प्रस्तुति -राहुल दुबे

बचपन में बच्चे एक दूसरे से चुहल में पूछते हैं कि”but” मतलब लेकिन तो “What” means क्या ?खैर इसका कमबैक जवाब अधिकतर बच्चो के पास रहता कि पूछने वाला चूतिया बताऊँ मैं क्या ? लेकिन आज भी जब कोई किसी से पूछे आरसीबी आईपीएल क्यों नही जीतती तो इसका पलटवार क्या है एक आरसीबी के प्रशंसक के पास ? लॉयल्टी ? मनोरंजन ? या कुछ और । मुझे जितना समझ है आरसीबी क्रिकेट कारणों से नही हारती , यदि क्रिकेट कारणों से हार रहे होते तो अबतक उसका हल मिल जाता । आरसीबी की हार का कारण जानने के लिए मैंने रवीश जी को DM किया , उन्होंने सिलसिले वार ढंग से बताया है कि क्यों नही जीतती आरसीबी ।
आईपीएल का दूसरा ही साल था | 2009 का ,जब आरसीबी फाइनल में पहुंचकर भी नहीं जीत पाई|कारण था कि आईपीएल देश के बाहर दक्षिण अफ्रीका में हो रहा था और आरसीबी की टीम में अनिल कुंबले जैसा एक सहिष्णु हिन्दू नेतृत्वकर्ता था|अब एक सहिष्णु हिन्दू अफ्रीका में जाकर फतह क्यों करेगा ?
आईपीएल के कर्ता धर्ता राजीव शुक्ला शुरुआत से ही रहे हैं , वे हर जगह दिखते हैं| आरसीबी के ना जीत पाने का एक कारण वह भी हैं ,आज यदि राजीव शुक्ला हट जायें तो आरसीबी आईपीएल जीत जाएगी।

रवीश जी आगे कहते हैं कि एक दिक्कत आरसीबी के नाम में भी है | आरसीबी का पूरा नाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु है|अब रॉयल होना और ऊपर से चैलेंजर होना भारत में उच्च जातियों द्वारा किये गये5 हजार वर्षों के शोषण को भी दिखाता है|अब जब देश में संविधान है तो आईपीएल में एक मनुवादी सोच वाली नाम लेकर बैठी टीम कैसे जीत सकती है ?मेरा सुझाव है कि आरसीबी का नाम कुछ सतरंगी सलाम टाइप का रखें तो जीत मुमकिन है।
आरसीबी के हारने के एक कारण उनके मार्की खिलाड़ी विराट कोहली स्वयं हैं|अब कोई भी मूझे गाली देते हुए कहेगा कि आईपीएल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक कोहली अपनी ही टीम के हारने का कारण कैसे हो सकते हैं तो जवाब है कि कोहली शुरुआत से ही कट्टर रहा है |चाहे क्रिकेट हो या कुछ और , उसने शुरू से ही प्रिय पाकस्तान को दुःख तो पहुंचाया ही है|भारत पाकिस्जतान के मैचों में जब – जब पाकस्तान के जीतने की बारी आती है तो पाकिस्तान की जीत के बीच में कोहली खड़े हो जाते हैं |आप सभी को कुदरत के निजाम का जलवा तो पता ही होगा , अब विराट कोहली पाकस्तान को इतना दुःख देकर आईपीएल विजेता कैसे बन सकते हैं ?
आरसीबी के आईपीएल ना जीतने का एक कारण बेंगलुरु भी है|सभी को पता है कि बेंगलुरु भारत के आधुनिक शहरों में से एक है और यहां मेरिट धारी हर जगह कब्जा जमाए हुये हैं और हमारे देश के शैडो PM जी का साफ साफ मानना है कि मेरिट छलावा है तो आप ही बताइये जो शहर हमारे शैडो PM की बातों को धता बताता हो वो आईपीएल कैसे जीत सकता है?

आरसीबी के हाल फिलहाल में बढ़िया प्रदर्शन करने के बाद भी न जीत पाने का कारण है उसका यादव समाज की भावनाओं का सम्मान न करना ।अभी भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव हैंऔर जब सूर्या इंटरनेशनल सर्किट से बाहर थे तब कोहली उनको रन बनाने पर स्लेज कर रहे थे |सूर्या यादव समाज की उम्मीदो के सूरज हैं।आप ही बताइये एक समाज की भावनायें आहत करके आरसीबी और कोहली आईपीएल जीतने की खुशी कैसे मना सकते हैं?
आपको पता है आरसीबी के शुरुआती मालिको में विजय माल्या भी थे |आज विजय माल्या को कट्टर राष्ट्रवादी चोर चोर कहते हैं|आप ही बताइये कि एक सुलझे हुये सभ्य इंसान को गाली देकर कोई विजयी होने का स्वाद कैसे चख सकता है ?
आईपीएल में आरसीबी के लिये दक्षिण अफ्रीका के महारथी बल्लेबाज़ एबी डीविलियर्स खेले हैं|कहा जाता है कि वे क्रिकेट के अलावा कई और खेलो में पारंगत थे|आप ही बताइये कि जब किसी देश में इतनी गरीबी रही हो, विदेशी लोगों का शासन रहा हो, जिस देश में किसी एक खेल में भी पारंगत होना मुश्किल हो, वहां एक ऐसे खिलाड़ी को टीम में लेना जो विभिन्न खेलो में पारंगत हो! ये भारतीय समाज को चिढाना नहीं है तो और क्या है ? और कोई ऐसे करके क्या सुख कैसे पा सकता है?
मनुवादी आइपीएल का माहौल और रवीश कुमार

आरसीबी के एक ना जीत पाने के बड़े कारणों में एक कारण है उनका ब्रांड एम्बेसडर|पूर्व में आरसीबी का उत्साह बढाते पुनीत राजकुमार जैसे सभ्य और सामाजिक सुपरस्टार दिख चुके हैं।लेकिन संघर्षरत नेता लोगों जैसे चंद्रशेखर रावण ,बैरिस्टर ओवैसी , अबु आजमी आदि को आरसीबी ने कभी बुलाया ही नहीं। अब आप कहेंगे कि ऐसा तो सीएसके और मुम्बई इंडियन्स ने भी नहीं किया लेकिन उनके पास क्रमशः मयप्पन और अम्बानी हैं जो सारे फैक्टर्स को नगण्य कर देते हैं। केकेआर के पास सदी का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक सुपरस्टार आर्यन खान और सुहाना खान है।आरसीबी के पास कौन है?

आरसीबी क्यों इस बार आईपीएल जीतेगी ? इसके हजार जवाब आरसीबी के कट्टर समर्थक दे देंगे लेकिन मेरा मानना ये है कि यदि अबकी बार आरसीबी को आईपीएल जीतना है तो उन्हें निम्न कार्य करने ही होंगे-

- पूरी टीम को आचार्य प्रशांत का कोर्स दिलाना|
- टीम का नाम आरसीबी से Blue Challengers करना।
- चंद्रशेखर रावण जी को अपना ब्रांड अम्बेसडर घोषित करना ।
- आदरणीय उदित राज जी से टीम को आशीर्वाद दिलवाना
- टीम में वैज्ञानिक रूप से साबित आरक्षण पद्धति को लागू करना।
- मैच के दौरान हर 10 ओवर्स के बाद अंबेडकर जी की 22 प्रतिज्ञायें दुहराना
- विपक्षी टीम के किसी अल्पसंख्यक खिलाड़ी को ना आउट करना और ना ही उनके खिलाफ रन बनाना|
इतना सब करने के बाद भी आरसीबी के पूर्व के पाप सिर्फ 49% ही धुल सकते हैं | मुझे उम्मीद है कि आरसीबी की वर्तमान टीम मैनेजमेंट ऊपर लिखे गये सभी बिन्दुओं को गंभीरता से लेगा और अबकी बार आरसीबी टीम 2025 का आईपीएल फ़तेह करेगी |
ई साला कप नामदे |
प्रस्तुति -राहुल दुबे
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