Spread the love

आपका – विपुल

भारत पाकिस्तान की पुरानी क्रिकेट प्रतिद्वंदिता का सीन था और एक मार्च दो हजार तीन था। आईसीसी का एकदिवसीय विश्वकप था , दक्षिण अफ्रीका के सेंचुरियन का मैदान था और टॉस जीत कर बल्लेबाजी करने उतरा पाकिस्तान था ।
मैच ऑन

पाकिस्तान की तरफ़ से ओपनिंग में सईद अनवर और तौफीक उमर थे। और भारत की तरफ से नई गेंद के गेंदबाज जहीर खान और जावागल श्रीनाथ थे। ओपनिंग अच्छी हुईं पाकिस्तान की। 10.5 ओवर में 58 रन की।

टीम इंडिया परेशान थी तभी जहीर खान बैंग ऑन हुए और तौफीक की क्रीज पर की उमर पूरी कर दी।
तौफीक उमर बोल्ड खान 22(32)
पाकिस्तान 58/1
ओवर 10.5

अब्दुल रज्जाक ने बिल्कुल धोनी स्टाइल बैटिंग की।
धोनी बेहतरीन वनडे प्लेयर थे। लेकिन धोनी बेहतरीन टैस्ट प्लेयर भी थे।
सोचा बताते चलें।
अब्दुल रज्जाक 12(29) कैच द्रविड़ बोल्ड नेहरा।
ये लेंथ बॉल ही थी।
पाकिस्तान 90/2
ओवर (20.6)

इंजमाम उल हक और रन आउट का याराना उतना ही मजबूत था जितना भाजपा और पसमांदा समाज का।
इंजमाम उल हक रन आउट 6(3)
ओवर 21.6

मोहम्मद यूसुफ ने उतनी ही अच्छी साझेदारी सईद अनवर के साथ निभाई जितनी अच्छी साझेदारी बाजपेई जी की आज तक से चली फिर जैसे बाजपेई को गेट आउट चैनल मालिक ने बोला था वैसे ही मोहम्मद यूसुफ को गेट आउट श्रीनाथ ने बोला ।
आउट
मोहम्मद यूसुफ कैच खान बोल्ड श्रीनाथ। 25(42)
पाकिस्तान 171/4
ओवर 36.1

वैसे मोहम्मद यूसुफ पहले यूसुफ योहाना थे, ईसाई, बाद में इस्लाम कुबूल कर मोहम्मद यूसुफ हो गए।
सोचा बताते चलें।
सईद अनवर भारत के खिलाफ़ हमेशा ही चलते थे। इस बार भी शतक बनाया और शतक बनाने के तुरंत बाद आउट भी हो गए।
सईद अनवर का शिकार लेंथ बॉल स्पेशलिस्ट नेहरा जी ने किया।
सईद अनवर बोल्ड नेहरा 101(126)
पाकिस्तान 195/5
ओवर 40.1
वैसे नेहरा जी का ऋषि सुनक से कोई संबंध नहीं है
सोचा बताते चलें।

शाहिद अफरीदी 2 चौके लगाकर 7 गेंदों पर 9 रन बनाकर मोंगिया की गेंद पर कुंबले के हाथों कैच आउट हुए।
पाकिस्तान 208/6
ओवर 41.3
वैसे ये मोंगिया नयन मोंगिया नहीं दिनेश मोंगिया थे जो बाएं हाथ के बल्लेबाज़ थे जो एक भी टेस्ट खिलाने लायक नहीं समझे गए
सोचा, बताते चलें।

योनिस खान और राशिद लतीफ के बीच हुई 48 रनों की साझेदारी को जहीर खान ने यूनिस खान 32(36) को दिनेश मोंगिया के हाथों कैच करा कर तोड़ा।
पाकिस्तान 256/7
ओवर 48.1

राशिद लतीफ 29(25) और वसीम अकरम 10(6) नाबाद रहे। अतिरिक्त 27
पाकिस्तान की पारी 273/7 पर खत्म हुई।
जहीर खान, नेहरा ने दो दो, श्रीनाथ ने एक विकेट लिया था। 1 विकेट दिनेश मोंगिया को भी मिला था ।

जीत के लिए 274 रन बनाने थे भारत को। सचिन सहवाग ओपनिंग में आए। वसीम अकरम के पहले ही ओवर में पहला चौका सचिन ने मारा , दूसरा सहवाग ने।
उस रात सेंचुरियन मैदान में आग लगने की शुरुआत थी ये।

साल में दो चार बार सचिन गेंदबाजों को ये बताने निकलते थे कि “मैं सचिन हूं यार! थोड़ा सीरियसली लिया करो मुझे।”

शोएब अख्तर को आज सचिन यही बताने आए थे। अख्तर के पहले ही ओवर में एक छक्का , दो चौके।
“सचिन सचिन।”
सुनाई पड़ा?

वसीम अकरम के तीसरे ओवर में केवल एक रन आया लेकिन वकार यूनिस के पहले और इनिंग के चौथे ओवर की पहली ही गेंद सहवाग के बल्ले से टकरा कर थर्ड मैन बाउंड्री के पार छह रन के लिए। और अन्तिम गेंद पर सचिन का चौका।
माहौल बन रहा था यार
“सचिन सचिन”
“सचिन सचिन”

अकरम के तीसरे , पारी के पांचवें ओवर में सेहवाग के दो चौके। भारत 5 ओवर में 50 रनों पर पहुंच चुका था। ओपनिंग धमाकेदार हुई थी लेकिन वकार यूनिस के फेंके पारी के छठे ओवर की चौथी गेंद पर सहवाग ने अफरीदी को कैच पकड़ा दिया।
वीरेंद्र सहवाग कैच अफरीदी बोल्ड वकार 21(14)
ओवर 5.4
सेहवाग ने 3चौके मारे थे। 1 छक्का भी मारा था । सोचा , बताते चलें ।

अगली ही गेंद पर सौरव गांगुली को वकार यूनिस ने पगबाधा आउट कर दिया । जीरो पर।
भारत 53/2
ओवर 5.5
पूरा भारत स्तब्ध था।
ये अप्रत्याशित था।।
एक टैक्टिकल डिसीजन लेते हुऐ टीम इंडिया ने अक्सर नीचे खेलने वाले मोहमद कैफ को नम्बर 4 पर भेजा ।
और फिर जो हुआ, इतिहास बन गया । स्वर्णिम इतिहास।
और हां
मोहम्मद कैफ , कैटरीना कैफ़ के भाई नहीं थे।
सोचा बताते चलें।
वो शाम यादगार थी। सेंचुरियन में बैठे लोगों ने साक्षात देखा और पालघर से पालम तक और कोयंबटूर से जयपुर तक लोगों ने टीवी पर कि सचिन होने का मतलब क्या होता है ।
सचिन मतलब आग , सचिन मतलब सागर, सचिन मतलब सितारा
सचिन मतलब शेर
सचिन मतलब बाज या
सचिन मतलब बल्लेबाज ।
विशुद्ध बल्लेबाज।
15 ओवर का पावर प्ले खत्म होने पर भारत 120/2 था।
सचिन 68(45) 8चौके 1छक्का।
कैफ 22(32)

कभी सहला कर , कभी बेदर्दी से सचिन गेंद को लगातार मैदान के बाहर पहुंचा रहे थे। फील्डर्स को दौड़ा रहे थे।
चार चौके कैफ ने भी लगा दिए थे।

भारत का स्कोर 155 था जब 102 रनों की साझेदारी करके मोहम्मद कैफ 35(60) शाहिद अफरीदी की गेंद पर बोल्ड हो गए थे।
कैफ बखूबी अपना रोल निभा गए थे ओवर हुए थे 21.4।
सचिन का साथ देने राहुल द्रविड़ आए।
वैसे द्रविड़ इस मैच में विकेटकीपर थे। सोचा बताते चलें।

ठीक , 6 ओवर बाद 27.4ओवर में सचिन आराम से अपने हो सकने वाले शतक से दो रनों से चूक गए और 75 गेंदों पर 98 रन पर खेल रहे सचिन,शोएब अख्तर की गेंद पर यूनिस खान को कैच पकड़ा गए।
भारत 177/4
ओवर 27.4
134 गेंदों में 100 रन बनाने बाकी थे भारत को।
सचिन ने अपना काम कर दिया था। बखूबी कर दिया था । अब बारी युवराज की थी। द्रविड़ की थी।
युवराज ने पचासा मार दिया।
50(53) पर नाबाद रहे | द्रविड़ ने नाबाद 44(76) रन बनाए । भारत ने 45.4ओवर में 4 विकेट पर 276 रन बनाकर 6 विकेट से मैच जीत लिया।
वकार यूनिस ने 2, शोएब अख्तर और शाहिद अफरीदी ने एक एक विकेट लिया।
और मैन ऑफ द मैच सचिन तेंदुलकर रहे।
सोचा बताते चलें।

आपका -विपुल
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *