लेखक -राहुल दुबे
नमस्कार मैं रविश कुमार-
2014 के बाद से सिर्फ अपने ही देश का माहौल नही बदला है बल्कि जो देश हमसे अलग हुए है उनमें भी एक गजब की दुश्मनी पैदा हो गयी है, और डर का माहौल तो इतना बन गया है, कि यदि आप 2018 में कुछ करेंगे तो उसका बदला अगला 2022 में लिया जा रहा है,।बंगलादेश के मौलवी क्रिकेटर मुशफिकुर रहीम ने 2018 के निदहस ट्रॉफी में मेजबान श्रीलंका को हराने के बाद नागिन डांस कर दिया था ।उसका बदला कल श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने बेचारे बंग्लादेश को एशिया कप से बाहर करके लिया ।
अब कोई मुझे यह बताये कि क्या हमारा देश और हमारे पड़ोसी इतने असहिष्णु हो गए हैं कि किसी की हार का जश्न नागिन डांस करके मनाएंगे ?
नागिन डांस की अपनी अलग पहचान है, इसे बेरोजगार नययुवक शादी के DJ पर करते है, तभी अच्छा लगता है, किसी के लिये गमगीन माहौल में नागिन डांस बिल्कुल स्वीकार्य नही है।
अब कोई ये कह सकता है कि शादी में भी व्यक्ति विशेष के लिए गमगीन माहौल होता है ।लेकिन हमें समझना चाहिए कि एक व्यक्ति के गम से बड़ी एक समाज की ख़ुशी होती है। लेकिन बंग्लादेश और श्रीलंका के मैच में बंग्लादेश का गम ही स्वीकार्य है क्योंकि बंग्लादेश की जनसंख्या श्रीलंका से लगभग 8 गुना अधिक है।
और वैसे भी ये कैसा समाज है जहां हम शांतिप्रिय समाज की हार का जश्न मनायें ?वो भी जश्न कौन मनाए? शाक्य क्षत्रिय वंश से निकले एक मुनि के अनुयायी। ये बिल्कुल उचित नही है।
श्रीलंका की जीत ने शाकिब अल हसन के उस बलिदान पर भी पानी फेर दिया है जिसमे उन्हें दुर्गा पूजा में उपस्थित होने पर गालियां खानी पड़ी है।
आखिरकार बंग्लादेश के पास दो दो विश्व स्तरीय गेंदबाज थे। उसके बावजूद भी एक स्तरहीन टीम उन्हें कैसे हरा सकती है ?ये बिल्कुल भी उचित नही है।
श्रीलंका जिसके पास खुद की ईमानदार सरकार नहीं है, उनकी क्रिकेट टीम अर्थव्यवस्था में भारत को टक्कर देने वाली बंगलादेश क्रिकेट टीम को धूल चटा रही है। ये भारत की भी नैतिक हार है। मैंने ये गौर किया है कि भारत के लगभग सभी क्रिकेट प्रेमी कल श्रीलंका की जीत का जश्न मना रहे थे, और इस जश्न में वे भूल गए कि डेनियल अलेक्ज़ेंडर प्रतिदिन भारत का अपमान करता है। ये सब संज्ञान में होने के बावजूद यदि भारत का क्रिकेट प्रेमी श्रीलंका की जीत में मशगूल है क्योंकि श्रीलंका ने एक विशेष जमात को हराया है तो ऐसा होना हमारे लिए खतरनाक है।
क्रिकेट एक प्यारा खेल है, लेकिन हमें शांतिप्रिय लोगों की भावनाओं का सम्मान करके खेलना चाहिए। न कि इस तरह से जिस तरह से हम उनका प्रतिदिन अपमान करते हैं।
इसलिए मैं श्रीलंकाई टीम से आग्रह करता हूँ कि वे सामाजिक सद्भावना के लिए बंगलादेश को Super 4 में जाने दें और उनकी भावनाओं का अपमान करने के लिए उनसे माफी मांगें।
नमस्कार।
आपका -राहुल दुबे
सर्वाधिकार सुरक्षित -Exxcricketer.com
😂 With your statement brother 😂
Bhut sandar mere bhai
Ravish kumar India or Srilanka ko chahiye ki dono Pakistan or Bangladesh ko final me direct entry de.