील बातें नहीं करता शरीफ आदमी हूँ।
39 वें ओवर की पांचवी गेंद पर राहुल द्रविड़ को वसीम अकरम की गेंद पर शाहिद अफरीदी ने लपक लिया।।द्रविड़ ने 89 गेंदों पर 61 रन बनाए थे।।
चूँकि कारगिल युद्ध भी इसी समय चल रहा था इसलिए द्रविड़ गुस्से में थे।
जाते जाते अफरीदी को तेरी एम के सी बोल गये
“एम के सी ?”
मतलब
मम्मी को चुम्मी
द्रविड़ गाली नहीं देते थे।
शरीफ आदमी थे।
नंबर 6 पर बैटिंग करने आये रॉबिन सिंह का मूड बहुत खराब था।नाश्ते में मैनचेस्टर क्रिकेट ग्राउंड का स्टाफ उन्हें 60 उबले अंडे दे गया था।और अंडों की बास्केट में “भुक्खड़ रॉबिन सिंह” लिखा उन्होंने देख लिया था
“हरामजादों ! मैं इतना भुक्खड़ नहीं हूँ ।”
उन्हें बोलना पड़ा था।
“8 अंडे वापस ले जाओ।”
7 लीटर दूध और 52 अंडे उनकी नाश्ते की डायट थी ।इतना खाने वाला भुक्खड़ होता क्या ?

आंखों में आंसू भर कर उन्होंने अज़हर से पूँछा जो इजाज अहमद को ताक रहे थे।
“कितना लेता होगा ?एक रात का ?”

रॉबिन ने अज़हर को घूरा ।
“मतलब?”
“मतलब रात में वीसीआर चलाने का धंधा है न इजाज का ।वही पूँछ रहा ।”

रॉबिन हैरान थे।
” ये कब हुआ ?”

अब पिंच हिटर रॉबिन सिंह के दिमाग में बात हिट कर गई थी थी कि इजाज अहमद रात में वीसीआर चलाता है ये उन्हें नहीं पता तो कुंठित ,विचलित ,आक्रोशित ,हताश निराश हो गए,अच्छी बैटिंग नहीं कर पाए।दिमाग में बस यही था कि जंगली जवानी और छमिया के तीनों पार्ट इजाज के पास होंगे भी कि नहीं ?

लेकिन रॉबिन सिंह कितना भी खराब खेल लेते ,शेट्टी के दामाद के स्तर पर नहीं उतर सकते थे।
मरा हाथी भी सवा लाख का होता है। तेज़ पिच थी भारी मौसम था ,बादल थे और 49वें ओवर तक गेंद स्विंग हो रही थी ।अज़हर और रॉबिन ने स्कोर 48.5 ओवर में 218 तक पहुंचाया।

यहीं पर पारी खत्म होने के 7 गेंद पहले अज़हर 59 (77 ) को इजाज अहमद ने लपक लिया अकरम की गेंद पर।
“इजाज ! तेरी एम के बी ।”
“एम के बी “

मामी को बधाई।
अज़हर गाली नहीं देते थे।
शरीफ आदमी थे।

नंबर 7 पर नयन मोंगिया तब आये जब सात गेंदे बाकी थीं।
अज़हर जडेजा द्रविड़ की भांति उनकी निगाहें भी इजाज पर थीं।
क्यों थी ?ये रॉबिन सिंह भी ज़ल्दी पता नहीं लगा पाये थे।तुमको कैसे इतनी जल्दी पता लगेगा ?

रॉबिन सिंह 21 गेंदों में 16 रन बना कर पारी की अंतिम गेंद पर अख्तर की गेंद पर अकरम को कैच पकड़ा कर आउट हुये।नयन मोंगिया 4 गेंदों पर 6 रन बनाकर नाबाद रहे।अतिरिक्त 14 रन।
भारत 227 /6
पाकिस्तान को जीत के लिये 228 रन बनाकर थे 50 ओवर में ।

अकरम
10 -0-27-2
शोएब
10-0-54-1
अब्दुल रज्जाक
10 -0-40-1
अज़हर महमूद
10-0-35-2
सकलैन
10-0-67-0
तू चूड़ी ही बेच एम सी
“एम सी ?”
महान क्रिकेटर।
मैं गाली नहीं देता।
शरीफ आदमी हूँ।

तो पाकिस्तान की तरफ से 18 साल के गलिष्ठ शाहिद अफरीदी ओपनिंग में आये जो अभी भी 18 के ही हैं।
साथ में करांची के कुंजड़ा कारोबारी सईद अनवर जो कभी कभी क्रिकेट भी खेल लेते थे।
तीसरे ओवर की तीसरी ही गेंद पर तीस साल के श्रीनाथ ने 18 साल के अफरीदी को 40 साल के कुम्बले के हाथों कैच आउट करवा दिया।टीम स्कोर था 19 और
गलिष्ठ (गाली खाने योग्य ) अफरीदी ने 5 गेंदों उतने ही रन बनाए थे जो अजय जडेजा इजाज को समझते थे।
6
पूरे 6
अत्यंत अश्लील स्टांस वाले इजाज अहमद जब क्रीज़ पर आये तब क्रीज़ पर आए तो मोहंती की गेंदें कमाल की स्विंग हो रही थीं और श्रीनाथ सटीक थे।अनवर हमेशा की तरह भारत के खिलाफ बढ़िया खेल रहे थे और एक रोमांचक मैच की उम्मीद थी।

श्रीनाथ की सनसनाती गेंदों का अगला शिकार इजाज अहमद बने।
इजाज को अज़हर ने कैच किया था ।टीम स्कोर 9.4 ओवर में 44 था ।इजाज ने 24 गेंदों में 11 रन बनाए थे।
ज़्यादा नहीं टिक पाये।पिच तेज़ थी और भारतीय गेंदबाज घातक सिद्ध हो रहे थे।

ऑन ए सीरियस नोट
प्रसाद को मिली सफलता में श्रीनाथ का हमेशा बड़ा योगदान रहता था।श्रीनाथ जब तक टीम में हमेशा टीम में स्ट्राइक बॉलर ही रहे ,इस वजह से श्रीनाथ पर विपक्षी टीमें कम रिस्क लेती थीं।
आज पाकिस्तान श्रीनाथ पर रिस्क ले रही थी ,तो श्रीनाथ को विकेट भी दे रही थी ।
प्रसाद को श्रीनाथ और मोहंती के बाद तीसरे नंबर पर गेंदबाज़ी मिली थी और उन्होंने तीसरा विकेट भी लिया ।
सलीम मलिक पगबाधा बोल्ड प्रसाद 6 (19)
पाकिस्तान 52 /3
ओवर 13.5
“विश्वकप में प्रसाद के खिलाफ रन बनाना अंडे बेचने जितना आसान नहीं होता मियां मलिक”
सलीम मलिक ने वो सुना जो वेंकटेश प्रसाद आँखों से कह रहे थे।

वेंकटेश प्रसाद शायद विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाड़ियों में अपनी उस महबूबा का अक्स देख लेते थे जो उनका दिल तोड़ के चित्तौड़ चली गयी थी
कच्चा चबाने के मूड में थे।
अनवर कैच अज़हर बोल्ड प्रसाद 36 (44)
पाकिस्तान 65/4
17.4 ओवर।

“पाकिस्तान !घबराना नहीं है।”

13 रन और जुड़े थे।पाकिस्तान का स्कोर 78 था।25वें ओवर की दूसरी गेंद पर कुम्बले ने कमाल दिखाया।
अज़हर महमूद कैच मोंगिया बोल्ड कुम्बले 10 (17)
पाकिस्तान 78 /5
ओवर 24.2

टीम इंडिया ने पाकिस्तान पर चढ़ाई कर दी थी।
“बच पाओ तो बच लो”

आलू
माफ कीजिएगा इंजमाम उल हक और मोईन खान ने यहाँ से 60 गेंदे खेलीं और 60 रन जोड़ दिए।
मोइन खान 34( 37 ) को भी
प्रसाद ने जप लिया।कैच सचिन ने पकड़ा।
पाकिस्तान 124 /6
ओवर 34.2
“पाकिस्तान!”
“घबराना नहीं है।”

पाकिस्तान के स्कोर में 22 रन और जुड़े थे तभी श्रीनाथ ने अब्दुल रज्जाक 11 (12)को बोल्ड मार कर पाकिस्तानी फैंस का दिल तोड़ दिया और मैच का रूख पूरी तरह से भारत की ओर मोड़ लिया।
पाकिस्तान 146/7
ओवर 39.1
“पाकिस्तान!”
‘अब घबराना है भाई।”

65 गेंदों में 88 रन लगभग असंभव दिख रहा था पाकिस्तान के लिये लेकिन पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी अभी भी मौजूद थे क्रीज़ पर इंजमाम।
वसीम अकरम उनका देने आये।स्कोर 175 तक पहुंच गया।।
यहाँ पर इंजमाम को प्रसाद ने पगबाधा आउट कर पाकिस्तानी ईनिंग के ताबूत में अन्तिम कील ठोंक दी।इंजमाम ने 93 गेंदों पर 41 रन बनाए थे ।
पाकिस्तान 175/8
ओवर 43.4

अगले ओवर में कुम्बले ने सकलैन को जीरो पर पगबाधा आउट किया और अकरम 12 (16) के रूप में पारी का अंतिम विकेट प्रसाद को मिला।
पाकिस्तान 45.3 ओवर में 18 पर आल आउट।
भारत 47 रनों से जीता ।
विश्वकप में लगातार तीसरी बार भारत ने पाकिस्तान को हराया।

श्रीनाथ ने 3 ,कुम्बले ने 2 विकेट लिये थे और रॉबिन सिंह और मोहंती भी शानदार थे।।
हाँ ,इजाज अहमद जो हर रात अपना मारियो वाला विडियो गेम किराये पर देते थे ,उनका कोड नेम 6 था।अजय जडेजा और अजहर जानते थे ये उन्हें शौक था वीडियो गेम का |
Ok ?
आपका -विपुल

विपुल


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